पश्चिम बंगाल: किस पार्टी को कितनी सीटें और कितना वोट शेयर मिला, यहां जानें पूरा अंकगणित
42 लोकसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में एक दौर था जब इसे वाम दलों का गढ़ कहा जाता था. मगर इस बार के लोकसभा चुनाव में वाम दलों से जनता कन्नी काटती हुई नजर आई.

लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे आ गए हैं और इस बार सबसे चौंकाने वाली बात यह है बंगाल में ममता बनर्जी के गढ़ में बीजेपी ने विरोधी के किलों को ध्वस्त कर दिया है. यह बीजेपी का पश्चिम बंगाल में सबसे शानदार प्रदर्शन रहा. यहां बीजेपी 18 सीटें हासिल करने में कामयाब रही. इस बार सियासी पार्टियों के बीच लड़ाई काफी दिलचस्प थी, क्योंकि टीएमसी को भी इस बात का कहीं न कहीं अंदेशा था कि बीजेपी इस बार के लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है. बहरहाल, टीएमसी पश्चिम बंगाल में सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी. आइए जानते हैं कि पश्चिम बंगाल की जनता ने किस पार्टी को कितनी सीटें दी और क्या रहा वोटिंग प्रतिशत?
42 लोकसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में एक दौर था जब इसे वाम दलों का गढ़ कहा जाता था. मगर इस बार के लोकसभा चुनाव में वाम दलों से जनता कन्नी काटती हुई नजर आई. इस बार वाम दलों की दोनों पार्टियों - सीपीएम और सीपीआई को एक भी सीट नसीब नहीं हुई. हालांकि, राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर टीएमसी ने अपना नाम दर्ज किया. टीएमसी को यहां बीजेपी से कड़ी टक्कर मिली. सूबे में लोकसभा चुनाव के नतीजों पर गौर करें तो 22 सीटों पर टीएमसी ने जीत दर्ज की है, यहां पार्टी का वोट शेयर कुल 43.3 प्रतिशत रहा.
पश्चिम बंगाल में अपनी जमीन तलाश रही बीजेपी को इस बार सफलता हासिल हुई है. बीजेपी ने यहां 18 सीटों पर अपनी दावेदारी दर्ज की. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी सिर्फ दो सीटें ही अपने नाम कर पाई थी. सूबे में पार्टी को मिले वोटिंग प्रतिशत पर गौर करें तो पश्चिम बंगाल की जनता ने बीजेपी को दिल खोल कर अपना वोट दिया. तुलना करें तो बीजेपी महज 3 प्रतिशत वोट शेयर से टीएमसी से पीछे थी. बीजेपी को यहां 40 प्रतिशत वोट हासिल हुए हैं.
यहां दो सीटों पर कांग्रेस कब्जा जमाने में कामयाब रही. कांग्रेस को यहां 5.6 प्रतिशत वोट हासिल हुए. अन्य पार्टियों के वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो सीपीएम को 6.3 प्रतिशत वोट हासिल हुए हैं. अन्य वाम दल सीपीआई की बात करें तो लोगों ने 0.4 प्रतिशत वोट पार्टी की झोली में डाले. अन्य पार्टियों की बात करें तो लोगों 1.9 प्रतिशत वोट अन्य के खाते में दर्ज किए. किसी को नहीं चुनते हुए पश्चिम बंगाल की जनता ने 1 प्रतिशत वोट नोटा को दिए.
Source: IOCL


















