लॉजिस्टिक्स और मरीन यूनिट्स में दमदार ग्रोथ की बदौलत 29% बढ़ा अडानी पोर्ट्स का मुनाफा
Adani Ports Growth: वित्त वर्ष की पहली छमाही (H1 FY26) में कंपनी का EBITDA 20 प्रतिशत बढ़कर 11,046 करोड़ रुपये रहा. अडानी पोर्ट्स के डोमेस्टिक पोर्ट्स ने अब तक का सबसे अधिक EBITDA मार्जिन 74.2% हासिल किया.

Adani Ports Financial Earnings: अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (APSEZ) ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के नतीजे जारी किए हैं. कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 29 प्रतिशत बढ़कर 3,120 करोड़ रुपये रहा. इसी अवधि में राजस्व (Revenue) 30 प्रतिशत बढ़कर 9,167 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि EBITDA सालाना आधार पर 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 5,550 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.
वित्त वर्ष की पहली छमाही (H1 FY26) में कंपनी का EBITDA 20 प्रतिशत बढ़कर 11,046 करोड़ रुपये रहा. अडानी पोर्ट्स के डोमेस्टिक पोर्ट्स ने अब तक का सबसे अधिक EBITDA मार्जिन 74.2% हासिल किया, जबकि अंतरराष्ट्रीय परिचालनों (international operations) से भी रिकॉर्ड 2,050 करोड़ रुपये का राजस्व और 466 करोड़ रुपये का EBITDA प्राप्त हुआ.
लॉजिस्टिक्स और मरीन बिजनेस बने ग्रोथ इंजन
कंपनी की लॉजिस्टिक्स यूनिट का राजस्व 92 प्रतिशत बढ़कर 2,224 करोड़ रुपये हो गया, जो ट्रकिंग और अंतरराष्ट्रीय फ्रेट नेटवर्क सेवाओं के विस्तार से संभव हुआ. वहीं, मरीन व्यवसाय का राजस्व तीन गुना बढ़कर 1,182 करोड़ रुपये रहा, जो नए जहाजों के अधिग्रहण की वजह से संभव हुआ. Return on Capital Employed (RoCE) बढ़कर 9% हो गया, जो FY25 में 6% था.
APSEZ के CEO और Whole-time Director अश्विनी गुप्ता ने का कहना है कि लगातार मजबूत और लाभदायक प्रदर्शन हमारी ‘Integrated Transport Utility’ रणनीति की सफलता को दर्शाता है. लॉजिस्टिक्स और मरीन बिजनेस की तेज़ वृद्धि ने ‘Port to Customer Gate’ मॉडल को और मजबूत किया है. बंदरगाहों और मरीन फ्लीट का विस्तार वैश्विक सप्लाई चेन में एकीकृत खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर रहा है.
उन्होंने आगे बताया कि बताया कि कंपनी के पास अब 12 लॉजिस्टिक्स पार्क, 3.1 मिलियन वर्ग फीट वेयरहाउस स्पेस, और 127 जहाजों का मरीन फ्लीट है, जो MEASA क्षेत्र में फैला हुआ है. S&P Global CSA ने APSEZ को दुनिया की शीर्ष 5 प्रतिशत परिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में शामिल किया है.
विस्तार और निवेश की नई दिशा
कंपनी के बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया में NQXT पोर्ट (50 MTPA टर्मिनल) के अधिग्रहण को मंजूरी दी. कोलंबो वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल (श्रीलंका) ने अप्रैल से अब तक 3.5 लाख TEUs का हैंडलिंग किया और अगस्त-सितंबर में 1 लाख TEUs मासिक का आंकड़ा पार किया. मुंद्रा पोर्ट ने रिकॉर्ड कंटेनर और ऑटोमोबाइल वॉल्यूम संभाले.
भारत में कंपनी ने 600 करोड़ रुपये के कोच्चि लॉजिस्टिक्स पार्क की आधारशिला रखी, जिससे 1,500 से अधिक रोजगार सृजित होंगे. गुजरात, राजस्थान और कर्नाटक में नए Inland Container Depots (ICD) को EXIM संचालन की मंजूरी मिली है. धामरा पोर्ट पर नए बर्थ और कराईकल पोर्ट पर ड्राफ्ट एन्हांसमेंट से क्षमता में इजाफा होगा. इसके अलावा, BPCL के साथ साझेदारी से विझिंजम भारत का पहला LNG बंकरिंग हब बनेगा.
मजबूत वित्तीय स्थिति और रेटिंग में सुधार
कंपनी ने 9,503 करोड़ रुपये का ऑपरेटिंग कैश फ्लो दर्ज किया, जो EBITDA का 86 प्रतिशत है. नेट डेट-टू-EBITDA अनुपात 1.8x पर रहा, और 13,063 करोड़ रुपये की नकद राशि कंपनी के पास मौजूद है. अगस्त में कंपनी ने $386 मिलियन बॉन्ड बायबैक पूरा किया, जिससे औसत ऋण परिपक्वता (debt maturity) 5.2 वर्ष तक बढ़ गई. Fitch Ratings ने APSEZ की रेटिंग ‘BBB-’ के साथ ‘Stable’ की, जबकि S&P Global ने आउटलुक ‘Positive’ किया.
APSEZ ने S&P Global Corporate Sustainability Assessment में 66/100 स्कोर किया, जिससे यह वैश्विक शीर्ष 95वें पर्सेंटाइल में शामिल हुई. कंपनी के 12 बंदरगाह अब ‘Zero Waste to Landfill’ प्रमाणित हैं और इसका लक्ष्य 2040 तक नेट जीरो एमिशन प्राप्त करना है. MSCI ने भी कंपनी की ESG रेटिंग को ‘B’ तक अपग्रेड किया है.
अडानी पोर्ट्स और इसकी सहायक कंपनियों ने कई पुरस्कार जीते, जिनमें शामिल हैं — “Best Private Sector Port” और “Best Container Terminal of the Year (Mundra Port)” – India Maritime Awards 2025, “Port Sustainability Pioneer Award” – India Maritime Week 2025. कुल मिलाकर, अडानी पोर्ट्स देश और विदेश में अपने इंफ्रास्ट्रक्चर नेटवर्क को तेजी से बढ़ा रहा है और भारत को वैश्विक लॉजिस्टिक्स हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में अग्रसर है.
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