प्रियंका गांधी ने फोन कॉल पर ऐसा क्या कहा? मान गए अखिलेश यादव, UP में टूटते-टूटते बच गया I.N.D.I.A. अलायंस
Lok Sabha Elections 2024: प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में गठबंधन की नैया बचाने में सफल रही हैं. दोनों पार्टियां सीटों के पेच में फंसी हुई थीं और प्रियंका गांधी ने वो फॉर्मूला दिया, जिससे बात बन गई.
Congress-Samajwadi Party Alliance In UP: प्रियंका गांधी सपा-कांग्रेस के गठबंधन को बचाने में सफल रहीं. दोनों ही पार्टियों के बीच लंबी-बातचीत हो चुकी थी, आंकड़ों पर बात चल रही थी, लेकिन इन सबके बीच बात नहीं बन रही थी. पहले दिन खबर आई की यूपी में सपा-कांग्रेस का गठबंधन टूट गया है. दूसरे ही दिन अखिलेश यादव का बयान आया और उन्होंने ऐलान किया कि कांग्रेस के साथ गठबंधन होगा. आखिर एक दिन में ऐसा क्या हुआ कि सब बदल गया. खबर है कि यूपी में गठबंधन बचाने में प्रियंका गांधी का रोल सामने आया है. उनके एक फोन कॉल के बाद ही दोनों पार्टियों के बीच मामला सुलझ सका है.
इस वक्त की बात करें तो सीट बंटवारे पर समाजवादी पार्टी-कांग्रेस के बीच करीब-करीब सहमति बन गई है. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की सपा प्रमुख अखिलेश यादव से फोन पर हुई बातचीत के बाद दोनों पार्टियों के बीच यह सहमति बनी. बाद में अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सीट बंटवारे को लेकर सपा का कांग्रेस से कोई विवाद नहीं है और दोनों दलों के बीच गठबंधन होगा.
अखिलेश यादव ने गठबंधन पर क्या कहा?
अखिलेश यादव ने मुरादाबाद में संवाददाताओं से बातचीत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में शामिल नहीं होने के सवाल पर कहा, ''अंत भला तो सब भला. बाकी आप लोग समझदार हैं.'' इस सवाल पर कि कांग्रेस के साथ गठबंधन होगा या नहीं, अखिलेश ने कहा, ''होगा.'' कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे को लेकर विवाद के सवाल पर सपा प्रमुख ने कहा, ''कोई विवाद नहीं है. आपके सामने सब चीजें साफ हो जाएंगी.''
क्या बीएसपी के लिए भी दरवाजे खुले?
इस सवाल पर कि कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) के लिये कांग्रेस के दरवाजे खुले होने की बात कही है, सपा अध्यक्ष ने कहा, ''अब यह सब बात पुरानी हो गयी है.'' नयी दिल्ली में सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अखिलेश यादव से फोन पर बात की, जिसके बाद दोनों दलों के बीच गतिरोध टूटा और सीट बंटवारे पर लगभग सहमति बन गई.
नंबर्स पर नहीं तो किस बात का था विवाद
सूत्रों ने कहा, ‘‘सीट की संख्या को लेकर विवाद नहीं था, बल्कि इस बात पर गतिरोध बना हुआ था कि कांग्रेस को कौन-कौन सी सीट दी जा रही हैं. सपा हमें अब कुछ ऐसी सीट देने पर सहमत हो गई है जो हम लड़ना चाहते थे.’’ उन्होंने बताया, ‘‘सपा नेतृत्व की ओर से वाराणसी, कानपुर, सीतापुर, अमरोहा, झांसी, फतेहपुर सीकरी और कुछ अन्य सीट कांग्रेस को दिए जाने पर सहमति जताई गई है.
इन सीटों पर अभी भी नहीं बनी है सहमति
कांग्रेस श्रावस्ती लोकसभा सीट चाहती है, लेकिन अभी सहमति नहीं बनी है.’’ सूत्रों ने यह भी कहा कि बलिया लोकसभा सीट को लेकर अभी स्पष्टता नहीं है. पार्टी पूर्वांचल की बलिया लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के लिए चाहती है. उन्होंने बताया कि सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस को 16-18 सीटें मिल सकती हैं. लखनऊ में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि दोनों पार्टियों के बीच कुछ सीट को लेकर अदला-बदली की बात हो रही है. संभावना है कि सीट बंटवारे को लेकर बात बन जाएगी.
भारत जोड़ो यात्रा में कब शामिल होंगे अखिलेश?
सपा ने ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.)’ गठबंधन की अपनी सहयोगी कांग्रेस को उत्तर प्रदेश की 80 में से 17 लोकसभा सीट देने की पेशकश की थी. सपा अध्यक्ष को रायबरेली में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होना था, लेकिन वह शामिल नहीं हुए थे. सपा ने कहा था कि अखिलेश यात्रा में तभी शामिल होंगे, जब कांग्रेस इस पेशकश को स्वीकार करेगी. इसके बाद ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का गठबंधन नहीं हो सकेगा.
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Source: IOCL


















