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Tata Merger Plan: अब यहां होगी टाटा और अंबानी की टक्कर, 3 कंपनियों के विलय का रास्ता हुआ साफ, मिली अंतिम मंजूरी
Tata Capital Merger: भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने एक दिन पहले ही इन तीन कंपनियों के विलय को अंतिम मंजूरी दी है. इसके साथ ही प्रस्तावित सौदे की राह की रुकावटें दूर हो गई हैं...
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भारतीय कॉरपोरेट जगत हालिया सालों में लगातार बड़े समूहों की टक्कर का गवाह बना है. रिटेल से लेकर टेलीकॉम तक जैसे सेक्टर में बड़े कॉरपोरेट खुलकर आमने-सामने आ चुके हैं. अब ऐसी ही एक टक्कर टाटा और अंबानी के बीच होने की भूमिका तैयार हो चुकी है. एक प्रस्तावित विलय सौदे को सीसीआई की मंजूरी मिलने से अब यह साफ हो गया है.
इन कंपनियों का होने वाला है विलय
व्यापार नियामक भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Competition Commission of India) ने टाटा समूह की कंपनियों के विलय के प्रस्ताव को एक दिन पहले मंजूरी दी. इस प्रस्तावित सौदे के तहत टाटा समूह की दो कंपनियां टाटा क्लीनटेक कैपिटल (Tata Cleantech Capital) और टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज (Tata Capital Financial Services) का टाटा कैपिटल लिमिटेड (Tata Capital Ltd) में विलय किया जाना है.
अभी इस तरह से काम कर रहीं कंपनियां
अभी टाटा क्लीनटेक कैपिटल और टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज समूह की ही टाटा कैपिटल लिमिटेड की सब्सिडियरी के तौर पर काम कर रही हैं. ये दोनों कंपनियां रिजर्व बैंक के पास एनबीएफसी के रूप में रजिस्टर्ड हैं, जो कैश एक्सेप्ट नहीं करती हैं. वहीं टाटा कैपिटल अभी आरबीआई के पास एक कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी के रूप में रजिस्टर्ड है. यह कंपनी कर्ज देने के साथ-साथ फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में कई प्रकार की सेवाएं प्रदान कर रही है.
प्रस्तावित सौदे के पूरा होने का असर
टाटा कैपिटल लिमिटेड में टाटा क्लीनटेक कैपिटल और टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज का विलय होने से एक ऐसी फाइनेंशियल सर्विस कंपनी सामने आएगी, जिसका साइज बड़ा होगा. ऐसे में साइज के साथ-साथ कंपनी की एफिशिएंसी भी बढ़ेगी. एक लिमिट से ऊपर के सौदों को सीसीआई की मंजूरी की जरूरत पड़ती है. इस मामले में सीसीआई की मंजूरी मिलने के बाद विलय का रास्ता साफ हो गया है.
फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में अंबानी की तैयारी
दूसरी ओर देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर के लिए बड़ी तैयारियां की हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने फाइनेंशियल सर्विस यूनिट को हाल ही में डिमर्ज किया है और जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के नाम से नई कंपनी सामने आई है. रिलायंस इंडस्ट्रीज की योजना आने वाले दिनों में जियो फाइनेंशियल को बाजार में लिस्ट कराने की है.
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