Paddy Procurement: इस स्टेट में MSP पर धान बेचने के लिए 25 लाख किसानों ने कराया रजिस्ट्रेशन, एक नवंबर से स्टेट गवर्नमेंट करेगी धान खरीद
छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से धान खरीद शुरू होगी. स्टेट गवर्नमेंट ने इसको लेकर पूरी तैयारियां कर ली हैं. करीब 25 लाख किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीकरण भी करा लिया है.
Paddy Purchase: खरीफ फसल कटकर मंडी पहुंच चुकी है. देश के अलग-अलग स्टेट में धान खरीद शुरू हो चुकी हैं. राज्य सरकारों का जोर है कि किसान MSP पर ही अपनी फसल बेंचे. इसके लिए किसानों को जागरुक किया जा रहा है. अब छत्तीसगढ़ गवर्नमेंट 1 नवंबर से धान खरीद शुरू करने जा रही हैं. किसानों ने धान खरीद के लिए ऑनलाइन पंजीकरण भी करा लिया है. स्टेट के चीफ मीनिस्टर ने सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारी और एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के अफसरों को पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए हैं. स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी सूरत में किसानों को परेशानी न हो.
25 लाख किसानों ने कराया पंजीकरण
छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से धान खरीद शुरू होनी है. यहां अगले साल 31 जनवरी तक धान खरीद की जाएगी. स्टेट गवर्नमेंट का कहना है कि धान खरीद को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. धान खरीद के लिए अभी तक 25 लाख किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है. इनमें से 95 हजार नए किसान हैं. ऑफिसर्स का कहना है कि जिन किसानों ने धान बेचने के लिए पिछले साल पंजीकरण करा लिया था. वह इस साल भी धान की फसल बेच सकते हैं.
110 लाख टन हो सकती है धान खरीद
धान बुवाई किसानों को रास आ रही है. हर साल धान खरीद का आंकड़ा स्टेट में बढ़ता जा रहा है. पिछले साल 98 लाख एमटी धान खरीदा गया था. इस साल 110 लाख मीटिक टन धान खरीद का अनुमान है. हालांकि अफसरों का कहना है कि किसान यदि अधिक धान लेकर मंडी पहुंचते है तो उसकी खरीद भी की जाएगी.
26 से 28 तक होगा Trial
धान खरीद के लिए किसानों को किसी भी तरह की परेशानी न हो. इसको लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं. स्टेट में 26 से 28 तक Trial चलेगा. इस दौरान पूरी तैयारियों को देखा जाएगा. तैयारियों में किसी तरह की कमी है तो तुरंत ही उसे दुरस्त कर लिया जाएगा. प्रत्येक मंडी में हेल्प डेस्क बनाने के निर्देश दिए गए हैं. हेल्प डेस्क पर एक कर्मचारी हर समय तैनात रहेगा. वह किसानों की समस्याएं सुन उनका हल करेगा. प्रत्येक किसान की समस्याओं की जानकारी सीनियर अफसरों को भी दी जाएगी.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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