खुदा हाफिज और अल्लाह हाफिज में क्या होता है अंतर? 99% लोग नहीं जानते हैं ये बात
खुदा हाफिज और अल्लाह हाजिफ का डिबेट समय समय पर होता रहता है. अब इसे जावेद अख्तर ने फिर से उभार दिया है. चलिए आपको बताते हैं कि खुदा हाफिज और अल्लाह हाफिज में क्या अंतर है.

इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग अक्सर दुआ और सलाम के लिए खुदा हाफिज और अल्लाह हाफिज बोलते हैं. अल्लाह हाजिफ और खुदा हाजिफ को लेकर समय समय पर बहस होती रहती है. जावेद अख्तर ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान इसपर बयान दिया था जो काफी वायरल हो रहा है जिसने फिर से लोगों के बीच खुदा हाजिफ और अल्लाह हाफिज की बहस को उभार दिया है. चलिए, आपको बताते हैं कि खुदा हाफिज और अल्लाह हाफिज में क्या अंतर होता है. दोनों शब्द को लेकर बहस क्यों होती रहती है.
दोनों में क्या है अंतर
मुस्लिम विदा लेते वक्त खुदा हाफिज और अल्लाह हाफिज का इस्तेमाल करते हैं. अगर दोनों शब्दों के मतलब को देखें तो दोनों के मतलब एक जैसे होते हैं कि अल्लाह आपकी हिफाजत करे. फिर एक सवाल मन में आता है कि जब दोनों के मतलब एक जैसे होते हैं तो फिर दोनों शब्द को लेकर इतना विरोधाभास क्यों देखने को मिलता है.
दरअसल इस विरोधाभास के पीछे इन शब्दों की उत्पत्ति है. खुदा हाफिज एक फारसी भाषा का निकला हुआ शब्द है वहीं, अल्लाह हाफिज अरबी भाषा का शब्द है. जावेद अख्तर ने अपने इंटरव्यू के दौरान इन दोनों शब्दों के बीच का फर्क समझाते हुए शिया और सुन्नी का उदाहरण दिया था. उन्होंने कहा कि खुदा फारसी का शब्द है जो ईरान में ज्यादा बोला जाता है आपको बता दें कि फारसी भाषा से निकले हुए शब्दों की उत्पत्ति ईरान से हुई थी. जावेद ने आगे कहा कि कट्टर सुन्नी मुस्लिम अल्लाह हाफिज लेकर आए क्योंकि खुदा सबका होता है. पिछले कुछ समय से भारतीय उपमहाद्वीप में अल्लाह हाफिज शब्द का चलन काफी बढ़ा है.
खुदा हाफिज से अल्लाह हाफिज
पिछले कुछ समय में खुदा हाजिफ से अल्लाह हाफिज की तरफ झुकाव हुआ है, खासकर पाकिस्तान जैसे देशों में यह मान्यता है कि खुदा एक आम शब्द है, जबकि अल्लाह खास इस्लामी है, इसलिए वहां लोग अल्लाह हाफ़िज बोलना ज्यादा पसंद करते हैं. हालांकि भारत में अभी भी एक बड़ी आबादी खुदा हाफिज ही बोलती है.
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Source: IOCL





















