(Source: ECI | ABP NEWS)
मथुरा का कृष्ण कुब्जा मंदिर: त्वचा रोगों का रहस्य और कुब्जा की कहानी!
Krishna Kubja Mandir: मथुरा परिक्रमा मार्ग पर स्थित कृष्ण कुब्जा मंदिर, जहां कृष्णा के साथ राधा नहीं, बल्कि कुब्जा विराजमान है. मंदिर के दर्शन मात्र से ही स्किन संबंधी समस्यायों से मिलता है छुटकारा.

Krishna Kubja Temple: कृष्ण कुब्जा मंदिर मथुरा का एक ऐसा चमत्कारी मंदिर है, जिसके रहस्य के बारे में जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे. मथुरा के परिक्रमा मार्ग पर स्थित 'कृष्ण कुब्जा मंदिर 500 वर्ष पुराना है. यहां जाने से किसी भी तरह की त्वचा से संबंधित समस्या दूर हो जाती है.
कृष्ण कुब्जा मंदिर दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर जहां कृष्ण भगवान राधा जी के साथ नहीं, बल्कि कुब्जा के साथ विराजमान है. मथुरा के इस मंदिर में रोजाना बड़ी संख्या में भक्त भगवान के दर्शन के लिए आते हैं. जानते हैं इस रहस्यमय मंदिर के बारे में.
मंदिर की पौराणिक कथा क्या है?
पुराणों के मुताबिक, कुब्जा मथुरा के राजा कंस की नौकरानी थी. कुब्जा दिखने में बूढ़ी और बदसूरत होने के साथ शारीरिक रूप से कुरूप भी थी. इसलिए मथुरा में हर कोई कुब्जा की शारीरिक बनावट का मजाक उड़ाता था.
एक बार जब श्री कृष्ण मथुरा पहुंचे थे, तब कुब्जा कंस के लिए चंदन लेप रही थी. मथुरावासी से उलट श्रीकृष्ण ने उनका मजाक ना बनाकर कुब्जा को सुंदरी-सुंदरी कहकर छेड़ने लगे. कुब्जा को लगा श्रीकृष्ण उनका मजाक उड़ा रहे हैं तो वो रोने लगी.
तभी कृष्ण जी ने अपना एक पैर कुब्जा के पैर पर रखा और उसकी ठुड्डी पकड़कर उसे ऊपर उठा दिया. जिसके बाद कुबड़ी कुब्जा एक सुंदर महिला में बदल गई. श्रीकृष्ण की ये लीला देखकर सभी मथुरावासी हैरान हो गए.
त्वचा से संबंधित समस्या होती है दूर
श्रीकृष्ण की इसी लीला के बाद कहा जाता है कि, जो भी भक्त कृष्ण कुब्जा मंदिर में जाता है, उसके सभी तरह के त्वचा संबंधी विकार दूर हो जाते हैं. प्रमुख मीडिया रिपोर्ट में इस मंदिर को स्किन संबंधी समस्याओं को दूर करने वाला बताया गया है.
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