Trojan Horse: क्या होता है ट्रोजन हॉर्स, जिसका इस्तेमाल कर यूक्रेन ने रूस पर किया हमला; जानें ये कितना खतरनाक
Trojan Horse Attack Ukraine: एक सैकड़ों साल पुरानी ग्रीक तकनीक का इस्तेमाल कर यूक्रेन ने रूस पर बड़ा हमला कर दिया, इस हमले में रूस को काफी ज्यादा नुकसान हुआ है.

Trojan Horse Attack Ukraine: रूस और यूक्रेन की जंग ने एक और नया मोड़ लिया है और अब दुनिया को एक बार फिर तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा नजर आ रहा है. यूक्रेन ने रूस के कई ठिकानों पर स्ट्राइक की है, जिसमें कई बम वर्षक विमानों को तबाह कर दिया गया. इस पूरे हमले को लेकर एक शब्द बार-बार इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसे ट्रोजन हॉर्स कहते हैं. इसी तरीके से यूक्रेन ने रूस के एयर डिफेंस सिस्टम में सेंधमारी की और इस बड़े हमले को अंजाम दिया. आइए जानते हैं कि क्या है ये ट्रोजन हॉर्स और कैसे ये पूरी दुनिया के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है.
क्या होता है ट्रोजन हॉर्स?
दुनियाभर में रोजाना नई तकनीकों का इस्तेमाल हो रहा है. इसी के चलते अब युद्ध में भी इसका जमकर इस्तेमाल हो रहा है और ये काफी कारगर भी साबित हो रहा है. यानी जिस देश के पास जितनी टेक्नोलॉजी होगी, वो युद्ध में उतना ही ताकतवर होगा. ट्रोजन हॉर्स भी इसी का एक हिस्सा है, जो दुनियाभर के देशों के लिए बड़ा खतरा साबित हो रहा है.
पौराणिक कहानी से है कनेक्शन
ट्रोजन हॉर्स का संबंध एक पुरानी ग्रीक कहानी से है. इसमें ग्रीक सेना को ट्रॉय शहर (तुर्किए) पर अटैक करना था, इसके लिए एक सोची समझी और काफी शानदार रणनीति अपनाई गई. इसमें ग्रीक्स ने एक बड़ा सा लकड़ी का घोड़ा बनाया, जिसमें कम से कम 50 सैनिक छिपे हुए थे. इस घोड़े को ट्रॉय शहर में लाया गया तो वहां के सैनिकों को लगा कि ये एक शानदार शोपीस है. यानी किसी को इस पर शक नहीं हुआ. इसके बाद रात होते ही इस घोड़े के अंदर छिपे सैनिक निकले और उन्होंने अपनी बाकी सेना के लिए तमाम दरवाजे खोल दिए, जिसके बाद ग्रीक्स ने पूरी ताकत के साथ ट्रॉय शहर पर अटैक किया और इस पर कब्जा कर लिया. तब इसे ट्रोजन हॉर्स के नाम से जाना गया.
यूक्रेन ने भी किया छल का इस्तेमाल
अब आप समझ ही गए होंगे कि ट्रोजन हॉर्स का सीधा मतलब है धोखा या फिर छल करना... इसे अब कंप्यूटर के जरिए किया जाता है. हालांकि यूक्रेन ने ऐसा नहीं किया. यूक्रेन ने वही पुरानी ग्रीक कहानी दोहराते हुए सिविलियन ट्रकों में छिपाकर अपने खतरनाक ड्रोन रूस के सैन्य ठिकानों के नजदीक पहुंचा दिए. इन्हें खास तरीके से छिपाया गया था. रूस पहुंचने के बाद इन्हें बाहर निकाला गया और रिमोट से ही हमले का आदेश दे दिया गया. नतीजा ये रहा कि इसने रूस को बड़ी चोट पहुंचाई और वो यूक्रेन के इस ट्रोजन हॉर्स का शिकार हो गया.
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Source: IOCL





















