मुंबई को इस मामले में चैलेज कर रहा गुरुग्राम, 1977 में HUDA के आने के बाद बदली कहानी
Gurugram Real Estate: गुरुग्राम कुछ साल पहले भी अपनी खेती-बाड़ी के लिए जाना जाता था, लेकिन अब यह तेजी से फल-फूल रहा है. आज गुरुग्राम इन्वेस्टर्स के लिए सबसे पसंदीदा जगहों में से एक बन गया है.

Gurugram Real Estate: देश का रियल एस्टेट मार्केट इस साल गजब की स्पीड से आगे बढ़ा, जिसका श्रेय लगातार होते इकोनॉमिक ग्रोथ, कन्ज्यूमर्स की बदलती अपेक्षाओं और रेजिडेंशियल व कमर्शियल दोनों ही सेक्टर्स में बढ़ते निवेश को जाता है. इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि इस बीच प्रीमियमाइजेशन पर ज्यादातर फोकस किया जा रहा है. घर खरीदार अब बड़े स्पेस और मॉर्डन फेसिलिटीज को अधिक प्रॉयरिटी दे रहे हैं.
गुरुग्राम बन रहा रियल एस्टेट का हब
इस क्रम में Delhi-NCR का रियल एस्टेट मार्केट बड़ी ही तेजी से उभर रहा है. खासकर, ग्रुरुग्राम तो इसका हब बन रहा है, जहां लग्जरी, प्रीमियम और प्लॉटेड हाउसिंग सेगमेंट में डिमांड लगातार बढ़ रही है. द्वारका एक्सप्रेसवे, सदर्न पेरिफेरल रोड (SPR), गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन, न्यू गुरुग्राम और सोहना जैसे प्रमुख कॉरिडोरों में कनेक्टिविटी में सुधार, बढ़ती सुविधाओं और शहर की मजबूत कॉर्पोरेट उपस्थिति के कारण शानदार traction देखने को मिला. रेजिडेंशियल व कमर्शियल दोनों सेगमेंट को GCC सेटअप में बढ़ोतरी, ग्रेड-A ऑफिस लीजिंग और निवेशकों के मजबूत विश्वास से महत्वपूर्ण लाभ मिला.
इंवेस्टर्स को भा रहा गुरुग्राम में निवेश
गुरुग्राम कुछ साल पहले भी अपनी खेती-बाड़ी के लिए जाना जाता था, लेकिन अब यह तेजी से फल-फूल रहा है. शुरुआत में, दिल्ली के पास होने के बावजूद खराब सड़कें, बार-बार पावर कट, बेसिक साफ-सफाई की कमी के चलते यहां बसने के बारे में लोग मुश्किल से ही सोच पाते थे, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं. आज की बात करें तो, गुरुग्राम घर खरीदने वालों और इन्वेस्टर्स के लिए सबसे पसंदीदा जगहों में से एक बन गया है और तो और, यह भारत की लग्जरी रियल एस्टेट कैपिटल के तौर पर मुंबई को भी चुनौती दे रहा है.
2000 के दशक की शुरुआत तक, गुरुग्राम भारत के सबसे तेजी से बढ़ते रियल एस्टेट बाजारों में से एक बन गया था. धीरे-धीरे IT और फाइनेंशियल सर्विसेज हब के तौर पर उभरने से मल्टीनेशनल कंपनियों का ध्यान आकर्षित हुआ. बड़े पैमाने पर प्रोफेश्नल्स यहां आकर रहने लगे, जिन्हें घरों की जरूरत थी. डेवलपर्स ने मिड-सेगमेंट और लग्जरी अपार्टमेंट बनाकर इनकी डिमांड पूरी की. धीरे-धीरे इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश बढ़ा, दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे (NH-48) के निर्माण और मेट्रो कनेक्टिविटी के विस्तार ने शहर को कहीं ज्यादा सुलभ बना दिया, जिससे रेजिडेंशियल और कमर्शियल डिमांड और बढ़ गई.
क्या 2026 में भी रहेगी तेजी?
गंगा रियल्टी के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर नीरज के मिश्रा के अनुसार, ''2025 NCR रियल एस्टेट के लिए एक निर्णायक साल रहा. खासकर गुरुग्राम के लिए, जहां डिमांड पैटर्न स्पष्ट रूप से हाई क्वॉलिटी लाइफस्टाइल-ड्रिवन घरों की ओर शिफ्ट हुआ है. आज के खरीदार सुविधाओं, स्थिरता और लॉन्ग टर्म वैल्यू को प्राथमिकता दे रहे हैं, जिससे डेवलपर्स को लगातार इनोवेशन के लिए बढ़ावा मिल रहा है. द्वारका एक्सप्रेसवे के लगभग तैयार होने और प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड्स के कनेक्टिविटी को बदलने की उम्मीद के साथ 2026 उभरते माइक्रो-मार्केट्स में और भी अधिक अवसर खोलेगा. गंगा रियल्टी को विश्वास है कि आने वाला साल एंड-यूजर और निवेशक सहभागिता में उल्लेखनीय वृद्धि लेकर आएगा, जिसे स्थिर अर्थव्यवस्था और परिपक्व हो रहे उपभोक्ता mindset का समर्थन मिलेगा.''
त्रेहान ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर सारांश त्रेहान ने बताया, "साल 2025 में एनसीआर का रेजिडेंशियल मार्केट काफी मजबूत रहा और गुरुग्राम ने बिक्री तथा नए आवासीय प्रस्तावों—दोनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. यह शहर अब आधुनिक रियल एस्टेट का प्रमुख विकास-केंद्र बन चुका है, जहां उच्च-स्तरीय आवास से लेकर भू-खण्ड आधारित परियोजनाएं तक सभी प्रकार के विकल्प उपलब्ध हैं. जैसे-जैसे हम 2026 की ओर बढ़ रहे हैं, मांग के और अधिक बढ़ने की उम्मीद है, विशेषकर एसपीआर, न्यू गुरुग्राम और सोहना जैसे सुव्यवस्थित क्षेत्रों में. बेहतर बुनियादी ढांचा, बढ़ती आय और सुरक्षित समुदाय में रहने की बढ़ती इच्छा के कारण बाजार में स्थिर वृद्धि की संभावना है. डेवलपर्स घर-खरीदारों की अपेक्षाओं के अनुरूप ग्राहक-केंद्रित परियोजनाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है.''
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Source: IOCL























