Subramanian Swamy on Narendra Modi: नरेंद्र मोदी से क्यों है BJP के सुब्रमण्यम स्वामी का '36 का आंकड़ा'? 2020 से नहीं हुई बात, जानिए कहां है दिक्कत
Subramanian Swamy on Narendra Modi: डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झूठ बोलते हैं. उन्होंने चीन के मुद्दे पर भी देश से झूठ बोला.
Subramanian Swamy on Narendra Modi: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता डॉ सुब्रमण्यम स्वामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े आलोचक हैं. समय-समय पर वह पीएम मोदी, उनके नेतृत्व वाली एनडीए सरकार और बीजेपी के काम करने के तरीकों, फैसलों और नीतियों पर सवाल उठाते आए हैं. यही वजह है कि उनका पीएम मोदी से 36 का आंकड़ा माना जाता है और शायद इसी के चलते लगभग चार साल से अधिक समय से दोनों की कोई बात नहीं हुई है.
'बियर बाइसेप्स' नाम के यूट्यूब चैनल के साथ पॉडकास्ट में विराट हिंदुस्तान संगम (वीएचएस) के अध्यक्ष ने बताया, "मुझे लगता है कि भारत में भ्रष्टाचार एक ऐसा मुद्दा है, जिसका हल किया जाना चाहिए पर बीजेपी ऐसा नहीं कर पा रही है. मैं बीजेपी का हिस्सा हूं...मैं इनके साथ लंबे समय से साथ हूं. मुझे पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी से भी दिक्कत थी लेकिन इतनी समस्या नहीं थी, जितनी कि पीएम नरेंद्र मोदी से है."
"चीन और अयोध्या के राम मंदिर पर PM नरेंद्र मोदी ने बोला झूठ!"
नरेंद्र मोदी से आपको क्या दिक्कत है? यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया के इस सवाल पर बीजेपी नेता ने कहा- वह झूठ बोलते हैं. उदाहरण के तौर पर वह कहते हैं कि चीन से हमारी सीमा में कोई आया नहीं लेकिन यह झूठ है. राम मंदिर में उनका कोई योगदान नहीं है मगर वह उसका भी श्रेय ले लेते हैं. राम मंदिर के पीछे मेरा योगदान था पर उसके निर्माण और उससे जुड़ी पहल से मुझे दूर रखा गया.
सुब्रमण्यम स्वामी की आखिरी बार PM से क्या हुई थी बातचीत?
यह पूछे जाने पर कि क्या आपकी पीएम मोदी से हाल-फिलहाल में बात हुई है? दो टूक जवाब आया, "नहीं, अभी तो नहीं हुई है." सुब्रमण्यम स्वामी ने यह भी बताया- साल 2020 से मेरी उनसे कोई बातचीत नहीं हुई है. मेरी तब उनसे इकनॉमिक पॉलिसी, देश की दिशा और चीन से जुड़े मसलों पर बात हुई थी.
नरेंद्र मोदी को नहीं होना चाहिए था BJP उम्मीदवार: सुब्रमण्यम स्वामी
इंटरव्यू में बीजेपी नेता ने यह भी कहा- मुझे निजी तौर पर लगता है कि बीजेपी को नरेंद्र मोदी के बगैर साल 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए था. मुझे पूरा यकीन है कि बीजेपी सिर्फ और सिर्फ हिंदुत्व के मुद्दे पर यह इलेक्शन जीत जाती लेकिन नरेंद्र मोदी के सामने यह मुद्दा कमजोर हो जाता है. उन्हें बीजेपी का उम्मीदवार नहीं होना चाहिए.
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