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जन्मदिन विशेष: बेटे की मौत के बाद 6 महीने तक खामोश हो गए थे जगजीत सिंह!
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अपनी आवाज से देश और दुनिया को दीवाना बनाने वाले जगजीत सिंह के पिता उन्हें सिंगर नहीं बल्कि एक सरकार अफसर या फिर IAS अफसर बनाना चाहते थे. इसी सिलसिले में उन्होंने 1959 में जालंधर पढ़ाई के लिए भेजा था. हालांकि उस दौर में उनके हॉस्टल के कमरे में किताबों से ज्यादा म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट ज्यादा नजर आते हैं.
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जगजीत सिंह ने अपनी पहली रिकॉर्डिंग जालंधर के ऑल इंडिया रेडियो स्टेशन में की थी. उस दौर में जगजीत सिंह साल में 6 बार ऑल इंडिया रेडियो के लिए लाइव प्रोग्राम किया करते थे. इसके बाद वो अपने इस पैशन को करियर में बदलने के लिए मुंबई निकल पड़े. इस दौर में वो अपनी जीविका कमाने के लिए शादियों में परफॉर्म करने के साथ वो विज्ञापनों के लिए जिंगल्स बनाया करते थे.
Published at : 08 Feb 2018 11:26 AM (IST)
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