Aaj ka Panchang 24 September Lakshmi Puja Live: आज शुक्रवार को महालक्ष्मी की पूजा में करें ये उपाय, होगी धन में वृद्धि
Aaj ka Panchang Today 24 September 2021 Maha Lakshmi Puja Live updates: आज 16 दिवसीय महालक्ष्मी व्रत पूजा का अंतिम शुक्रवार है. हिंदू धर्म में लक्ष्मी पूजा का विशेष महत्व होता है.

Background
Aaj ka Panchang Today 24 September 2021 Maha Lakshmi Puja Live updates: हिंदी पंचांग के अनुसार, आज आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है. आज पितृ पक्ष की चतुर्थी तिथि की श्राद्ध है. आज चतुर्थी तिथि साढ़े 8 बजे के बाद से लग रही है, इस लिए श्राद्ध चतुर्थी तिथि में ही करें.
आज 24 सितंबर दिन शुक्रवार है. 16 दिवसीय महालक्ष्मी व्रत की पूजा का अंतिम शुक्रवार आज है. शुक्रवार होने के नाते आज महालक्ष्मी व्रत पूजा का महत्व और बढ़ गया है. इस दिन माता लक्ष्मी की आराधना करनी चाहिए. शुक्रवार को महालक्ष्मी व्रत के साथ आज चतुर्थी तिथि भी होने से लक्ष्मी जी के साथ भगवान गणेश की पूजा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है. मां लक्ष्मी और श्रीगणेश की एक साथ पूजा करने से धन, वैभव, समृद्धि, बुद्धि आदि की प्राप्ति हो सकती है.
विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी व्रत भी आज है. आज के दिन भगवान विघ्नहर्ता गणेश जी की पूजा जाती है और व्रत रखा जाता है. आज सर्वार्थ सिद्धि योग में गणेश चतुर्थी का प्रारंभ हो रहा है.
सूर्य और चन्द्रमा के उदय एवं अस्त होने का समय
- सूर्योदय और सूर्यास्त: आज 23 सितंबर गुरुवार को सूर्योदय प्रात:काल 6 बजकर 10 मिनट पर हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को 06 बजकर 15 मिनट पर होगा.
- चंद्रोदय और चंद्रास्त: गणेश चतुर्थी का चंद्रोदय आज शुक्रवार की शाम 8 बजकर 20 मिनट पर होगा. वहीं चंद्र के अस्त का समय कल 25 सितंबर को सुबह 08 बजकर 58 मिनट पर है.
महालक्ष्मी व्रत (Mahalaxmi Vrat)
महालक्ष्मी व्रत (Mahalaxmi Vrat) का 16 दिवसीय होता है. इस 16 दिवसीय महालक्ष्मी व्रत (16 Days Mahalaxmi Vrat) का यह आखिरी शुक्रवार है. इसका हिंदू धर्म (Hindu Dharma) में विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यता है कि इन 16 दिनों में की गई लक्ष्मी जी की पूजा से अति शीघ्र प्रसन्न होती है और भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण करती है.
ॐ लक्ष्मी नम: मंत्र का करें जाप
इस मंत्र का नियमित रूप से जाप करना चाहिए. मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से भक्त के घर में मां लक्ष्मी का वास होता है. इतना ही नहीं, इस मंत्र के जाप से घर में कभी अन्न और धन की कमी नहीं रहती. इस मंत्र का जाप कुश आसन पर बैठकर ही करना चाहिए, अति उत्तम होता है.
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