एक्सप्लोरर

लोकसभा चुनाव परिणाम 2024

UTTAR PRADESH (80)
43
INDIA
36
NDA
01
OTH
MAHARASHTRA (48)
30
INDIA
17
NDA
01
OTH
WEST BENGAL (42)
29
TMC
12
BJP
01
INC
BIHAR (40)
30
NDA
09
INDIA
01
OTH
TAMIL NADU (39)
39
DMK+
00
AIADMK+
00
BJP+
00
NTK
KARNATAKA (28)
19
NDA
09
INC
00
OTH
MADHYA PRADESH (29)
29
BJP
00
INDIA
00
OTH
RAJASTHAN (25)
14
BJP
11
INDIA
00
OTH
DELHI (07)
07
NDA
00
INDIA
00
OTH
HARYANA (10)
05
INDIA
05
BJP
00
OTH
GUJARAT (26)
25
BJP
01
INDIA
00
OTH
(Source: ECI / CVoter)

संदेह में मदरसे, मंशा साफ... NCERT सिलेबस से पढ़ाई के पीछे योगी सरकार का ये है उद्देश्य

उत्तर प्रदेश के अंदर मदरसों में एनसीईआरटी सिलेबस लागू करने का फैसला बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था. किसी भी व्यक्ति की उन्नत का आधार शिक्षा है. युगों से ही ज्ञान व्यक्ति की उन्नति का पथ प्रदर्शक रहा है. ऐसे में जो बच्चे मदरसे में पढ़ रहे हैं, उन्हें वर्तमान के अनुकूल ज्ञान मिलना चाहिए. ये सरकार की भी जिम्मेदारी है कि उनको वर्तमान की दुनिया के प्रतिस्पर्धा के अनुकूल उनके ज्ञान का वर्धन हो. वर्तमान युग टेक्नोलॉजी की और विज्ञान की है.

ऐसे में मदरसों में विज्ञान की टेक्नोलॉजी की शिक्षा हो. वो बच्चे भी कंप्यूटर की शिक्षा हासिल कर पाए और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के काबिल बन सके. इसके लिए यह आवश्यक था कि एनसीईआरटी का सिलेबस लागू हो. जिसके चलते वहां पर बच्चे विज्ञान, गणित और अन्य शिक्षा पाएं और वो बच्चे भी इंजिनियर और वैज्ञानिक जैसे क्षेत्रों में आगे बढ़ सके.

एक वर्ग के बच्चों को प्रगति पर लाने का फैसला

इसलिए जब 2014 में योगी आदित्यनाथ की राज्य में जब सरकार आई तो उन्होंने ये फैसला किया कि मदरसों में विज्ञान-टेक्नोलॉजी का एजुक्शन लागू करेंगे. उन बच्चों को भी कंप्यूटर-लैपटॉप की सुविधाएं भी मुहैया करायी जाएंगी, ताकि वो बच्चे भी ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ सके. एक वर्ग के बच्चे अगर शिक्षा में अगर पिछड़े होंगे तो प्रगति का पैमाना अधूरा रह जाएगा. इसलिए एक पीढ़ी के भविष्य को सुधारने का यह फैसला किया गया है.

मदरसों का सर्वे क्यों नहीं?

कोई भी संस्था जो काम कर रही है, वो राज्य के अंदर ही कर रहा है. ऐसे में राज्य सरकार को ये अधिकार बनता है कि वे जानें कि वहां का माहौल कैसा है. प्रबंधन कैसा है, शिक्षा जहां पर दी जा रही है, बच्चों के बैठने और क्लास की क्या व्यवस्था है. खेल के संसाधन हैं भी या नहीं है. इसलिए किसी भी शिक्षण संस्थान के लिए जो आवश्यक संसाधन हैं, अगर सर्वे नहीं होगा तो फिर कैसे ये सब पता चल पाएगा. कई मदरसों ने इसका स्वागत किया. कुछ दुष्प्रचार भी इसका किया गया.

राजनीति में कुछ लोग हैं जो इस तरह का विवाद करते हैं. उनको न शिक्षा से मतलब है और न ही समाज की उन्नति से. उनको सिर्फ राजनीति की रोटी सेंकनी है और एक वर्ग विशेष को कट्टर पंथ में बनाए रखना ताकि वो अपनी राजनीति चलाते रहें.  लेकिन वास्तविकता ये है कि सरकार की मंशा बहुत साफ है.  

संदेह में मदरसे

यूपी के कई स्थानों पर मदरसों में कुछ इस तरह की गतिविधियां मिली, जिसे कोई भी कानून परमिट नहीं कर सकता. अगर कहीं आतंकी या इस तरह के लोगों को संरक्षण मिला, या इस तरह के तत्व पाया गया तो ये गलत था.

कई बार लोग फैसले को लेकर अनावश्यक विवाद खड़े करते रहते हैं. लेकिन सवाल ये है कि बच्चों को सही शिक्षा मिलनी चाहिए. बेहतर नागरिक बन सके, वो बेहतर प्रगति का हिस्सा बन सके.  

[नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. ये जरूरी नहीं कि एबीपी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.]
    

और देखें

ओपिनियन

Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

CWC Meeting: क्या I.N.D.I.A. बनाना चाहता था नीतीश कुमार को PM? केसी त्यागी के दावे कांग्रेस ने कही ये बात
क्या I.N.D.I.A. बनाना चाहता था नीतीश कुमार को PM? केसी त्यागी के दावे कांग्रेस ने कही ये बात
चुनावी नतीजे के बाद देवेंद्र फडणवीस की पार्टी नेताओं को सलाह, 'एक-दूसरे के सिर न फोड़ें, हार और जीत तो...'
चुनावी नतीजे के बाद देवेंद्र फडणवीस की पार्टी नेताओं को सलाह, 'एक-दूसरे के सिर न फोड़ें, हार और जीत...'
90's की इस सीधी-सादी सिंगर के खिलाफ हुईं ढेरों साजिशें! नंबर 1 बनने के बाद कैसे खत्म हआ करियर?
90's की इस सीधी-सादी सिंगर के खिलाफ हुईं ढेरों साजिशें! फिर खत्म हुआ करियर?
Android यूजर्स हो जाएं सावधान! हैक हो सकता है आपका फोन, सरकार ने दी वार्निंग
Android यूजर्स हो जाएं सावधान! हैक हो सकता है आपका फोन, सरकार ने दी वार्निंग
metaverse

वीडियोज

क्या है Arjun Bijlani के लिए ज्यादा मुश्किल खाना बनाना या फिर लोगों को हंसानाMangal Lakshmi: Kartik ने तोड़ा Lakshmi का दिल, क्या होगी प्यार की शुरुआत? SBSJameel Khan aka Mishra Ji Interview | Gullak Season 4 |Santosh Mishraसाउथ के बाद नॉर्थ में प्रमोशन...दिखाएगा कमाल?, 'बुज्जी' के सहारे 'कल्कि' का प्रमोशन हुआ शुरू | KFH

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
CWC Meeting: क्या I.N.D.I.A. बनाना चाहता था नीतीश कुमार को PM? केसी त्यागी के दावे कांग्रेस ने कही ये बात
क्या I.N.D.I.A. बनाना चाहता था नीतीश कुमार को PM? केसी त्यागी के दावे कांग्रेस ने कही ये बात
चुनावी नतीजे के बाद देवेंद्र फडणवीस की पार्टी नेताओं को सलाह, 'एक-दूसरे के सिर न फोड़ें, हार और जीत तो...'
चुनावी नतीजे के बाद देवेंद्र फडणवीस की पार्टी नेताओं को सलाह, 'एक-दूसरे के सिर न फोड़ें, हार और जीत...'
90's की इस सीधी-सादी सिंगर के खिलाफ हुईं ढेरों साजिशें! नंबर 1 बनने के बाद कैसे खत्म हआ करियर?
90's की इस सीधी-सादी सिंगर के खिलाफ हुईं ढेरों साजिशें! फिर खत्म हुआ करियर?
Android यूजर्स हो जाएं सावधान! हैक हो सकता है आपका फोन, सरकार ने दी वार्निंग
Android यूजर्स हो जाएं सावधान! हैक हो सकता है आपका फोन, सरकार ने दी वार्निंग
Lok Sabha Elections Result 2024: '240 सीटें कैसे हो सकता है जनादेश', नेहरू से PM मोदी की तुलना पर भड़के जयराम रमेश; BJP को दी नसीहत
'240 सीटें कैसे हो सकता है जनादेश', नेहरू से PM मोदी की तुलना पर भड़के जयराम रमेश; BJP को दी नसीहत
Tata Motors Discount: टाटा मोटर्स की इन कारों पर मिल रहा धमाकेदार ऑफर, 55 हजार रुपये तक के बेनिफिट्स
टाटा मोटर्स की इन कारों पर धमाकेदार ऑफर, 55 हजार रुपये तक के बेनिफिट्स
Love Astrology: कुंडली में जब ये ग्रह होता है खराब तो व्यक्ति अपने लाइफ पार्टनर या लव पार्टनर से बोलने लगता है झूठ
कुंडली में जब ये ग्रह होता है खराब तो व्यक्ति अपने लाइफ पार्टनर या लव पार्टनर से बोलने लगता है झूठ
इस महीने भारी डिस्काउंट पर मिल रही हैं मारुति की ये कारें, जानें किस मॉडल पर कितनी छूट
इस महीने भारी डिस्काउंट पर मिल रही हैं मारुति की ये कारें, जानें किस मॉडल पर कितनी छूट
Embed widget