Health Tips: जूस का सेवन करने से आपके पेट के स्वास्थ्य को होता है नुकसान? जानें क्यों नहीं है जूस ज्यादा फायदेमंद
जब फलों और सब्जियों के रस को निकालकर उसका सेवन किया जाता है तो इससे उसमें पाए जाने वाले कुछ हेल्दी फाइबर नष्ट हो जाते हैं, जिससे आपकी सेहत को हानि पहुंच सकती है, तो आइए आज हम आपको जूस के कुछ नुकसान बताने जा रहे हैं.

Health Tips: जूस कई लोगों की डाइट का एक प्रमुख भाग होता है. आज की दौड़भाग भरी जिंदगी में जूस एक ऐसी चीज है, जो आपके शरीर को पोषक तत्वों से भर देता है और आपका समय भी बचाता है. जूस विटामिन, मिनरल्स और कई अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है. लेकिन क्या जूस का सेवन करना भी उतना ही फायदेमंद है? एक शोध के अनुसार फलों और सब्जियों का रस निकालने पर इसके कुछ हेल्दी फाइबर नष्ट हो जाते हैं, इससे आपके पेट की सेहत को हानि पहुंच सकती है, तो आइए आज हम आपको जूस के कुछ नुकसान बताने जा रहे हैं.
जूस का सेवन करने के नुकसान 1. पेट को पहुंचता है नुकसान फल और सब्जियों के रस में फाइबर कम मात्रा में पाया जाता है, जिसकी वजह से आपके मेटाबोलिज्म का स्तर कम हो जाता है. दरअसल फलों में पाया जाने वाला फाइबर पाचन में सहायक होता है और पेट के गुड बैक्टीरिया के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. इसके साथ ही ये पेट से संबंधित सभी बीमारियों को रोकने में भी मददगार होता है. जब आप रोजाना नियमित रूप से फलों का सेवन करते हैं, तो इससे आपका पेट को साफ और बॉडी डिटॉक्स रहती है, लेकिन जूस ये सब करने में सक्षम नहीं हो पाता है. इसके अलावा भोजन में फाइबर की कमी से कब्ज, वजन बढ़ना, ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव, मतली और थकान जैसी समस्याएं भी हो सकती है.
2.ब्लड शुगर को करता है असंतुलित जब आप किसी भी फल या सब्जी का जूस निकाल लेते हैं तो उसके कई न्यूट्रिएंट्स खत्म हो जाते हैं. इसके साथ ही इससे फलों के फाइबर, पॉलीफेनोल्स और एंटीऑक्सिडेंट आदि भी खत्म हो जाते हैं. जिसके कारण यह ब्लड शुगर असंतुलन का कारण बनता है. इसके अलावा इससे डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल से संबंधित समस्याएं भी बढ़ने लगती हैं.
3. जूस में एंटीऑक्सिडेंट हो जाता है कम एंटीऑक्सिडेंट आपकी सूजन और एंजाइमों के स्तर को कंट्रोल में रखते हैं याथ ही आपके पाचन में भी मदद करते हैं. इसके अलावा फलों और ताजे जूस में एंटीऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. लेकिन पैक जूस इसकी मात्रा न के बराबर होती है. इसके कारण एंजाइम की गतिविधियों में भी कमी आ जाती है. एक रिसर्च के अनुसार, जूस से अधिक फलों में एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है साथ ही फेनोलिक यौगिक भी फलों में ही अधिक पाया जाता है. जो आपके शरीर को डिटॉक्स करने में बेहद मददगार है.
4. जूस में शुगर अधिक मात्रा में होती है जूस नेचुरल शुगर से भरपूर होते हैं जिससे आपके शरीर में कैलोरी बढ़ाती है. इसलिए, अगर आप अपनी फिटनेस पर ध्यान दे रहे हैं तो इससे आपका ब्लड शुगर या कैलोरी का स्तर बढ़ सकता है. इसलिए जरूरी है कि आप जो जूस पी रहे हैं उसकी कैलोरी और शुगर का स्तर अच्छे से चेक करें.
अगर आप जूस में फाइबर की मात्रा को बरकरार रखना चाहते हैं तो इसे बनाते समय जूस में गूदे की कुछ मात्रा बरकरार रहने दें. ऐसे में आप जूस बनाने के लिए ब्लेंडर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं क्योंकि इससे रस में फाइबर युक्त गूदा बना रहता है. साथ ही जूस के सेवन से पोषक तत्वों का उपभोग करने में मदद मिल सकती है.
Chanakya Niti: सुखद दांपत्य जीवन के लिए चाणक्य की इन बातों को कभी नहीं भूलना चाहिए
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL





















