अमृतसर: निरंकारी डेरे पर ग्रेनेड हमले में तीन की मौत, पंजाब पुलिस का आतंकी मूसा का हाथ होने से इनकार
घटना के बाद एहतियातन राजस्थान बॉर्डर सील कर दिया गया है. बता दें कि अमृतसर में पहले से ही आतंकी हमले को लेकर हाई अलर्ट जारी है. ऐसे में इस तरह की घटना ने बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं.

अमृतसर: अमृतसर के राजासांसी में बड़ी घटना हुई है. यहां एक धार्मिक डेरे में दो मोटरसाइकिल सवारों ने ग्रेनेड से हमला किया. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है और दस लोग घायल बताए जा रहे हैं. पुलिस को शक है कि इसमें विदेशी कट्टरपंथियों का हाथ हो सकता है. फिलहाल फॉरेंसिक विभाग की टीम मौके पर मौजूद है और सबूत जुटा रही है. घटना के बाद हरियाणा और दिल्ली में भी अलर्ट जारी कर दिया है. दिल्ली के निरंकारी आश्रम की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है. अमृतसर से बॉर्डर की तरफ जाने वाली सभी सड़कें सील कर दी गई हैं.
Spot visuals: Several injured in a blast at Nirankari Bhawan in Amritsar's Rajasansi village. More details awaited. #Punjab pic.twitter.com/Fzk0FW4725
— ANI (@ANI) November 18, 2018
फिलहाल मौक-ए-वारदात के पास पूरे इलाके में नाकाबंदी कर दी गई है, फरार हमलावरों की तलाश जारी है. चश्मदीदों का कहना है कि बाइकसवार दो हमलावरों ने ग्रेनेड फेंकने से पहले डेरे के गेट पर मौजूद लोगों को पिस्तौल भी दिखाई. हमले की खबर मिलते ही पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोरा चंडीगढ़ से अमृतसर के लिए रवाना हो गए.
हमले से आतंकी जाकिर मूसा का कोई संबंध नहीं: पंजाब पुलिस पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया हमले से आतंकी जाकिर मूसा का कोई संबंध नहीं है. पुलिस अधिकारी ने बताया, ''शुरुआती जांच के मुताबिक निरंकारी डेरे पर ग्रेनेड हमला हुआ है, करीब 200 से ज्यादा लोग थे इसमें तीन लोगों की मौत हुई है, 10 से 15 लोग घायल हैं. बचाव राहत कार्य चल रहा है. शुरुआती जांच में पचा चला कि दो हथियारबंद हमलावर आए थे, उनके पास पिस्तौल भी थी लेकिन उन्होंने उसका इस्तेमाल नहीं किया.'' पुलिस का कहना है कि परिसर में सीसीटीवी नहीं लगा है.
हो सकता था बड़ा हादसा, रविवार को जुटते हैं ज्यादा श्रद्धालु पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि आखिर ये विस्फोटक यहां पहुंचा कैसे? घटना के बाद एहतियातन राजस्थान बॉर्डर सील कर दिया गया है. बता दें कि अमृतसर में पहले से ही आतंकी हमले को लेकर हाई अलर्ट जारी है. ऐसे में इस तरह की घटना ने बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. जिस डेरे पर हमला हुआ है वो संत निरंकारी का डेरा है. बता दें कि रविवार के दिन छुट्टी होने के कारण ज्यादा संख्या में लोग भजन कीर्तन के लिए डेरे पर पहुंचते हैं. यह दर्शाता है कि यह हमला काफी सोच समझकर किया गया.
हमले पर कांग्रेस ने कहा- हमलावरों के इरादे कामयाब नहीं होंगे पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा, ''इस बात की जांच जरूर की जाएगी कि अलर्ट होने के बाद भी हमला हो जाए. हमें ये भी नहीं भूलना चाहिए कि आतंकी आर्मी मूसा को लेकर अलर्ट था. इस तरह के लोग हमेशा सॉफ्ट टारगेट को निशाना बनाते हैं. यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले जालंधर में भी ग्रेनेड फेंका गया था. सभी सुरक्षा एजेंसियों को मिलकर अमन शांति के प्रयास को बनाए रखना चाहिए.'' सुनील जाखड़ ने कहा, ''मैं समझता हूं कि पंजाब का माहौल आज इस किस्म का नहीं है कि आतंकवाद अपनी ज़ड़ें डाल सके. सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं, इनके इरादे कभी कामयाब नहीं होंगे.
पंजाब में पहले से जारी है हाई अलर्ट पंजाब में आतंकी जाकिर मूसा की मूवमेंट को लेकर पहले से ही हाई अलर्ट जारी है. इसके साथ ही 14 नवंबर को फिरोजपुर बॉर्डर पर चार हथियार बंद लोग एक इनोवा कार छीन कर पंजाब की ओर भागे थे. इन चारों के आंतकवादी होने की आशंका के बाद पूरे पंजाब में अलर्ट जारी किया गया था. इन लोगों के आशंका जताई गई थी कि 6-7 आतंकी फिरोजपुर के रास्ते दिल्ली में हमला करने की फिराक में हैं.
क्या है निरंकारी समुदाय?
1929 में बाबा बूटा सिंह ने संत निरंकारी मिशन की स्थापना की. वर्तमान में दुनिया भर में मिशन के एक करोड़ से ज़्यादा भक्त हैं. दुनिया भर के 27 देशों में निरंकारी मिशन है और इसका मुख्यालय दिल्ली में स्थित है. विदेशों में मिशन के 100 से ज्यादा केंद्र हैं.
भारत के अलावा आस्ट्रोलिया, कनाडा, जर्मनी, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम में इनके कई आश्रम हैं.
आपको बता दें कि इसके प्रमुख बाबा हरदेव का 13 मई 2016 को कनाडा में सड़क हादसे में निधन हो गया था. 16 जुलाई 2018 को बाबा हरदेव की पुत्री सुदीक्षा ने मिशन की बागडोर संभाली थी. वे निरंकारी मिशन की छठी मुख्य हैं.
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