भारत के इस राज्य में नहीं मिलेगा एक भी गरीब, यहां रहते हैं सब अमीर
केरल में आपको एक भी गरीब नहीं मिलेगा. क्योंकि केरल देश का पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है, जहां कोई भी अत्यंत गरीब परिवार नहीं रहेगा. केरल के सीएम 1 नवंबर को केरल अत्यंत गरीबी मुक्त राज्य घोषित करेंगे.

एशिया में अमीर देशों के मुकाबले गरीब देशों की संख्या ज्यादा है. वहीं एशिया के अमीर देशों की लिस्ट में आज भी भारत नहीं आता है. हालांकि भारत तेजी से आर्थिक रूप से तरक्की की ओर बढ़ रहा है. वहीं भारत के कई राज्य भी आर्थिक रूप से मजबूत होने की अपने स्तर पर कोशिश कर रहे हैं. हालांकि आज भी कई राज्य गरीबी रेखा के अंतर्गत आते हैं. लेकिन इन सबसे अलग भारत का एक राज्य ऐसा भी है, जहां पर आपको एक भी गरीब नहीं मिलेगा और इस राज्य में सभी अमीर रहते हैं. ऐसे में चलिए आज हम आपको बताते हैं कि भारत का कौन सा राज्य है, जहां आपको एक भी गरीब नहीं मिलेगा और यहां सब अमीर कैसे हैं.
केरल में नहीं मिलेगा आपको एक भी गरीब
दरअसल यह सच है कि केरल में आपको एक भी गरीब नहीं मिलेगा. क्योंकि अब केरल देश का पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है, जहां कोई भी अत्यंत गरीब परिवार नहीं रहेगा. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन 1 नवंबर को केरल की स्थापना दिवस के मौके पर केरल को औपचारिक रूप से अत्यंत गरीबी मुक्त राज्य घोषित करेंगे. इसे लेकर केरल के मंत्री एमबी राजेश और वि शिवनकुट्टी ने बताया कि राज्य में 64,006 अत्यंत गरीब परिवारों में से अब 59,727 परिवार गरीबी मुक्त हो चुके हैं . वहीं केरल सरकार के मंत्रियों ने बताया कि यह सफलता सरकार की कई योजना का नतीजा है.
केरल में कौन-सी गरीबी मुक्त योजनाएं?
केरल की गरीबी उन्मूलन में उपलब्धियां के अनुसार केरल को अत्यंत गरीबी मुक्त बनाने के पीछे अलग-अलग सरकारी योजनाओं, आर्थिक सहायता और सामाजिक समर्थन शामिल है. राज्य सरकार ने इस पहल को लेकर राज्य में 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए और जरूरतमंदों को आवश्यक सुविधाओं से जोड़ा है. इसके अलावा केरल में 21,263 लोगों को मालिकाना हक के डॉक्यूमेंट्स दिए गए हैं. वहीं 18,438 परिवारों को राशन किट और 2,210 परिवारों को पका हुआ भोजन मुहैया कराया गया. इसके अलावा 29,427 परिवारों के 85,721 लोगों को बेहतर हेल्थ सुविधा और दवाइयां दी गई. वहीं 4,394 परिवारों को आजीविका सहायता और रोजगार प्रदान किया गया. लाइफ आवास परियोजना के तहत 3,467 परिवारों को रोजगार गारंटी कार्ड और 2,791 को जमीन दी गई. साथ ही 4,689 से परिवारों को घर भी आवंटित किए गए.
दुनिया में अपनी अलग पहचान बन चुका है केरल
नीति आयोग के आंकड़ों के अनुसार 2021 में केरल की गरीबी दर केवल 0.7 प्रतिशत थी. वहीं इसके बाद राज्य सरकार ने विशेष माइक्रो प्लान तैयार करके हर परिवार को लक्षित सहायता और सेवाएं प्रदान की. इसे लेकर केरल सरकार के सुशासन मंत्री और शिक्षा मंत्री ने बताया कि यह उपलब्धियां केरल को देश में पहले और दुनिया में चीन के बाद दूसरे स्थान पर ला रही है. वहीं केरल के गरीबी मुक्त राज्य बनने को लेकर केरल सरकार के एलएसजीडी मंत्री एमबी राजेश ने कहा कि अत्यंत गरीबी के सफल उन्मूलन का मतलब यह नहीं है कि भविष्य में अन्य लोगों को इसका लाभ नहीं मिलेगा बल्कि सरकार अब अत्यंत गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम को जारी रखने और अन्य लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए भी परियोजनाओं पर विचार कर रही है.
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Source: IOCL
























