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बिना ब्रश किए आप भी पीते हैं चाय? हो सकता है हार्ट अटैक का खतरा... जानिए क्या है दोनों का कनेक्शन

शोध बताते हैं कि ओरल हाइजीन खराब होने से मसूड़ों में सूजन और इंफेक्शन होता है और फिर आप दिल के बीमारी के भी शिकार हो जाते हैं

Gum Infection Increase Risk Of Heart attack:क्या आप जानते हैं कि दांतों की समस्या आपके दिल को भी नुकसान पहुंचा सकती है? यह सुनने में थोड़ा सा अटपटा लग रहा होगा कि भला दांत और दिल का क्या कनेक्शन हो सकता है लेकिन यह बात बिल्कुल सच है.दरअसल दांत और मसूड़ों की तकलीफ अक्सर हम अनदेखा कर देते हैं. कई बार मसूड़ों से खून आता है. दांत में दर्द होता है इन्हें मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं,एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि खराब ओरल हाइजीन सिर्फ दांत ही नहीं बल्कि और भी गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों का कारण बन सकती है.इससे हार्ट औऱ लंग्स को नुकसान पहुंच सकता है.

ओरल हाइजीन खराब होने के चलते बैक्टीरियल इनफेक्शन का खतरा

ओरल हाइजीन खराब तब होता है जब हम ठीक से ब्रश नहीं करते हैं या फिर बिना ब्रश किए ही चाय का सेवन कर लेते हैं कुछ लोगों की आदत होती है कि सुबह उठते ही बेड टी चाहिए होती है,इसके अलावा आम तौर पर दांतो की सफाई को लेकर लोग सीरियस नहीं होते हैं. कोई भी टूथब्रश या पेस्ट हो चल जाता है. 2 या 4 मिनट दातों पर ब्रश चला दिया बस हो गया, बहुत सारे लोग ये ध्यान ही नहीं देते हैं कि उनके दांतो की ठीक से सफाई हुई है या नहीं या उनके दांतों में कुछ फंसा तो नहीं रहेगा.ऐसा करने से गंभीर बैक्टीरियल इनफेक्शन की संभावना बनने लगती है, हम पीरियडोनटाइटि के शिकार हो जाते हैं. मसूड़ों को नुकसान पहुंचता है,उनमें सूजन हो जाती है, मसूड़ों का लाल होना और दांत खराब होना,इसका परिणाम हो सकता है, यह एक बहुत ही आम सी बीमारी है लेकिन इसका वक्त पर इलाज नहीं किया जाए तो हृदय और फेफड़ों के रोगों के लिए यह जोखिम बढ़ा देता है

क्या है पीरियडोनटाइटि ?

पीरियडोनटाइटि या पायरिया मसूड़ों की बीमारी है, दांत के आसपास के क्षेत्र को प्रभावित करती है, जिसमें हड्डी और मसूड़े भी शामिल है, ये तब होती है जब बैक्टीरिया और प्लाक दांत के चारों और जमा हो जाते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली एक प्रतिक्रिया शुरू करती है. इसके लिए अच्छई डेंटल हाइजीन एक उपाय है लेकिन अगर ये बड़ा रूप ले लेती है तो कभी-कभी सर्जरी की आवश्यकता होती है

हार्ट वॉल्व को नुकसान पहुंचा सकता है प्लाक

ओरल हाइजीन ठीक नहीं रहता है तो दातों पर प्लाक जमता जाता है, यह फिर टार्टर में कन्वर्ट हो जाता है. प्लाक होने की स्थिति में दांतो पर बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं, यह बैक्टीरिया हमारे ब्लड स्ट्रीम में चले जाते हैं यह धीरे-धीरे हार्ट वाल्व को नुकसान पहुंचाने लगते हैं. हार्ट वाल्व में होल हो जाता है. इस स्थिति को सब एक्टिव बैक्टीरियल एंडोकार्डाइटिस कहते हैं, जिन्हें पहले से हृदय से जुड़ी बीमारियां हो उन्हें हार्टअटैक तक आ सकता है.विशेषज्ञों का कहना है कि प्लाक लंग्स तक फैल सकता है, इससे निमोनिया भी हो सकता है, प्लाक में मौजूद बैक्टीरिया की वजह से ब्लड क्लॉट हो सकता है इससे ब्रेन स्ट्रोक होने की भी आशंका रहती है. कई शोध में पाया गया है कि जो महिलाएं दांत की बीमारियों से पीड़ित रही हैं उन्हें ब्रेस्ट कैंसर भी हो सकता है.

दांत पीले हो गए हैं तो इसका साफ मतलब है कि इस पर प्लाक जमा हो रहा है, यानी नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया पनप रहे हैं, ये दांतो को कमजोर कर सकते हैं.आपको यह भी बता दें कि इन प्लाक के अंदर मौजूद बैक्टीरिया एसिड छोड़ते हैं यह पूरे डाइजेस्टिव सिस्टम को भी गड़बड़ करता है.

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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