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#PMModiOnABP: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू की Full Transcript पढ़ें शब्दश:

Narendra Modi Interview: इस बेहद खास इंटरव्यू प्रधानमंत्री ने अपने विरोधियों पर हमला बोला तो साथ ही बीजेपी के अपने दम पर तीन सौ सीटों लाने के सवाल का भी जवाब दिया. प्रधानमंत्री ने अपने ऊपर हो रहे व्यक्तिगत हमलों से लेकर तमाम राजनीतिक मुद्दों से जुड़े सवालों के जवाब दिए.

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के छह चरणों के लिए वोटिंग हो चुकी है, अब बाकी दो चरणों के लिए सभा राजनीतिक दल पूरा जोर लगाकर प्रचार कर रहे हैं. इसी प्रचार कार्यक्रम के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने अपने रैली के मंच से एबीपी न्यूज़ को न्यूज़ से एक्सक्लुसिव बातचीत की है. इस इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने अपने ऊपर हो रहे व्यक्तिगत हमलों से लेकर तमाम राजनीतिक मुद्दों से जुड़े सवालों के जवाब दिए. प्रधानमंत्री ने अपने विरोधियों पर हमला बोला तो साथ ही बीजेपी के अपने दम पर तीन सौ सीटों लाने के सवाल का भी जवाब दिया. प्रधानमंत्री ने ममता बनर्जी से लेकर प्रियंका गांधी तक के बयानों का जवाब दिया. प्रधानमंत्री मोदी से यह खास बातचीत की हमारे संवाददाता विकास भदौरिया ने...

यहां पढ़ें प्रधानमंत्री मोदी के इंटरव्यू की फुल ट्रांसक्रिप्ट

विकास भदौरिया: हम कुरुक्षेत्र इलाके में हैं, कुरुक्षेत्र इलाका वो इलाका है जहां पर आदिकाल में महाभारत का धर्म युद्ध लड़ा गया था. और 2019 के धर्मयुद्ध की भी शुरुआत हो चुकी है. हमारे साथ इस वक्त देश के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी हैं, उनसे बात करते हैं. मोदी जी ये कहा जा रहा है कि बीजेपी की तरफ से कि ये धर्मयुद्ध है. और इस धर्मयुद्ध में ये तय होगा कि कौन गलत लोगों के साथ खड़ा है, कौन अच्छे लोगों के साथ खड़ा है.

नरेंद्र मोदी: मैं हमेशा कहता हूं और पार्लियामेंट में भी कहा था कि हमारा एक ही धर्म है, मां भारती की सेवा, हमारी एक ही धर्म पुस्तक है: भारत का संविधान. हमारा एक ही संकल्प है: देश के करोड़ों नागरिकों की सेवा करना, उनके जीवन में बदलाव लाना और उस संकल्प को लेकर पिछले पांच साल देश की जनता ने हमें जो आशीर्वाद दिए, उस आशीर्वाद को हमने शब्दश: लेटर एंड स्पिरिट में पालन करने का पूरा प्रयास किया है. आज हरियाणा में ये मेरा पहला कार्यक्रम है, अनेक राज्यों में जाकर मैं आया हूं, मैं अनुभव करता हूं कि इस बार वर्तमान सरकार को दोबारा लाने के लिए प्रो:इंकम्बेंसी वेव चल रहा है. हरियाणा की मेरी आज पहली सभा है, 12 तारीख को हरियाणा में मतदान होने वाला है, हरियाणा में भी वही उमंग, उत्साह मैं आज देख रहा हूं.

विकास भदौरिया: लेकिन इस धर्म युद्ध में, महाभारत में भी हमने देखा नैतिकता बार बार तार तार हुई थी और इस 2019 के धर्मयुद्ध में भी बार बार नैतिकता तार-तार हो रही है. जो शब्दों का प्रयोग हो रहा है, जैसी भाषा का प्रयोग हो रहा है, वो बेहद निम्नतम स्तर का है, और आपके लिए तो मौत के सौदागर से लेकर औरंगजेब और गंदी नाली का कीड़ा पता नहीं क्या-क्या कहा गया है. आपको ये सुनकर दुख नहीं होता, ठेस नहीं पहुंचती. या आदत पड़ गई है आपकी?

नरेंद्र मोदी: हम जिस परिवार में पैदा हुए हैं, जिस समाज में पैदा हुए हैं, जिस बैकग्राउंड से आए हैं, हम जानते हैं कि जो नामदार होते हैं, कामदारों का अपमान करना हम छोटे लोगों का अपमान करना ये उनके जेहन में होता है. बार बार अपमानित करना, भद्दे से भद्दी गालियां देना, हमारे स्वर्गस्त पिताजी को भी गाली देना. हमारी वयोवृद्ध माताजी को भी गाली देना ये सिलसिला कई सालों से चल रहा है लेकिन वे नामदार हैं, इसलिए आप जैसे मीडिया के लोग भी उनके खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं करते हैं. हम कामदार हैं गालियां सुनना हमारे नसीब में लिखा है. लेकिन गालियां सुनकर भी समाजसेवा के हमारे रास्ते पर से हम भटकते नहीं हैं और दूसरा ये जो कीचड़ उछाल रहे हैं. उन्होंने अनुभव कर लिया है कि मुझ पर और हमारी पार्टी पर आप जितना कीचड़ उछालोगे कमल उतना ही ज्यादा खिलेगा.

विकास भदौरिया: कल कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आपको दुर्योधन कहकर पुकारा और जो उनकी भाषा थी उसको संयमित नहीं कहा जा सकता. नरेंद्र मोदी: आप उन्हीं से पूछिए, मेरे मुंह से बुलवाने की जरूरत नहीं है.

विकास भदौरिया: एक और बात है. धर्मयुद्ध में ये कहा जाता है कि जो सच के साथ खड़ा है वो सच के साथ खड़ा है. लेकिन बंगाल में जो आप धर्मयुद्ध लड़ रहे हैं, हमने देखा कि एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें ममता बनर्जी जय श्री राम के नारे सुनने के बाद गुस्सा जाहिर कर रही हैं. और आरोप लगाया जा रहा है आपके ऊपर कि ये सब बीजेपी करवा रही है.

नरेंद्र मोदी: पश्चिम बंगाल की जनता भली भांति जानती है कि ममता जी की दाम और दमन की राजनीति उसका अंत हो चुका है. अब कोई उनको बचा नहीं सकता है और इसलिए वो लोकतंत्र को ही खत्म करने पर तुली हुई हैं. आए दिन वहां के राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या करना, सभाएं विफल करने के लिए जितना ही दमन कर सकती हैं करें. कुछ नौजवानों ने रास्ते पर जय श्रीराम बोला. तो उनपर जुल्म बरसा. लेकिन उनको याद रहना चाहिए कि महात्मा गांधी ने भी हमेशा कहा है कि उनके जीवन को बनाने में राम के नाम की बहुत बड़ी भूमिका रही है और वो जीवन के अंत तक राम नाम से जुड़े रहे थे. और ममता जी को राम नाम से नफरत है. ममता जी को दुर्गा पूजा में कठिनाई हो रही है. ममता जी को काली के उत्सव में मुसीबत हो रही है. तो शायद वोट बैंक की राजनीति में ममता जी ऐसी फंस गईं हैं, कि वह वहां के नागरिकों के सामान्य अधिकारों को भी कुचलने पर तुली हुईं हैं. आज बंगाल बहुत बड़ा संकट बना है. और मैं चाहूंगा कि इस देश का न्यूट्रल मीडिया जो आए दिन जम्मू कश्मीर की चर्चा करता है. जम्मू कश्मीर में पिछले दिनों पंचायत के चुनाव हुए. एक हिंसा की घटना नहीं हुई. बंगाल के अंदर पंचायत के चुनाव हुए, अनेक लोगों की हत्या हुई, अनेक लोग मारे गए. अभी पार्लियामेंट के चुनाव हुए कहीं हिंसा की घटना की बड़ी खबरें नहीं आईं हैं. अकेले मात्र पश्चिम बंगाल से हिंसा की घटना की खबरें आ रही हैं. उम्मीदवारों को मारा जा रहा है. बूथ कैप्चर करने की कोशिश हो रही है. तो लोकतंत्र के सामने खतरा है. और ये देश में बुद्धिजीवियों ने कभी ना कभी चर्चा करनी चाहिए. सिर्फ कोई मोदी विरोध करता है इसलिए उसके सारे पाप धुल जाते हैं. ये जो लुटियंस वालों ने दुनिया खड़ी की है. और उसमें आप जैसे चैनल भी बह जाते हैं. उसने बहुत बड़ा नुकसान किया है.

विकास भदौरिया: आप ये कह रहे हैं कि जो हिंसा हो रही है बंगाल में. कल ममता बनर्जी ने आपके लिए थप्पड़ शब्द का इस्तेमाल किया. क्या ये हिंसा को तेज करने की कोशिश के तहत दिया गया बयान है?

नरेंद्र मोदी: मैंने पहले ही कहा कि वे आपको मालूम होगा कि चुनाव घोषित होने से पहले इस देश के किसी राज्य के मुख्यमंत्री वहां गए तो उनको हैलीकॉप्टर लैंड नहीं करने दिए. सभाओं की परमिशन नहीं दी. वहां जुल्म इतना किया जाता है कि कोई पब्लिक मीटिंग हो तो उसके 200 किलोमीटर के एरिया में जो पंडाल बनाने वाले हैं, माइक देने वाले लोग हैं, कुर्सियां किराए पर देने वाले लोग हैं, उन पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है कि कोई वहां देगा नहीं. तो कभी बीजेपी को रैली करनी हो तो 5-5 सौ किलोमीटर दूर से सामान लाना पड़ता है. तो बिल्कुल अलोकतांत्रिक तरीके से जुल्म करने का यही एक रास्ता उन्होंने बचा है ऐसा वो सोच रही हैं.और इसलिए प्रधानमंत्री हो या स्थानीय कोई गांव का प्रधान हो सबके साथ एक ही प्रकार का जुल्म वो करती हैं.

विकास भदौरिया: मैं पुलवामा की तरफ आपका ध्यान खींचूंगा. पुलवामा के बाद जो बालाकोट का बदला लिया आपने, उसके बाद देश में चुनाव के मुद्दे बदल गए.राष्ट्रवाद की लहर और पाकिस्तान के खिलाफ ज्वार सिर चढ़कर बोल रहा है, लेकिन लोग जानते हैं कि आप राष्ट्रवादी हैं, लेकिन कुछ लोग सवाल पूछते हैं कि आपका राष्ट्रवाद क्या है ? आपकी राष्ट्रवाद की परिभाषा क्या है ?

नरेंद्र मोदी: पहली बात है कि चुनाव के मुद्दे नहीं बदले हैं. 2014 में 26 मई को हमारी सरकार बनी, संसद में जिस दिन मुझे नेता चुना गया उस दिन मैंने कहा था सरकार गरीबों को समर्पित है. हमने 5 साल जो काम किया है .चाहे गरीबों को घर देना हो, गांव:गांव बिजली पहुंचानी हो, चाहे घरों के अंदर बिजली का कनेक्शन देना हो, चाहे काले धन पर वार करना हो, चाहे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लड़ाई लड़नी हो, देश में ईमानदारी की ताकत बढ़ाने का काम हो, चाहे सामान्य वर्ग को 10 परसेंट आरक्षण देने की बात हो, चाहे किसान सम्मान निधि के जरिए हर साल 75 हजार करोड़ रुपये किसानों के खाते में जमा करने वाली बात हो. ऐसे अनगिनत काम हमारी सरकार ने किया है और हम उन्हीं बातों को लेकर चुनाव में हैं लेकिन हमें समझना चाहिए कि यह चुनाव नगर पालिका का नहीं है. यह अंबाला का चुनाव नहीं है, ये रोहतक शहर का चुनाव नहीं है, ये हिंदुस्तान का चुनाव है, हिंदुस्तान के चुनाव में हिंदुस्तान की सेना है, रक्षा का बजट है, हिंदुस्तान की सीमाएं हैं, हमारे पड़ोस में आतंकवाद एक्सपोर्ट करने का उद्योग चल रहा है तो स्वाभाविक है कि देश में सुरक्षा का मुद्दा सही मुद्दा है. क्योंकि ये जनता को जानने का हक है. सवाल कांग्रेस से पूछना चाहिए कि आप देश की सुरक्षा के लिए आपकी नीति क्या है. उन्होंने संकल्प पत्र में कहा है कि हम सेना को कम कर देंगे, पाकिस्तान भी कहता है कि कश्मीर से सेना हटाओ, वो कहता है कि सेना को जो अधिकार मिला है जो सुरक्षा कवच मिला है वो हटाओ. कांग्रेस वाले कहते हैं कि वो हटाएंगे. मैं हैरान हूं कि देश की सेना के प्रति ये भाव, सुरक्षा के प्रति भाव, कैसे देश का भला होगा, जहां तक राष्ट्रभक्ति ये हमारे रगों में है, आजादी का आंदोलन राष्ट्रभक्ति की ही प्रेरणा थी. भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु ने अपना जीवन दे दिया देश के लिए, राष्ट्रभक्ति ही प्रेरणा है. परिवार भक्ति के लिए काम करने वाले बहुत राजनीतिक दल देखें, पुत्र प्रेम की राजनीति करने वाले बहुत राजनीतिक दल देखें, अब देश को सिर्फ देश से प्रेम करने वालों की जरूरत है और बीजेपी ने सिर्फ और सिर्फ देश और इसके 125 करोड़ नागरिक को अपना आराध्य देव माना है और उसी की सेवा करते हैं, हम घर बनाते हैं गरीब के लिए, वहीं हमारे लिए देशभक्ति है, हम स्वच्छता का अभियान करते हैं वो भी हमारे लिए देशभक्ति है. हम आयुष्मान भारत योजना के लिए 5 लाख रुपया मुफ्त इलाज के लिए व्यवस्था किया तो हमारी देशभक्ति जन समान्य का कल्याण, यही हमारी देशभक्ति है

विकास भदौरिया: कुछ लोग आपके राष्ट्रवाद पर सवाल उठाते हैं तो देश जानना चाहता है कि आपका राष्ट्रवाद क्या है ?

नरेंद्र मोदी: मैंने वही समझाया कि देश में किसानों का कल्याण हो, ये मेरा राष्ट्रभाव है, ये मेरी राष्ट्रभक्ति है, ये मेरा राष्ट्रवाद है, सेना समर्थ बने, उसको सुरक्षा के साधनों की कमी ना हो, उसके कमफर्ट में कोई कमी ना रहे ये मेरी राष्ट्रभक्ति है, हमारे देश के स्पेस में हम प्रगति करें, हम मंगलयान हो, चंद्रयान हो हम उसमें आगे बढ़ें, हम मनुष्य को लेकर तिरंगा लेकर अंतरिक्ष में जाएं, ये हमारी राष्ट्रभक्ति है, हमारी मिसाइल चलते हुए सेटेलाइट को गिरा दे ये हमारी राष्ट्रभक्ति है, हमारी राष्ट्रभक्ति दुश्मनों को दुनिया पहचाने, मसूद अजहर को आंतकवादी घोषित करे, ये हमारी राष्ट्रभक्ति है. हमारे गांवों में पानी पहुंचे ये हमारी राष्ट्रभक्ति है, कांग्रेस के समय में जो रेल खड्डेप में जा रही थी उसमें गति लाना हमारी राष्ट्रभक्ति है, डबल रोड बनाना ये हमारी राष्ट्रभक्ति है, इसको और आगे बढ़ाना हमारी राष्ट्रभक्ति है, हमारे देश के नौजवानों को उनके आशा आकांक्षा के अनुसार मुद्रा योजना के तहत बैंकों से पैसा दिलाकर अपने पैरों पर खड़ा कराना, 17 करोड़ से ज्यादा ऐसे लोन दिए गए हैं, साढ़े चार करोड़ ऐसे नौजवान हैं जिन्होंने पहली बार लोन प्राप्त की है ये हमारी राष्ट्रभक्ति है और इसलिए जिनको ना राष्ट्र की समझ है ना भक्ति की समझ है, जनेऊ दिखाने से ना भक्ति आ जाती है और ना भारत बोलने से भक्ति आ जाती है, खपना पड़ता है, जिंदगी खपानी पड़ती है, परिवारवाद से बाहर आना पड़ता है , वंशवाद से बाहर आना पड़ता है, जातिवाद से बाहर आना पड़ता है

विकास भदौरिया: अभी जब सरकार चुनाव में है, सभी दल चुनाव में व्यस्त हैं तब आपने अपने सरकार के कई मंत्रालयों से 100 दिन का एजेंडा मांग लिया है. सवाल यह है कि सरकार जब चुनाव में है तो आप एजेंडा मांग रहे हैं, आपको इतना भरोसा है आपने ऊपर कि दोबारा जीतकर आ रहे हैं, इतना आत्मविश्वास कहां से लाते हैं आप

नरेंद्र मोदी: आत्मविश्वास मेरा है इसके बजाए ये विश्वास 125 करोड़ देशवासियों का है, और 125 करोड़ देशवासियों के विश्वास को मैं अनुभव कर सकता हूं, मैं उस आत्मविश्वास की झलक देख रहा हूं, उनके मन में इस सरकार के प्रति जो विश्वास बना है.देश में जिस प्रकार से 5 साल काम चला है, उसको उन्होंने जो देखा है उसमें से नई अपेक्षाएं नई आकांक्षाए पैदा हुई है उसमें से मेरा पक्का विश्वास है बीजेपी फिर एक बार पहले से अधिक सीट के साथ पूर्ण बहुमत से जीतेगी, एनडीए के मेरे साथी पहले से ज्यादा सीटों से जीतेंगे, इतना ही नहीं पहले जिन राज्यों में हमारी उपस्थिति कम थी उस राज्यों में हमारी उपस्थिति और बढ़ेंगी, पहले हमारा जो वेट शेयर था उससे ज्यादा वोट शेयर बढ़ेगा, इस प्रकार से मैं कह सकता हूं कि ये चुनाव हर प्रकार से चारों तरफ से बीजेपी की नई नई सिद्धियों का चुनाव है और जब मुझे मालूम है इसलिए हमारे संकल्प पत्र में भी आप महसूस करते होंगे कि एक जिम्मेवार शासक को क्या कहना चाहिए, जिम्मेवार सरकार कैसी होनी चाहिए ये हमारे संकल्प पत्र में झलकता है, सरकार एक निरंतर प्रक्रिया है, 2014 में मैं नया था , मुझे बहुत कुछ सीखना बाकी था, आते ही गति को पकड़ना मेरे लिए मुश्किल था लेकिन अब तो मुझे अनुभव है तो मैं चाहूंगा कि सरकार के तमाम विभागों पर चुनाव का कोई प्रभाव ना पड़े. उनकी प्रक्रिया चलती रहनी चाहिए, पिछले 5 सालों से अधिक गति से सरकार काम करें

विकास भदौरिया: आप कह रहे हैं कि पिछली बार से ज्यादा आएंगे तो जो नारा लगाया जा रहा है पब्लिक की तरफ से कि अबकी बार 300 पार. तो क्या 300 के पार रहेगी अकेली बीजेपी?

नरेंद्र मोदी: पब्लिक, जनता जनार्दन ईश्वर का रूप होती है. जनता:जनार्दन के मुंह से जो आवाज निकलती है उस आवाज का सम्मान करना चाहिए. विकास भदौरिया: लेकिन ये रास्ता जो है दिल्ली का वो उत्तर प्रदेश से होकर जाता है. वहां पर कहा जा रहा है कि बुआ और बबुआ का साथ पसंद है. तो ये साथ आपके लिए मुश्किलें पैदा करेगा क्या? नरेंद्र मोदी: यही नारा, एक साल-दो साल पहले उत्तर प्रदेश में किसी एक के दूसरे के साथ की बात होती थी. तो वो कॉन्ट्रेक्ट खत्म हो गया. अब नया कॉन्ट्रेक्ट हुआ है तो जनता इस कॉन्ट्रेक्ट को भली भांति जानती है. उत्तर प्रदेश में हम सारे रिकॉर्ड पहले के तोड़ देंगे. पहले के सारे रिकॉर्ड तोड़ देंगे.

विकास भदौरिया: जिस तरह से दो लड़कों का साथ ध्वस्त हुआ था, उस तरह ही बुआ और बबुआ का साथ भी होगा? नरेंद्र मोदी: मैंने कहा कि जनता पूरी तरह जातिवाद, संप्रदायवाद से ऊपर उठकर के सिर्फ और सिर्फ देश का कल्याण, देश की समृद्धि, देश की सुरक्षा, देश का सम्मान, देश के नागरिकों का उज्जवल भविष्य इन्हीं मुद्दों पर एकजुट हो गई है. पुरुष हो, स्त्री हो, गांव हो, शहर हो, बूढ़े हो, जवान हो, सब एक ही मंत्र लेकर चले हैं कि देश में मजबूत सरकार बनानी है.

विकास भदौरिया: दिल्ली में ये कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मुश्किल पैदा करेगी, बीजेपी के लिए वहां पर हालात उतने अच्छे नहीं है जितने 2014 में थे. आप महसूस करते हैं ऐसा? नरेंद्र मोदी: उनके हालात इतने खराब हैं कि पिछले दो महीने से वो कहता है कि आओ मिलकर के लड़ें और दूसरा कहता है कि आओ मिलकर के लड़ें. मिलने के लिए लाखों कोशिश हुईं है, नए नए लोगों को बीच में डाला गया. हर प्रकार की कोशिश की गई कि भई मिलजुल कर के लड़ें वरना और उन्होंने खुद कहा है कि अगर मिलजुल कर नहीं लड़ेंगे तो भारतीय जनता पार्टी हमको साफ कर देगी. बचने के लिए आओ मिलकर के लड़ें लेकिन सीटों का एडजस्टमेंट उनका हो नहीं पाया. जो पहले से ही करते थे कि मिलकर के बचने की कोशिश करें. तब भी उनको भरोसा नहीं था कि जीतेंगे वो अब भी जीतेंगे इसकी संभावना मैं मानता हूं कि कम से कम उनकी बातों का तो भरोसा करो. उन्होंने पराजय स्वीकार कर लिया है.

विकास भदौरिया: एक आखिरी सवाल आपसे लूंगा. कमलनाथ ने हाल ही में कहा कि वो कांग्रेस को मेजॉरिटी के आस:पास भी नहीं देख रहे हैं. प्रियंका गांधी ने पहले अपनी तरफ से कहा कि वो बनारस से चुनाव लड़ सकती हैं.बाद में उन्होंने इंकार कर दिया. तो ये बातें किस ओर इशारा कर रही हैं. नरेंद्र मोदी: कांग्रेस पार्टी ने ओपनली स्वीकार किया है कि जो कभी मुख्य धारा में राजनीति चलती थी वो पार्टी आज वोट कटुआ पार्टी बनकर रह गई है. और वो ओपनली उन्होंने स्वीकार किया है. उनके मुख्यमंत्री ने भी कहा है कि वो सरकार बनाने के लिए नहीं लड़ रहे हैं. वो इज्जत बचाने के लिए लड़ रहे हैं. कि कहीं 40-45 से हम नीचे ना हो जाएं. उनको ये चिंता है कि हम बचें कैसे. तो ये तो उन्हीं के लोग बोल रहे हैं. मुझे बोलने की जरूरत नहीं है.

विकास भदौरिया: एक आखिरी सवाल है. राहुल गांधी ने आज कोर्ट में माफी मांग ली है, उन्होंने कहा कि जो चौकीदार चोर है का नारा था वो कोर्ट के साथ उन्होंने गलत तरीके से इस्तेमाल किया और बिना शर्त माफी मांगी है. नरेंद्र मोदी: कोर्ट की जो रिपोर्टिंग है वो आप सही रिपोर्टिंग कर दीजिए और आने वाले 10 दिन उनको कंटीन्यू कीजिए. देश की सेवा होगी. विकास भदौरिया: बहुत:बहुत धन्यवाद, हमारे साथ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी थे.

यहां देखें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फुल इंटरव्यू

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