जब पैसे की तंगी की वजह से भूख के मारे Dharmendra ने उठा लिया था ऐसा कदम, एक्टर को जाना पड़ा था हॉस्पिटल
सुपरस्टार धर्मेंद्र (Dharmendra) ने 70 और 80 के दशक में बॉलीवुड पर राज किया. ना सिर्फ धर्मेंद्र की अदाकारी बल्कि उनके स्टाइल को भी दर्शकों ने खूब सराहा था....

70 के दशक में अपनी अदाकारी से हर किसी के दिल पर छा जाने वाले सुपरस्टार धर्मेंद्र (Dharmendra) ने फिल्म इंडस्ट्री में सफलता हासिल करने के लिए बहुत संघर्ष किया. जब धर्मेंद्र स्टार बन गए तो बॉलीवुड में उन्हें ही-मैन का टैग दिया गया. इतना ही नहीं धर्मेंद्र को उस वक्त का मोस्ट हैंडसम हीरो कहा जाता था, लेकिन इस मुकाम तक पहुंचना धर्मेंद्र के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था.
View this post on Instagram
धर्मेंद्र की जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी था जब टैलेंट हंट जीतने के बाद भी उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में काम नहीं मिल रहा था. सरसों का साग और देसी घी की रोटी खाने वाले धर्मेंद्र को उन दिनों पैसों की तंगी की वजह से पूरा-पूरा दिन सिर्फ एक वड़ा पाव खाकर भी ग़ुजारा करना पड़ता था.
View this post on Instagram
संघर्ष के दिनों में एक बार धर्मेंद्र रात को अपने घर पहुंचे तब ना तो उनके पास पैसे थे और ना ही खाने के लिए कुछ. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस होटल पर धर्मेंद्र का उधारी खाता चलता था उसने भी खाना देने से मना कर दिया था. उस वक्त भूख के मारे धर्मेंद्र का बुरा हाल था, तभी सामने रखी ईसबगोल की शीशी पर उनकी नज़र पड़ी और उन्होंने पूरी शीशी को पानी में मिलाकर पी लिया.सुबह तक धर्मेंद्र की बुरी हालत हो गई, इत्तेफाक से धर्मेंद्र के एक दोस्त उनसे मिलने आए. धर्मेंद्र की हालत देखकर वो दोस्त उन्हें अस्पताल लेकर गया. जब धर्मेंद्र के दोस्त ने डॉक्टर से पूछा कि इसे कौन सी दवाई देनी है तो डॉक्टर ने जवाब दिया इसे दवाई की नहीं पेट भर खाने की जरूरत है.
View this post on Instagram
धर्मेंद्र ने अपनी जीवन में ऐसे दिन भी देखें हैं, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करते रहे. फिर एक दिन वो बन गए हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार, जिन्होंने अपने करियर में 'चुपके-चुपके', 'शोले', 'धरमवीर', 'सीता और गीता', 'मेरा गांव मेरा देश' और 'ड्रीम गर्ल' जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया.
यह भी पढ़ेंः
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL




























