सोना बना रहा मालामाल, सालभर में 73 परसेंट का दे दिया रिटर्न; 46 सालों में अब तक की सबसे तेजी
Gold Price: सोना निवेशकों के लिए बड़ा फायदेमंद साबित हो रहा है. 1979 के बाद से इसने इस साल अब तक का सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है. अकेले साल 2025 में सोने की कीमत में 73-75 परसेंट तक का उछाल आया है.

Gold Price: सोने ने इस साल कमाल ही कर दिया. साल 2025 में सोने की कीमत में 73-75 परसेंट तक का जबरदस्त उछाल आया है. 1 जनवरी 2025 में कीमत लगभग 78000 रुपये प्रति 10 ग्राम से बढ़कर दिसंबर में 1,37,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है. बीते 46 सालों में यह अब तक की सबसे बड़ी बढ़त है.
MCX पर सोना 135590 रुपये प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड हाई लेवल को टच कर चुका है. शुक्रवार को बाजार बंद होने तक यह 1,34,200 रुपये के लेवल के आसपास कारोबार कर रहा था. इससे पता चलता है कि सुरक्षित निवेश के रूप में सोने पर लोगों की दिलचस्पी बनी हुई है. इस बीच, अक्टूबर 2023 से इसकी कीमत 139 परसेंट बढ़कर दोगुनी से ज्यादा हो गई है.
क्या अगले साल भी बढ़ेगी कीमत?
सोना और चांदी की कीमत में यह तेजी साल 2026 में भी देखने को मिल सकती है. मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि कीमत के लिहाज से देखे तो सोना और चांदी बीते 10 सालों में रिटर्न देने के मामले में इस साल सबसे आगे रहे हैं.
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के VP कमोडिटीज राहुल कलांत्री ने कहा कि कीमतों में तेज उतार-चढ़ाव के बावजूद पिछले हफ्ते सोना और चांदी दोनों हाई लेवल पर बंद हुए. सोना इस दौरान अपने दो महीने के हाई लेवल के करीब रहा, जबकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती के बाद ग्लोबल मार्केट में चांदी ने नए रिकॉर्ड हाई लेवल को छुआ. इस साल चांदी की कीमत में लगभग 100 परसेंट की तेजी आई है.
क्या करें निवेशक?
इन्वेस्टर्स के लिए अपनी स्ट्रैटेजी बताते हुए रामास्वामी ने कहा कि कीमतों में कोई भी संभावित गिरावट लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स के लिए धीरे-धीरे खरीदने का एक अच्छा मौका है. अगर सोने की कीमतें अहम रेजिस्टेंस लेवल पर बनी रहती हैं, तो यह अक्टूबर के पीक को छू सकता है.
इस बीच, मैक्सवेल ने राय दी कि इन्वेस्टर्स के लिए स्ट्रैटेजी रिएक्टिव होने के बजाय बैलेंस्ड होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने निचले लेवल पर एंट्री की थी, वे कोर एलोकेशन बनाए रखते हुए आंशिक प्रॉफिट बुकिंग पर विचार कर सकते हैं, क्योंकि सोना वोलैटिलिटी और मैक्रोइकोनॉमिक झटकों के खिलाफ हेज के रूप में काम करता रहता है. नए इन्वेस्टर्स के लिए, गिरावट पर खरीदने के लिए डॉलर कॉस्ट एवरेजिंग (DCA) स्ट्रैटेजी अपनाने की सलाह दी जाती है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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