म्यूचुअल फंड ने बढ़ाया IT कंपनियों में निवेश, जानिए क्या आपको भी खरीदने चाहिए इनके शेयर?
दरअसल ज्यादातर टेक्नोलॉजी कंपनियों ने सितंबर महीने से रिकवरी के संकेत दिए हैं. लिहाजा फंड मैनेजरों का इनकी ओर रुझान बढ़ा है.

घरेलू फंड मैनेजरों ने पिछले साढ़े चार साल में टेक्नोलॉजी शेयरों में अलोकेशन बढ़ा दिया है. अब यह बढ़ कर साढ़े फीसदी तक पहुंच गया है. जून में यह 8.7 फीसदी था जबकि मई में 8 फीसदी. दरअसल कोविड-19 की वजह से सुरक्षित निवेश के लिहाज से निवेशकों का रुझान टेक्नोलॉजी शेयरों में बढ़ा है.
टेक्नोलॉजी शेयरों में बढ़ा निवेश
पोर्टफोलियो वेट के हिसाब से देखें तो टेक्नोलॉजी सेक्टर दूसरे नंबर पर है, जबकि पिछले कुछ महीनों में यह चौथे नंबर पर था. हालांकि प्राइवेट बैकों के शेयर पहले नंबर पर बने हुए हैं. हालांकि इतना होने के बाद भी घरेलू फंड मैनेजरों के पोर्टफोलियो में टेक्नोलॉजी शेयरों की हिस्सेदारी कम है. बीएसई 200 में टेक्नोलॉजी शेयरों की हिस्सेदारी 13.5 फीसदी है. कुल 20 फंडों में एक्सिस और यूटीआई ही ओवरेवेटेड हैं.
निवेश से पहले शेयरों को परख लें
दरअसल ज्यादातर टेक्नोलॉजी कंपनियों सितंबर महीने से रिकवरी के संकेत दिए हैं. चूंकि ज्यादातर लोगों ने अब घर से काम करने का तरीका अपना लिया है इसलिए टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट की मांग भी बढ़ गई है. रिसर्चर और एडवाइजरी फर्म गार्टनर का कहना है कि वर्ष 2021 से 2024 के बीच आईटी सर्विसेज में खर्च 5 से 8 फीसदी बढ़ेगा. वर्ष 2010-19 के बीच इसमें 4.9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी.
एसएंडपी बीएसई आईटी इंडेक्स एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स से आठ फीसदी अधिक रिटर्न दे चुका है. जिन अन्य सेक्टरों की वेटिंग ज्यादा है उसमें एनर्जी सेक्टर सबसे ऊपर है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 9.7 फीसदी के इजाफे के बाद एनर्जी सेक्टर के शेयरों वेटेज में इजाफा हुआ था. अब सवाल यह है कि क्या निवेशकों को भी टेक्नोलॉजी शेयरों की ओर रुख करना चाहिए. फिलहाल ट्रेंड ऐसा ही दिख रहा है. फिर भी इसमें निवेश से पहले शेयरों को परफॉरमेंस को अच्छी तरह परख लेना चाहिए. जल्दबाजी में इसमें निवेश न करें
इसी साल बिक जाएंगे चार सरकारी बैंक, सरकार की तैयारी पूरी
कोरोना से हेल्थ इंश्योरेंस लेने वालों की तादाद बढ़ी, प्रीमियम की आय में 31 फीसदी का इजाफा
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL






















