मुस्लिमों के दुश्मन नेतन्याहू का 'बेंजामिन' नाम कितना पवित्र, कुरान-बाइबिल में भी इसका जिक्र
भले ही इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मुस्लिमों के सबसे बड़े दुश्मन बनकर उभरे हों, लेकिन यह नाम इस्लाम से लेकर बाइबिल तक में बहुत ही पवित्र माना जाता है. चलिए जानते हैं कैसे...

बीते कुछ सालों में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मुस्लिम देशों के सबसे बड़े दुश्मन बनकर उभरे हैं. 2023 में हमास के हमले के बाद जब इजरायल ने गाजा में सैन्य कार्रवाई शुरू की तो प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू दुनियाभर के मुस्लिम राष्ट्रों व मुसलमानों के निशाने पर आ गए. अब जब इजरायल ने ईरान के खिलाफ जंग का ऐलान किया तो नेतन्याहू एक बार फिर चर्चा में बने हुए हैं और उन्हें मुस्लिम विरोधी माना जा रहा है.
भले ही इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मुस्लिमों के सबसे बड़े दुश्मन बनकर उभरे हों, लेकिन यह नाम इस्लाम से लेकर बाइबिल तक में बहुत ही पवित्र माना जाता है. इतना ही नहीं बेंजामिन नाम का दोनों पवित्र ग्रंथों में जिक्र भी है. चलिए जानते हैं इसके बारे में...
ईसाइयत में है जिक्र
जानकारी के मुताबिक, यहूदी बाइबल में बेंजामिन को जैकब और राहेल के सबसे छोटे बेटे के रूप में जाना जाता है. बेंजामिन, जैकब और उसके भाईयों के इर्द-गिर्द रची गई कहानियों में एक बेहद ही महत्वपूर्ण व्यक्ति है. कहा जाता है कि बेंजामिन के जन्म के समय उसकी मां राहेल की मौत हो जाती है, जिसके बाद शुरुआत में उसक नाम बेन-ओनी रखा जाता है, जिसका अर्थ है 'मेरे दुख का बेटा'. हालांकि, जैकब ने उसका नाम बदलकर बेंजामिन (दाहिने हाथ का बेटा) रख दिया। बेंजामिन, इजरायल की बारह जनजातियों में से भी एक है. बेंजामिन नाम हिब्रू भाषा के बिन्यामिन से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है -दाहिने हाथ का बेटा.
इस्लाम में भी है बेंजामिन का जिक्र
भले ही कुरान में सीधे तौर पर बेंजामिन का जिक्र नहीं हो आया हो, लेकिन इस्लामी परंपरा में यूसुफ की कहानी में बेंजामिन की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही है. इस्लाम के अनुसार, बेंजामिन पैगंबर याकूब के सबसे छोटे बेटे थे, जो हमेशा याकूब के साथ रहे और उन्हें एक धर्मी युवा के रूप में पहचाना गया है.
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