क्या फ्लाइट उड़ाने वाले पायलट्स नहीं लगा सकते परफ्यूम, क्यों बनाया गया ऐसा नियम?
कोई व्यक्ति अपने काम पर निकलता है तो परफ्यूम लगाकर जरुर जाता है, लेकिन सफर के दौरान आपको कभी पायलट्स या एयरहोस्टेस से परफ्यूम की महक नहीं आई होगी! ऐसा क्यों, चलिए जानते हैं.
आपने अक्सर देखा होगा कि हवाई जहाज में सफर करते समय हवा में एक खास सी खुशबू आती है, लेकिन कभी सोचा है कि पायलट या फ्लाइट अटेंडेंट्स परफ्यूम क्यों नहीं लगाते? दरअसल इसके पीछे काफी बड़ा कारण हैं. आइए जानते हैं कि आखिर क्यों पायलटों को परफ्यूम लगाने से रोका जाता है.
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क्यों है यह नियम?
हवाई यात्रा के समय पायलट या फिर एयरहोस्टेज परफ्यूम नहीं लगा सकते. दरअसल हवाई यात्रा सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है. पायलटों को हर समय पूरी तरह से सतर्क रहना होता है. तेज खुशबू से उनका ध्यान भटक सकता है और यह हवाई यात्रा के लिए खतरा बन सकता है. साथ ही हवाई यात्रा से पहले पायलटों का अल्कोहल टेस्ट किया जाता है. परफ्यूम में अक्सर अल्कोहल होता है, जो इस टेस्ट के परिणामों को प्रभावित कर सकता है. अगर टेस्ट में गलत परिणाम आए तो पायलट को बेवजह परेशानी हो सकती है. इसके अलावा कई लोगों को तेज खुशबू से एलर्जी होती है. अगर पायलट या कोई अन्य क्रू मेंबर तेज परफ्यूम लगाकर आएगा, तो इससे अन्य क्रू सदस्यों या यात्रियों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. वहीं कुछ यात्रियों को तेज खुशबू से परेशानी होती है. अगर पायलट या क्रू मेंबर तेज परफ्यूम लगाकर आएगा, तो इससे यात्रियों को भी असुविधा हो सकती है.
क्या केवल परफ्यूम पर ही रोक है?
बता दें केवल परफ्यूम ही नहीं बल्कि पायलटों और क्रू मेंबर्स को उड़ान के दौरान कई चीजों का इस्तेमाल करने से रोका जाता है. जैसे कि माउथवॉश, टूथपेस्ट और अन्य सुगंधित पदार्थ. दरअसल इन चीजों में भी एल्कोहल होता है जो ब्रेथ एनालाइज़र टेस्ट को प्रभावित कर सकता है.
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DGCA का नियम
भारत में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने पायलटों और क्रू सदस्यों के लिए परफ्यूम के इस्तेमाल पर रोक लगाने का प्रस्ताव रखा है. इस प्रस्ताव के अनुसार, पायलट और क्रू सदस्य उड़ान के दौरान टूथपेस्ट, माउथवॉश, परफ्यूम या ऐसे किसी भी उत्पाद का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे जिसमें अल्कोहल हो.
क्या हैं इस नियम के फायदे?
यह नियम उड़ान सुरक्षा को सुनिश्चित करने में मदद करता है. साथ ही यात्रियों को एक सुखद यात्रा का अनुभव मिलता है और क्रू सदस्यों को एलर्जी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचाया जा सकता है.
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