Sawan 2025: बैकुंठ धाम में उमड़ी भक्तों की भीड़, हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजा मंदिर!
Sawan Somwar 2025: श्रावण की पहली सोमवारी पर पटना के शिवलयों में भक्तों की उमड़ी भीड़,बैकुंठ धाम गौरी शंकर मंदिर में सुबह 9 बजे तक 50 हजार श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक.

सावन की पहली सोमवारी: सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे पावन माना जाता है. आज श्रावण मास की पहली सोमवारी है, और इस अवसर पर बिहार के सभी शिवालयों में भक्तों की अपार भीड़ देखने को मिल रही है. भक्तों ने आस्था और श्रद्धा के साथ भोलेनाथ का जलाभिषेक और विशेष पूजन किया.
पटना से 35 किलोमीटर दूर खुसरूपुर स्थित बैकुंठ धाम गौरीशंकर मंदिर में आज अलसुबह से ही भोलेभक्तों का तांता लगा रहा. मंदिर का गर्भगृह तड़के 2 बजे ही खोल दिया गया, जिसके बाद से दर्शन के लिए श्रद्धालु लंबी कतारों में खड़े रहे. श्रद्धालु "बोल बम" और "हर हर महादेव" के जयकारों के साथ बाबा भोलेनाथ की स्तुति में लीन नजर आए.
श्रावण मास में भगवान शिव को जल, बेलपत्र, धतूरा, आक, भांग, और पुष्प अर्पित करने का विशेष महत्व है. आज भक्तों ने परंपरागत विधि से महादेव को जल चढ़ाकर पुण्य अर्जित किया. मान्यता है कि श्रावण सोमवारी पर भगवान शिव की पूजा करने से समस्त कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
मंदिर के मुख्य पुजारी विजय शंकर तिवारी ने बताया कि श्रावण की पहली सोमवारी पर ऐसी अपार श्रद्धालु भीड़ पहले कभी नहीं देखी गई. भक्तों की आस्था से पूरा मंदिर परिसर भक्तिमय हो गया था. महिलाएं, कन्याएं, और युवतियां विशेष रूप से पूजा में शामिल हुईं. कन्याओं ने उपवास रखकर भगवान शिव से अच्छा जीवनसाथी और सुखी जीवन की प्रार्थना की.
श्रद्धालुओं का विश्वास है कि बैकुंठ धाम में सच्चे मन से की गई प्रार्थना जरूर स्वीकार होती है. अनेक भक्तों ने कहा कि भोलेनाथ की कृपा से जीवन में सुख-शांति, स्वास्थ्य और सफलता प्राप्त होती है. यही कारण है कि हर साल सावन में भक्त दूर-दूर से आकर इस पावन स्थल पर भगवान शिव की आराधना करते हैं.
आज का दिन संपूर्ण श्रद्धा, भक्ति और विश्वास का प्रतीक बन गया, जहां हजारों भक्तों ने एक स्वर में महादेव का स्मरण किया,"हर हर महादेव!"
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