Automobiles Industry: आने वाले महीनों में वाहनों की बिक्री कम होने के आसार, फाडा ने जारी की रिपोर्ट
फाडा ने कहा कि, FY23 में दोपहिया वाहनों की बिक्री सात साल के निचले स्तर पर आ गई और ट्रैक्टरों की बिक्री दर में सबसे कम बढ़त देखी गई, जो ग्रामीण भारत पर मुद्रास्फीति के प्रतिकूल प्रभावों को दिखाती है.

Vehicle Sales Report: फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) की आज जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि टू व्हीलर्स सेगमेंट में पिछले वित्त वर्ष में सालाना वृद्धि देखी गई, लेकिन यह अभी भी कोविड माहामारी के पहले के आंकड़ों से काफी कम है.
कितनी हुई है कमी?
FADA अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा कि, "भारत में 2-व्हीलर सेगमेंट में 12% YoY की वृद्धि दर्ज की गई है, लेकिन यह कोविड के मुकाबले 9% कम है. फिलहाल भारत में मुद्रास्फीति के दबाव में बना हुआ है." आने वाले महीनों में दोपहिया और ट्रैक्टर जैसे सेगमेंट को देखना दिलचस्प होगा, क्योंकि भारतीय मौसम विभाग ने उत्तर पश्चिम और प्रायद्वीपीय क्षेत्रों को छोड़कर, भारत के अधिकांश हिस्सों में अप्रैल से जून तक सामान्य तापमान से ऊपर रहने की भविष्यवाणी की है.
मारुति ने क्या कहा?
मारुति सुजुकी इंडिया के मार्केटिंग एंड सेल्स ऑफिसर शशांक श्रीवास्तव ने सोमवार बताया कि "आप ग्रामीण के प्रमुख कृषि पर निर्भर आय पर प्रभाव देख सकते हैं, जिसका वाहनों की डिमांड पर पर असर पड़ेगा. इसके अलावा, जुलाई, अगस्त और सितंबर के गर्मियों के महीनों के दौरान देश में अल नीनो प्रभाव भी दिखने की संभावना है. यह खराब मानसून का कारण बन सकता है और ग्रामीण भारत के विकास की दिशा में बाधा उत्पन्न कर सकता है. उत्तर और मध्य भारत में फिलहाल हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने प्रमुख रबी फसलों को नष्ट कर दिया है और कटाई में देरी हुई है, जिसका वाहनों की ग्रामीण बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
मार्च में बढ़ी सेल
मार्च 2023 के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए FADA के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा कि, “मार्च 2023 की सेल्स में वर्ष-दर-वर्ष 14% की वृद्धि दर्ज की गई है. ट्रैक्टरों को छोड़कर बाकी सभी श्रेणियों में वृद्धि देखने को मिली है. दोपहिया, तिपहिया, यात्री वाहनों और कमर्शियल वाहनों में क्रमशः 12%, 69%, 14% और 10% की वृद्धि देखी गई, हालाँकि, ट्रैक्टरों की बिक्री में केवल 4% की वृद्धि हुई है.
कम हुई ट्रैक्टरों की बिक्री
फाडा ने कहा कि, "FY23 में दोपहिया वाहनों की बिक्री सात साल के निचले स्तर पर आ गई और ट्रैक्टरों की बिक्री दर में सबसे कम वृद्धि देखी गई, जो ग्रामीण भारत पर मुद्रास्फीति के प्रतिकूल प्रभावों को दिखाती है. आने वाले महीनों में दोपहिया और ट्रैक्टर जैसे चुनिंदा सेगमेंट की निगरानी करनी होगी."
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Source: IOCL






















