एक्सप्लोरर

अयोध्या फैसले के लिए सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीशों ने की चीफ जस्टिस गोगोई की प्रशंसा

अयोध्या विवाद पर फैसला सुनाने वाली पीठ में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के अलावा जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस धनंजय वाई चन्द्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर शामिल हैं.

गुवाहाटी: सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीशों ने रविवार को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद का सही ढंग से हल निकालने और अति संवेदनशील मुद्दे पर फैसला सुनाने के लिए जमकर प्रशंसा की. एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में देश के अगले नामित प्रधान न्यायाधीश एस. ए. बोबडे ने कहा कि न्यायमूर्ति गोगोई का धैर्य, साहस और चरित्र इतना मजबूत है कि कुछ भी गलत हो पाना मुश्किल है.

शनिवार को सर्वसम्मत फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ कर दिया और केंद्र सरकार को सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद बनाने के लिए पांच एकड़ का भूखंड आवंटित करने का निर्देश दिया.

न्यायमूर्ति गोगोई ने हालांकि रविवार को कार्यक्रम में फैसले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी भी विवादास्पद मुद्दे पर बात नहीं करना चाहता. यह सही मौका नहीं है.’’

एस. ए. बोबडे ने क्या कहा न्यायमूर्ति बोबडे ने कहा, ‘‘मैं स्वयं को न्यायमूर्ति गोगोई के साथ काम करने का अवसर मिलने के लिए सौभाग्यशली मानता हूं जिनका धैर्य, साहस और चरित्र इतना मजबूत है कि कुछ भी गलत होना मुश्किल है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र सभी नागरिकों के कल्याण के लिए बनाया गया है और एक स्वतंत्र न्यायपालिका इस उद्देश्य को पूरा करने वाले उपकरणों में से एक है.’’ एस. ए. बोबडे ने कहा द्वारा प्रकाशित ‘कोर्ट्स ऑफ इंडिया: पास्ट टू प्रेजेंट’ के असमिया संस्करण के विमोचन के दौरान जस्टिस बोबडे ने कहा, ‘‘आज हम इसकी विरासत और उपलब्धि को स्वीकार करने और उसका जश्न मनाने के लिए यहां जुटे हैं.’’

एक अन्य वरिष्ठ न्यायाधीश अरूण मिश्रा ने कहा कि न्यायमूर्ति गोगोई ने देश के सामने मौजूद ‘‘सर्वाधिक महत्वपूर्ण अनिर्णय’’ पर निर्णय दिया.

न्यायमूर्ति श्रीपति रवीन्द्र भट ने कहा कि हमने इतिहास बनते देखा और मुझे विश्वास है कि भारतीय न्यायिक इतिहास में यह अमिट रहेगा.

सुप्रीम कोर्ट का फैसला

अयोध्या जमीन विवाद पर अपने फैसला में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि विवादित जमीन रामलला की है. साथ ही कोर्ट ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ की वैकल्पिक जमीन अयोध्या में ही देने का आदेश दिया. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार तीन महीने में ट्र्स्ट बना कर फैसला करे. ट्रस्ट के मैनेजमेंट के नियम बनाए. मन्दिर निर्माण के नियम बनाए. विवादित जमीन के अंदर और बाहर का हिस्सा ट्रस्ट को दिया जाए.'' कोर्ट ने कहा कि मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ की वैकल्पिक ज़मीन मिले. या तो केंद्र 1993 में अधिगृहित जमीन से दे या राज्य सरकार अयोध्या में ही कहीं दे. अयोध्या विवाद पर फैसला सुनाने वाली पीठ में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के अलावा जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस धनंजय वाई चन्द्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर शामिल हैं. सुप्रीम कोर्ट में 16 अक्टूबर 2019 को अयोध्या मामले पर सुनवाई पूरी हुई थी. 6 अगस्त से लगातार 40 दिनों तक इसपर सुनवाई हुई थी.

अयोध्या फैसला: ओवैसी से खफा हैं साधु-संत, वेदांती बोले- वे कोर्ट के बारे में अनाप-शनाप बोल रहे हैं

अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम, 5 हजार लोगों ने अस्थायी राम मंदिर में किए दर्शन

गुरु नानक जयंती कार्यक्रम: दिल्ली पुलिस ने जारी की ट्रैफिक एडवाईजरी, इन रास्तों से गुजरेगी नगर कीर्तन यात्रा

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola

टॉप हेडलाइंस

Rahul Gandhi-Prashant Kishor Meeting: क्या कांग्रेस में शामिल होंगे प्रशांत किशोर? राहुल गांधी के साथ दिल्ली में हुई मीटिंग, प्रियंका भी थीं मौजूद
क्या कांग्रेस में शामिल होंगे प्रशांत किशोर? राहुल गांधी के साथ दिल्ली में हुई मीटिंग, प्रियंका भी थीं मौजूद
नितिन नबीन का पार्टी में कद बढ़ा, क्या BJP के बड़े कायस्थ नेता रविशंकर प्रसाद की उड़ान पर ब्रेक है? समझें
नितिन नबीन का पार्टी में कद बढ़ा, क्या BJP के बड़े कायस्थ नेता रविशंकर प्रसाद की उड़ान पर ब्रेक है? समझें
Shashi Tharoor on MNREGA: 'महात्मा की विरासत का अपमान न करें', मनरेगा का नाम बदलने पर शशि थरूर का पहला रिएक्शन
'महात्मा की विरासत का अपमान न करें', मनरेगा का नाम बदलने पर शशि थरूर का पहला रिएक्शन
Year Ender 2025: इस साल सबसे ज्यादा सर्च किए गए ये 7 शोज, लिस्ट में सलमान खान का रिएलिटी शो भी शामिल
इस साल सबसे ज्यादा सर्च किए गए ये 7 शोज, लिस्ट में सलमान खान का शो भी शामिल

वीडियोज

क्या Delhi छोड़कर ही सांसें सुरक्षित हैं? Pollution से परेशान राजधानी | Bharat Ki Baat With Pratima
Sandeep Chaudhary: नाम में विकास और रोजगार...कैसे होगा बेड़ा पार? |Seedha Sawal | MGNREGA | BJP
Gold Investors Alert! अब पुराने Gold से भी कमाएं Passive Income | Gold Leasing Explained
Gold Investors Alert! अब पुराने Gold से भी कमाएं Passive Income | Gold Leasing Explained
Gold Investors Alert! अब पुराने Gold से भी कमाएं Passive Income | Gold Leasing Explained

फोटो गैलरी

Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Rahul Gandhi-Prashant Kishor Meeting: क्या कांग्रेस में शामिल होंगे प्रशांत किशोर? राहुल गांधी के साथ दिल्ली में हुई मीटिंग, प्रियंका भी थीं मौजूद
क्या कांग्रेस में शामिल होंगे प्रशांत किशोर? राहुल गांधी के साथ दिल्ली में हुई मीटिंग, प्रियंका भी थीं मौजूद
नितिन नबीन का पार्टी में कद बढ़ा, क्या BJP के बड़े कायस्थ नेता रविशंकर प्रसाद की उड़ान पर ब्रेक है? समझें
नितिन नबीन का पार्टी में कद बढ़ा, क्या BJP के बड़े कायस्थ नेता रविशंकर प्रसाद की उड़ान पर ब्रेक है? समझें
Shashi Tharoor on MNREGA: 'महात्मा की विरासत का अपमान न करें', मनरेगा का नाम बदलने पर शशि थरूर का पहला रिएक्शन
'महात्मा की विरासत का अपमान न करें', मनरेगा का नाम बदलने पर शशि थरूर का पहला रिएक्शन
Year Ender 2025: इस साल सबसे ज्यादा सर्च किए गए ये 7 शोज, लिस्ट में सलमान खान का रिएलिटी शो भी शामिल
इस साल सबसे ज्यादा सर्च किए गए ये 7 शोज, लिस्ट में सलमान खान का शो भी शामिल
चेन्नई-कोलकाता को हर हाल में चाहिए ये खिलाड़ी! 30 करोड़ भी पड़ जाएंगे कम; ऑक्शन में मच सकता है बवाल
चेन्नई-कोलकाता को हर हाल में चाहिए ये खिलाड़ी! 30 करोड़ भी पड़ जाएंगे कम; ऑक्शन में मच सकता है बवाल
BJP के नए कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन ने संभाला कार्यभार, दिल्ली हेडक्वार्टर में अमित शाह और जेपी नड्डा मौजूद
BJP के नए कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन ने संभाला कार्यभार, दिल्ली HQ में शाह-नड्डा मौजूद
कितनी मजबूत है जॉर्डन की करेंसी, जहां के लिए रवाना हुए PM Modi; भारत के 1000 रुपये यहां कितने?
कितनी मजबूत है जॉर्डन की करेंसी, जहां के लिए रवाना हुए PM Modi; भारत के 1000 रुपये यहां कितने?
मनरेगा का नाम होगा 'जी राम जी', जानें इस योजना में क्या-क्या बदलेगा?
मनरेगा का नाम होगा 'जी राम जी', जानें इस योजना में क्या-क्या बदलेगा?
Embed widget