'चाइनीज' MBBS डिग्री पर न करें भरोसा, अब तो सरकार भी कह रही है 'रहने भी दो यारो'
MBSS in China: चीन के विश्वविद्यालय एमबीबीएस करने के लिए छात्रों को लुभाने में जुट गए हैं. ऐसे में विदेश मंत्रालय ने भारतीय छात्रों को दाखिला लेने से पहले चेताया है.

China MBBS Admissions: जो छात्र मेडिकल की पढ़ाई के लिए चीन जाने का मन बना रहे हैं ऐसे छात्रों को सोच समझकर चीनी विश्वविद्यालयों में मेडिकल की पढ़ाई करने जाने के लिए भारत सरकार ने सचेत किया है. भारत सरकार ने कहा है कि वह सोच-समझकर तथा पूरी जानकारी करने के बाद ही वहां के विश्वविद्यालयों में एडमिशन लें. कोरोना के बाद अब फिर से चीन ने भारतीय छात्रों को मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए लुभाना शुरू कर दिया है. छात्र भी वहां एडमिशन लेने के इच्छुक दिखाई दे रही है और वहां जाने की तैयारी में हैं.
नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने चीन में शिक्षा लेने वाले भारतीय छात्रों के लिए जारी नए नियमों को भी संज्ञान में लाया गया है और उसी के अनुसार आगे का निर्णय करने को कहा गया है. ये जानकारी सोमवार को बीजिंग में मौजूद भारतीय दूतावास ने दी है. भारतीय दूतावास ने 10 सितंबर 2022 को सलाह देते हुए कहा था कि 18 नवंबर 2021 को एनएमसी की तरफ से जारी दिशा-निर्देश में साफ तौर पर कहा गया है कि जिस देश में भारतीय छात्र मेडिकल की डिग्री हासिल कर रहे हैं. उन्हें उस देश के संबंधित प्रोफेशनल नियामक एजेंसी से आवश्यक लाइसेंस लेना आवश्यक है, जो डिग्री उन्हें दी जा रही है उसका इस्तेमाल वो उस देश में ही मेडिकल प्रैक्टिस में कर सकते हैं.
1300 को दिया वीजा
जिसके मुताबिक जो डिग्री वहां की नागरिकता रखने वाले छात्रों को मेडिकल प्रैक्टिस के लिए दी जाती है, वहीं डिग्री विदेशी छात्रों को भी मिलनी चाहिए. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा है कि 1300 भारतीय छात्रों को पढ़ाई के लिए चीन ने वीजा दिया है.
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Source: IOCL





















