एक्सप्लोरर

अब बढ़ रहा है दीमकों का प्रभाव... इस तरह चट कर जाएंगी दुनिया की सारी लकड़ी

Research on Global Warming: दीमकों की सबसे तेजी से फैलने वाली 13 में से 12 प्रजातियां, 2050 तक पूरी दुनिया में पहुंच चुकी होंगी. सिर्फ ठंडे इलाके ही बचेंगे, अगर तब तक वो ठंडे रह सके.

Termite and Global Warming: ग्लोबल वार्मिंग आज सबसे बड़ा संकट बनकर उभर रहा है. धरती का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है, वैज्ञानिक ग्लोबल वार्मिंग को लेकर लगातार चिंता जता रहे हैं. धरती पर अब तक 5 महाविनाश हो चुके हैं, लेकिन माना जा रहा है कि छठा महाविनाश ग्लोबल वार्मिंग की वजह से होगा. इसमें पानी उबलकर सूख जाएगा और पत्थर पिघल जाएंगे और ये इंसानों और बाकी जीवों के भी खात्मे का समय होगा. लगभग 65.5 मिलियन साल पहले हुआ 5वां महाविनाश जिसमें डायनासोर का खात्मा हुआ था, एक एस्टेरॉयड के धरती से टकराने पर हुआ था. ऐसा माना जा रहा है कि भविष्य में होने वाला विनाश कुदरती न होकर हमारी वजह से होगा. ग्लोबल वार्मिंग के लिए सिर्फ इंसान ही नहीं, बल्कि कुछ हद तक दीमक भी जिम्मेदार है. आइए जानते हैं ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ने में इसका क्या योगदान है.

दीमक भी हैं ग्लोबल वार्मिंग के जिम्मेदार
इंसानी गतिविधियों की वजह से धरती का तापमान लगातार बढ़ रहा है. ऑक्सीजन का स्तर कम होता जा रहा है, जिसकी रफ्तार काफी ज्यादा है. एक बात जो बड़ी हैरानी वाली है वह यह है कि इसमें कुछ योगदान दीमकों का भी है. घरों में फर्नीचर और किताबों को बर्बाद करने वाले इस मामूली से जीव का कनेक्शन ग्लोबल वार्मिंग से भी है. हालिया स्टडीज बताती हैं कि गर्म मौसम में दीमक ज्यादा तेजी से लकड़ी खाने लगती हैं. तापमान में हर 10 डिग्री की बढ़त होने पर उनकी क्षमता में 7 गुना इजाफा होता है.

किस तरह दीमक गर्मी बढ़ा रही?
पेड़-पौधे ग्लोबल कार्बन चक्र में मुख्य भूमिका निभाते हैं. फोटोसिंथेसिस प्रक्रिया के दौरान पेड़-पौधे कार्बन डाइऑक्साइड सोखते हैं जिससे तापमान सामान्य रहे. पेड़ों की उम्र बढ़ने के साथ उनके कुछ हिस्से मरने लगते हैं. दीमक सबसे पहले इन्हीं को निशाना बनाते और खाने की प्रक्रिया में इन्हे डिकंपोज करने लगते हैं. इससे कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन जैसी ग्रीन हाउस गैसें निकलती हैं. जिनसे तापमान तेजी से बढ़ता है. इसलिए जैसे-जैसे तापमान बढ़ेगा, दीमकों की आबादी और उनके लकड़ी को चट करने की स्पीड भी बढ़ेगी. जिसका सीधा असर ग्लोबल वार्मिंग पर देखने को मिलेगा. 

लकड़ी की डिकंपोजिंग से निकलती है कार्बन और मीथेन गैस
यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन से जुड़े वैज्ञानिकों ने दीमक पर अध्ययन किया जिसमें कई चीजें सामने आई, जैसे वैश्विक तापमान बढ़ने से दीमकों की आबादी बढ़ती जाएगी और वे दुनिया के हर कोने तक पहुंच जाएंगे. यह अध्ययन साइंस जर्नल में प्रकाशित हुआ और पहली बार दीमकों को लेकर चिंता जताई गई. इस दौरान सौ से अधिक वैज्ञानिकों ने दुनिया के 133 हिस्सों में लकड़ियों पर अध्ययन किया. हालांकि, अंटाकर्टिका को इस स्टडी में शामिल नहीं किया गया क्योंकि वहां के बैक्टीरिया, फंगस और दीमक खराब हो चुकी लकड़ियां ही खाते हैं. 

ये रहा नतीजा
इन 133 साइट्स पर दीमकों के लकड़ी को नष्ट करने की रफ्तार देखी गई. जब इनका मिलान किया गया तो नतीजे चौंकाने वाले थे. दीमकों की लकड़ी को नष्ट करने की रफ्तार गर्म जगहों पर ठंडी जगहों से कहीं ज्यादा थी. इसमें यह भी पता चला कि गर्म जलवायु में दीमक ज्यादा आसानी से जिंदा रहती हैं. यह स्टडी इसी बात का इशारा करती है कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी, वैसे-वैसे इनकी आबादी भी बढ़ेगी और इसके साथ ही स्वस्थ लकड़ियों का खत्म होना भी बढ़ता जाएगा.

साल 2017 में भी एक ऐसा ही अध्ययन सामने आया था, जिसने आगाह किया था कि दीमकों की सबसे तेजी से फैलने वाली 13 में से 12 प्रजातियां 2050 तक पूरी दुनिया में पहुंच चुकी होंगी, सिर्फ ठंडे इलाके ही बचेंगे, अगर तब तक वो ठंडे रह सके.

यह भी पढ़ें -

आप भले ही रजाई से नहीं निकल रहे हैं, मगर भारत की इन जगहों पर तो अभी पड़ रही है गर्मी

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

Weather Update: IMD ने दी खुशखबरी, इन राज्यों में पहले आएगा मानसून, दिल्ली-UP में हीटवेव का अलर्ट, जानें कब मिलेगी राहत
IMD ने दी खुशखबरी, इन राज्यों में पहले आएगा मानसून, दिल्ली-UP में हीटवेव का अलर्ट, जानें कब मिलेगी राहत
महाराष्ट्र में NDA को क्यों मिली कम सीटें? रामदास अठावले ने किया ये दावा
महाराष्ट्र में NDA को क्यों मिली कम सीटें? रामदास अठावले ने किया ये दावा
जब भरे सेट पर सोनाली बेंद्रे को मारने के लिए तैयार हो गई थीं ये कोरियोग्राफर, जानें किस्सा
जब भरे सेट पर सोनाली को मारने वाली थीं ये कोरियोग्राफर, जानें किस्सा
T20 WC 2024: यह पाकिस्तान क्रिकेट का सबसे निचला स्तर है, इससे नीचे नहीं गिर सकता... पाक ऑलराउंडर ने कह डाली बड़ी बात
यह पाकिस्तान क्रिकेट का सबसे निचला स्तर है, इससे नीचे नहीं गिर सकता... पाक ऑलराउंडर ने कह डाली बड़ी बात
Advertisement
metaverse

वीडियोज

Sheena Bora Murder Case: शीना बोरा हत्याकांड में आया सनसनीखेज मोड़ | ABP News | Breaking | CBINEET Row: NEET परीक्षा में कैसे की गई घपलेबाजी ? देखिए पूरी रिपोर्ट | ABP News  | BreakingBreaking News: केंद्रीय गृहमंत्री Amit Shah की मौजूदगी में 5.30 घंटे तक चली बैठक | ABP NewsNEET Row: NEET पेपर में गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद क्या बोले छात्र ? | ABP News |  Breaking News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Weather Update: IMD ने दी खुशखबरी, इन राज्यों में पहले आएगा मानसून, दिल्ली-UP में हीटवेव का अलर्ट, जानें कब मिलेगी राहत
IMD ने दी खुशखबरी, इन राज्यों में पहले आएगा मानसून, दिल्ली-UP में हीटवेव का अलर्ट, जानें कब मिलेगी राहत
महाराष्ट्र में NDA को क्यों मिली कम सीटें? रामदास अठावले ने किया ये दावा
महाराष्ट्र में NDA को क्यों मिली कम सीटें? रामदास अठावले ने किया ये दावा
जब भरे सेट पर सोनाली बेंद्रे को मारने के लिए तैयार हो गई थीं ये कोरियोग्राफर, जानें किस्सा
जब भरे सेट पर सोनाली को मारने वाली थीं ये कोरियोग्राफर, जानें किस्सा
T20 WC 2024: यह पाकिस्तान क्रिकेट का सबसे निचला स्तर है, इससे नीचे नहीं गिर सकता... पाक ऑलराउंडर ने कह डाली बड़ी बात
यह पाकिस्तान क्रिकेट का सबसे निचला स्तर है, इससे नीचे नहीं गिर सकता... पाक ऑलराउंडर ने कह डाली बड़ी बात
EVM row: 'ईवीएम को अनलॉक करने के लिए OTP की जरूरत नहीं,' सांसद रवींद्र वायकर की सीट पर छिड़ा बवाल तो चुनाव आयोग ने दी सफाई
'ईवीएम को अनलॉक करने के लिए OTP की जरूरत नहीं,' सांसद रवींद्र वायकर की सीट पर छिड़ा बवाल तो चुनाव आयोग ने दी सफाई
भाजपा के लिए माननीय की भूमिका निभा रहे मोहन भागवत, मजबूती के लिए समीक्षा जरूरी
भाजपा के लिए माननीय की भूमिका निभा रहे मोहन भागवत, मजबूती के लिए समीक्षा जरूरी
Ashadha Month: धार्मिक और सेहत के लिहाज से महत्वपूर्ण है आषाढ़, इस महीने इन देवताओं का रहता है प्रभाव
धार्मिक और सेहत के लिहाज से महत्वपूर्ण है आषाढ़, इस महीने इन देवताओं का रहता है प्रभाव
Income Tax Return: करना है आईटीआर फाइल तो इन डॉक्यूमेंट्स को रखें तैयार, नहीं होगी कोई दिक्कत
करना है ITR फाइल तो इन डॉक्यूमेंट्स को रखें तैयार, नहीं होगी कोई दिक्कत
Embed widget