स्टिंग ऑपरेशन: जाने क्यों हुए बिहार में 65 फीसदी स्टूडेंट्स फेल

पटना: इस साल बिहार में 12वीं क्लास में 65 प्रतिशत छात्र फेल हो गए हैं. सबसे बड़ा सवाल ये है कि एक साथ इतने छात्र फेल कैसे हो सकते हैं ? एबीपी न्यूज संवाददाता मनोज वर्मा और कैमरामैन रंजीत कुमार ने गोपालगंज जिले में खुफिया कैमरे से इस रहस्य का पर्दाफाश किया है. गोपालगंज जिले में सिर्फ 22 से 25 प्रतिशत छात्र ही बारहवीं में पास हुए. 75 से 80 प्रतिशत छात्र फेल हुए. स्टिंग ऑपरेशन से साफ हो गया कि गड़बड़ी कहां से हुई है. गुनहगार कौन है ?
क्यों हुए बिहार में इतने बच्चे फेल ? मनोज वर्मा बिहार के गोपालगंज जिले में पहुंचे थे. इस सच का पता लगाने के लिए कि बारहवी के छात्रों को पास या फेल करने वाले शिक्षक इस लायक थे या नहीं लेकिन बड़ी चुनौती ये थी कि कैसे ढूंढा जाए ऐसे शिक्षकों को जिन्होंने बारहवीं के छात्रों की कॉपी चेक की थी.
एबीपी न्यूज़ ने की तह तक पड़ताल ऐसे शिक्षकों की लिस्ट निकालना आसान नहीं था. मनोज और रंजीत गोपालगंज के जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर पहुंचे. जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार मिल तो गए लेकिन कॉपी चेक करने वाले शिक्षकों की लिस्ट निकलवाने के लिए मनोज वर्मा को वेष धरना पड़ा बिहार विद्यालय शिक्षा समिति के अधिकारी का.
स्टिंग ऑपरेशन में हुआ बड़ा खुलासा इसी बातचीत के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार ने ये सच उगल दिया कि बारहवीं की कॉपी प्राइमरी और मिडिल स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों ने चेक की है. सवाल ये था कि प्राइमरी और मिडिल स्कूल के मास्टर साहब को कॉपी चेक करने के लिए दी किसने. अशोक कुमार ने कैमरे पर दावा किया कि ऊपर से ऑर्डर था. ऊपर से ऑर्डर का मतलब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अधिकारी के आदेश से गोपालगंज के जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार ने प्राइमरी और मिडिल स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों को कॉपी चेक करने के लिए दी.
जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार के जरिए ये सच सामने आ चुका था, कि बिहार में बारहवीं क्लास के छात्रों की कॉपी जिन शिक्षकों ने जांच की वो इस काबिल नहीं थे.यहां देखें पूरा स्टिंग ऑपरेशन
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Source: IOCL






















