Rahul Gandhi: राहुल गांधी ने F&O ट्रेडिंग में छोटे निवेशकों को हो रहे नुकसान को लेकर सेबी पर उठाए सवाल
Rahul Gandhi X Post: राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा है कि पिछले 3 सालों में 90 फीसदी छोटे निवेशकों ने अनियंत्रित एफएंडओ ट्रेडिंग में 1.8 लाख करोड़ रुपये गंवा दिए हैं.
Rahul Gandhi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शेयर बाजार में बड़ी हलचल के पीछे कुछ बड़ी वजह होने का शक जाहिर किया है. उन्होंने सेबी पर सवाल उठाया है और अपने सोशल मीडिया ट्वीट के जरिए शेयर बाजार में असमान गतिविधियों की शंका जाहिर की है. फ्यूचर एंड ऑप्शन या एफएंडओ ट्रेडिंग को लेकर राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर छोटे निवेशकों को हो रहे घाटे की ओर ध्यान दिलाया है.
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि....
"अनियंत्रित एफएंडओ (Future & Options) ट्रेडिंग पिछले 5 सालों में 45 गुना बढ़ गई है. पिछले 3 सालों में 90 फीसदी छोटे निवेशकों ने 1.8 लाख करोड़ रुपये गंवा दिए हैं. सेबी को इस मामले में उन 'बड़े खिलाड़ियों' का नाम सामने लाना चाहिए जिनकी वजह से छोटे निवेशकों को इस तरह की ट्रेडिंग बड़ी मारक पड़ रही है."
1.13 करोड़ ट्रेडर्स को 1.81 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ- सेबी की रिपोर्ट
एबीपी ने कल ही इस बारे में बताया था और खबर के जरिए इसकी जानकारी दी थी कि 3 सालों में फ्यूचर एंड ऑप्शन में ट्रेड करने वाले 1.13 करोड़ ट्रेडर्स को 1.81 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इसका सीधा अर्थ से है कि शेयर बाजार में डेरिवेटिव्स सेगमेंट यानि फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेड करने वाले 1.13 करोड़ ट्रेडर्स ने 1.81 लाख करोड़ रुपये गंवा दिए. ट्रेडर्स को हुए फायदे और नुकसान को लेकर सेबी की रिपोर्ट तैयार की गई है और ट्रेडिंग में हुए नुकसान में ट्रांजैक्शन कॉस्ट को भी जोड़ा गया है.
सेबी की रिपोर्ट से ही सामने आया है आंकड़ा
दरअसल सेबी ने तीन साल के दौरान इक्विटी के डेरिवेटिव सेगमेंट में ट्रेडिंग पर रिपोर्ट तैयार की है. इसमें सेबी ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 से लेकर वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान यानी तीन सालों के दौरान 1.13 करोड़ यूनिक इंडीविजुअल ट्रेडर्स ने एफएंडओ ट्रेडिंग करने पर 1.81 लाख करोड़ रुपये गंवा दिए हैं.
इस बात को लेकर कुछ सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर भी सवाल उठा चुके हैं और इन एफएंडओ ट्रेडिंग को लेकर पहले भी कई बार वित्तीय एक्सपर्ट कुछ परेशानियां जाहिर कर चुके हैं. सेबी पर हाल ही में उठी हिंडनबर्ग की शंकाओं के बीच ये बड़े सवाल एक बार फिर उसके लिए दबाव बनने की स्थिति जैसे लग सकते हैं.
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