एक्सप्लोरर

एक चम्मच घी खाने के बाद उसे पचने में कितना वक्त लगता है? ये रहा जवाब

दूध से मिलने वाले मक्खन को गर्म करके इसमें से पानी, मिल्क सॉलिड्स और अन्य गंदगी को हटाकर बनने वाले पदार्थ को घी या क्लैरिफाइड बटर कहते हैं. यह प्रक्रिया घी को शुद्ध और स्थिर बनाती है.

घी को आयुर्वेद में 'घृत' कहा जाता है, जो भारतीय रसोई और औषधीय परंपराओं का अभिन्न हिस्सा है. यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसके पाचन में सुधार, पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण और जोड़ों को चिकनाई देना जैसे फायदे भी है. हालांकि, एक सवाल जो अक्सर लोगों के मन में आता है, वह यह है कि एक चम्मच घी खाने के बाद उसे पचने में कितना समय लगता है? अब तक हुई रिसर्च और आयुर्वेदिक सिद्धांतों के आधार पर बताते हैं कि घी का पाचन कैसे और कितने समय में होता है?

क्या होता है घी?

दूध से मिलने वाले मक्खन को गर्म करके इसमें से पानी, मिल्क सॉलिड्स और अन्य गंदगी को हटाकर बनने वाले पदार्थ को घी या क्लैरिफाइड बटर कहते हैं. यह प्रक्रिया घी को शुद्ध और स्थिर बनाती है, जिससे यह उच्च तापमान पर भी खराब नहीं होता और काफी समय के लिए रखा जा सकता है. घी में मुख्य रूप से सैचुरेटेड फैट, मीडियम चेन फैटी एसिड, विटामिन A, D, E, और K जैसे घुलनशील विटामिन होते हैं. इसमें ब्यूटिरिक एसिड (butyric acid) भी होता है, जो आंतों के लिए फायदेमंद होता है.

कैसे होता है घी का पाचन?

पाचन क्रिया के दौरान घी को लिपिड (lipids) के रूप में शरीर में तोड़ा जाता है. जब आप एक चम्मच घी खाते हैं तो यह पाचन तंत्र में कई स्टेज में गुजरता है. घी के पाचन की शुरुआत मुंह से होती है, जहां लार (saliva) भोजन को नम करती है. हालांकि, घी में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बेहद कम होती है तो मुंह में इसका पाचन न्यूनतम होता है. पेट में गैस्ट्रिक लाइपेज (gastric lipase) नामक एंजाइम घी में मौजूद ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides) को आंशिक रूप से तोड़ता है. यह प्रक्रिया धीमी होती है, क्योंकि लिपिड का मुख्य पाचन छोटी आंत में होता है. पेट में घी लगभग 2-4 घंटे तक रह सकता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि इसे खाली पेट लिया गया है या भोजन के साथ.

इन प्रक्रियाओं से भी होता है काम

छोटी आंत में पैनक्रियाज (pancreas) से स्रावित पैनक्रियाटिक लाइपेज (pancreatic lipase) और पित्त (bile) की मदद से घी को मोनोग्लिसराइड्स और फैटी एसिड में तोड़ा जाता है. ये छोटे अणु आंत की दीवारों द्वारा अवशोषित हो जाते हैं. घी में मौजूद मीडियम चेन फैटी एसिड तेजी से अवशोषित होते हैं, क्योंकि इन्हें लॉन्ग चेन फैटी एसिड की तुलना में कम पित्त की जरूरत होती है. अवशोषित फैटी एसिड और मोनोग्लिसराइड्स ब्लडफ्लो में मिल जाते हैं और लिवर में मेटाबोलाइज होते हैं. मीडियम चेन फैटी एसिड को लिवर तेजी से एनर्जी में बदल देता है, जिससे घी को पचाना और उपयोग करना आसान हो जाता है.

घी को पचने में कितना लगता है वक्त?

अब तक हुई रिसर्च और आयुर्वेदिक साहित्य के आधार पर एक चम्मच घी (लगभग 14 ग्राम) को पूरी तरह पचने में औसतन 4 से 6 घंटे लग सकते हैं. खाली पेट घी लेने पर यह तेजी से पेट से छोटी आंत में पहुंचता है, जिससे पाचन प्रक्रिया 3-5 घंटे में पूरी हो सकती है. अगर आप भारी भोजन के साथ घी खाते हैं तो इसे पचने में 6 घंटे या उससे ज्यादा वक्त लग सकता है.

ये भी पढ़ें: Sugar Control: रोज कितना खाएं मीठा? आज से तय कर लें लिमिट, नहीं तो खानी पड़ेंगी दवाइयां

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola

टॉप हेडलाइंस

'अगर ऐसा हुआ तो नहीं करेंगे बर्दाश्त', पाकिस्तान का CDF बनते ही आसिम मुनीर ने कसी शहबाज शरीफ की नकेल!
'अगर ऐसा हुआ तो नहीं करेंगे बर्दाश्त', पाकिस्तान का CDF बनते ही आसिम मुनीर ने कसी शहबाज शरीफ की नकेल!
बाड़मेर की DM टीना डाबी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, कांग्रेस सांसद ने की कार्रवाई की मांग
बाड़मेर की DM टीना डाबी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, कांग्रेस सांसद ने की कार्रवाई की मांग
बांग्लादेश हिंसा पर आया शशि थरूर का पहला रिएक्शन, कहा- 'भारत पर आरोप मढ़ने से....'
बांग्लादेश हिंसा पर आया शशि थरूर का पहला रिएक्शन, कहा- 'भारत पर आरोप मढ़ने से....'
BCCI ने विराट कोहली और रोहित शर्मा के विजय हजारे ट्रॉफी के मैच का लाइव प्रसारण क्यों नहीं किया? रविचंद्रन अश्विन ने बताया कारण
विराट और रोहित के विजय हजारे ट्रॉफी मैच का लाइव प्रसारण क्यों नहीं किया गया? अश्विन ने बताया कारण

वीडियोज

शादी में Risk? Wedding Insurance है Smart Solution | Insurance| Paisa Live
UP Politics: 2027 की सियासत, मूर्ति पर महाभारत | Akhilesh Yadav | CM Yogi
Sunidhi Concert:🎤Sunidhi की आवाज पर झूम उठा Mumbai, Concert में दिखा जबरदस्त Craze #sbs
Bangladesh Voilence: बांग्लादेश में भड़की हिंसा के बाद यूनुस सरकार को बड़ा झटका | Osman Hadi
Indian Aviation में नई उड़ान , Al Hind Air और FlyExpress की entry से बढ़ेगी टक्कर | Paisa Live

फोटो गैलरी

Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'अगर ऐसा हुआ तो नहीं करेंगे बर्दाश्त', पाकिस्तान का CDF बनते ही आसिम मुनीर ने कसी शहबाज शरीफ की नकेल!
'अगर ऐसा हुआ तो नहीं करेंगे बर्दाश्त', पाकिस्तान का CDF बनते ही आसिम मुनीर ने कसी शहबाज शरीफ की नकेल!
बाड़मेर की DM टीना डाबी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, कांग्रेस सांसद ने की कार्रवाई की मांग
बाड़मेर की DM टीना डाबी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, कांग्रेस सांसद ने की कार्रवाई की मांग
बांग्लादेश हिंसा पर आया शशि थरूर का पहला रिएक्शन, कहा- 'भारत पर आरोप मढ़ने से....'
बांग्लादेश हिंसा पर आया शशि थरूर का पहला रिएक्शन, कहा- 'भारत पर आरोप मढ़ने से....'
BCCI ने विराट कोहली और रोहित शर्मा के विजय हजारे ट्रॉफी के मैच का लाइव प्रसारण क्यों नहीं किया? रविचंद्रन अश्विन ने बताया कारण
विराट और रोहित के विजय हजारे ट्रॉफी मैच का लाइव प्रसारण क्यों नहीं किया गया? अश्विन ने बताया कारण
Pongal Week Box Office Clash: पोंगल वीक में होगा महाक्लैश, 'द राजा साब' से बॉक्स ऑफिस पर भिड़ेंगी ये 5 बड़ी साउथ फिल्में
पोंगल वीक में होगा महाक्लैश, 'द राजा साब' से बॉक्स ऑफिस पर भिड़ेंगी ये 5 बड़ी साउथ फिल्में
'ये बुलडोजर एक्शन धार्मिक नहीं', कंबोडिया में भगवान विष्णु की प्रतिमा गिराने पर भारत ने जताई थी चिंता, अब थाईलैंड ने दी सफाई
'बुलडोजर एक्शन धार्मिक नहीं', भगवान विष्णु की प्रतिमा गिराने पर भारत ने जताई चिंता, थाईलैंड की सफाई
BSF में निकली 500 से ज्यादा पदों पर भर्ती, 69 हजार से ज्यादा मिलेगी सैलरी; पढ़ें पूरी डिटेल्स
BSF में निकली 500 से ज्यादा पदों पर भर्ती, 69 हजार से ज्यादा मिलेगी सैलरी; पढ़ें पूरी डिटेल्स
Mouth Cancer: शराब पीने वालों के लिए बुरी खबर! एक पेग से भी हो सकता है मुंह का कैंसर, इस रिसर्च में सामने आया डराने वाला सच
शराब पीने वालों के लिए बुरी खबर! एक पेग से भी हो सकता है मुंह का कैंसर, इस रिसर्च में सामने आया डराने वाला सच
Embed widget