सऊदी अरब ने मक्का में तैनात किया पेट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम? जानिए S-400 से यह कितना खतरनाक
मक्का इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों के लिए एक पवित्र शहर है, जो सऊदी अरब में स्थित है. हर साल यहां बड़ी संख्या में लोग हज करने आते हैं. चलिए मक्का में तैनात एयर डिफेंस सिस्टम के बारे में जानते हैं.

Patriot missile system in Mecca: मक्का इस्लाम धर्म के सबसे पवित्र शहरों में से एक है. हर साल लाखों लोग हज और उमरा करने मक्का जाते हैं , ऐसे में उनकी सुरक्षा के लिए सऊदी की सरकार लगातार कड़े कदम उठाती रहती है. इसी कड़ी में सऊदी अरब ने मक्का में पेट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात किया है, विशेष रूप से हज जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजनों के दौरान, ताकि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. यह तैनाती ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा मिसाइल हमलों की बढ़ती धमकियों के जवाब में की गई है. चलिए, आपको बताते हैं कि मक्का में तैनात यह एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 की तुलना में कितना एडवांस है.
सऊदी की सरकार का बड़ा कदम
सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालय की तरफ से मक्का में सरफेस टू एयर मिसाइल एयर डिफेंस सिस्टम और मस्जिद अल-हराम की सैन्य हेलीकॉप्टर से निगरानी की तस्वीरों को पोस्ट किया है, मंत्रालय ने कैप्शन में लिखा है कि 'एयर डिफेंस फोर्सेज.... इनका मिशन है खुदा के मेहमानों की हिफाजत करना'. सऊदी के गृह मंत्रालय ने इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया था कि हज के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. सऊदी अरब के पब्लिक सिक्योरिटी डायरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अल-बसामी ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि 'हज करने आने वाले यात्रियों को सुरक्षित माहौल देने के लिए सऊदी की सरकार पूरी तरह संकल्पित है, इसके लिए ही इस तरह के डिफेंस सिस्टम को तैनात किया गया है'.
एस-400 की तुलना में कितना एडवांस
सऊदी अरब में तैनात यह एयर डिफेंस सिस्टम पेट्रियट एमआईएम 104 है, जिसे अमेरिकन कंपनी रेथियॉन और लॉकहीड मार्टिन ने मिलकर बनाया है. पेट्रियट बैलिस्टिक मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों और ड्रोन को इंटरसेप्ट करने में सक्षम है. इसकी रेंज 104 किलोमीटर तक बताई जाती है, जिसमें आधुनिक रडार लगाए गए हैं जो एक साथ कई लक्ष्यों से आ रहे खतरों को इंटरसेप्ट करने और उसको हवा में ही मार गिराने की क्षमता रखते हैं. इसकी क्विक रिस्पोंस करने की क्षमता और इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग को रोकने की क्षमता इसे काफी आधुनिक बनाते हैं. इसको अमेरिका ने 80 के दशक में अपने सुरक्षा बेडे में शामिल किया था और उसके बाद से इसमें लगातार सुधार किए जा रहे हैं आज करीब 19 देश इस एयर डिफेंस सिस्टम का यूज कर रहे हैं. वहीं अगर बात करें एस-400 की तो, S-400 प्रणाली लंबी दूरी की है और एक साथ कई लक्ष्यों को ट्रैक और इंटरसेप्ट कर सकती है. यह प्रणाली 400 किमी तक की दूरी पर लक्ष्यों को मार सकती है और विभिन्न प्रकार के मिसाइलों से लैस है. अगर सरल शब्दों में कहा जाए तो दोनों ही एयर डिफेंस सिस्टम अपनी अपनी क्षमता में काफी अव्वल हैं.
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