Moon: एक दिन हमेशा के लिए छिप जाएगा चांद! जानिए चंद्रमा से जुड़े हैरान कर देने वाले तथ्य
Moon: भारत का चंद्रयान- 3 मिशन चांद पर इतिहास रहने वाला है.चंद्रमा सौरमंडल का 5वां सबसे विशाल प्राकृतिक उपग्रह है, जो पृथ्वी के सबसे नजदीक है. जानें चंद्रमा से जुड़े ऐसे तथ्य जो आपको हैरान कर देंगे.

Moon Facts: इन दिनों चंद्रमा की चर्चा चारों ओर है. भारत का तीसरा मून मिशन चंद्रयान-3 धीरे-धीरे चंद्रमा के नजदीक जा रहा है. हाल ही में हम सभी ने चांद की तस्वीरें देखी, जिसे चंद्रयान-3 द्वारा भेजा गया, जोकि खूबसूरत होने के साथ ही अद्भुत भी है.
मिशन चंद्रयान-3 की खबरों से तो आप जरूर अवगत होंगे. आसमान पर चमकने वाले चंदा मामा की रोशनी तो सभी को लुभाती है. लेकिन आज आपको बताएंगे चंद्रमा से जुड़ी कुछ ऐसी रोचक बातें, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे.
चंद्रमा से जुड़े तथ्य (Facts About Moon)
ग्रह नहीं उपग्रह है चंद्रमा: क्या आप जानते हैं कि, चंद्रमा ग्रह नहीं बल्कि उपग्रह है, जोकि धरती के चारों ओर चक्कर लगाता है. इतना ही नहीं चंद्रमा धरती का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है. यह सौरमंडल का 5वां विशाल प्राकृतिक उपग्रह है. विज्ञान के अनुसार, करीब 4.5 अरब साल पहले पृथ्वी और थीया (मार्स के आकार का तत्व) के बीच हुए भीषण टकराव के बाद शेष मलबे से बना था.
चांद पर जाते ही 16.5 प्रतिशत घट जाता वजन कम: 20वीं सदी में इंसान चंद्रमा पर कदम रख चुका है, जिसमें भारत का नाम भी शामिल है. विज्ञान की माने तो, चंद्रमा की गुरुवाकर्षण शक्ति पृथ्वी से कम है, इसलिए चांद पर जाने के बाद इंसान का वजन उसके वास्तविक वजन से लगभग 16.5 प्रतिशत तक कम हो जाता है.
चंद्रमा के कारण नींद भी होती है प्रभावित: एक अध्ययन में ऐसा पाया गया है कि, चंद्रमा के कारण धरती पर रहने वाले लोगों की नींद भी प्रभावित होती है. इस अध्ययन के अनुसार, अमावस्या पर जहां लोग अच्छी नींद लेते हैं, वहीं पूर्णिमा पर नींद कम आती है. हालांकि इस अध्ययन की पुष्टि अभी नहीं हुई है, क्योंकि विज्ञान इस बात को साबित नहीं कर पाया. इसे लेकर भी वैज्ञानिक अध्ययन चल रहे हैं.
एक दिन हमेशा के लिए छिप जाएगा चांद: वर्तमान में केवल अमावस्या के दिन चंद्रमा की रोशनी दिखाई नहीं देती. लेकिन एक दिन ऐसा आएगा जब चांद पूरी तरह से छिप जाएगा. इसका कारण यह है कि, चंद्रमा हर साल धरती से 3.78 सेंटमीटर दूर होता जा रहा है. ऐसे में एक निश्चित दूरी होने पर चंद्रमा को धरती की परिक्रमा करने में 28 दिन के बजाय 47 दिन का समय लगेगा. आशंका यह भी है कि, अगर चांद ऐसे ही धरती से दूर होता जाएगा तो धरती की गुरुत्वाकर्षण शक्ति और कक्षा से दूर अंतरिक्ष में ही कहीं खो भी सकता है. अगर ऐसा हुआ तो धरती पर दिन केवल 6 घंटे का होगा और अधिक समय अंधेरा ही रहेगा.
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