'गुड मॉर्निंग' के मैसेज कम कर रहे हैं स्मार्टफोन की स्टोरेज: रिपोर्ट
रिपोर्ट के अनुसार पिछले पांच सालों में गूगल पर ‘गुड मॉर्निंग’ से जुड़ी़ तस्वीरें खोजने की संख्या में 10 गुना बढ़ोतरी हुई है.

वाशिंगटन: नया-नया इंटरनेट सीखे हम भारतीयों ने व्हाट्सएप, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया वेबसाइट से जब बात करना शुरू किया तो सबसे ज्यादा मैसेज 'गुड मॉर्निंग' के भेजने लगे. लेकिन इस बीच लोगों ने कभी इस ओर ध्यान नहीं दिया कि गुड मॉर्निंग के ये मैसेज स्मार्टफोन की मेमोरी को खा रहे हैं. इतना ही नहीं इन मैसेज की वजह से कई बार फोन की मेमोरी इतनी कम हो जाती है कि नए मैसेज के लिए जगह ही नहीं बचती.
मैसेज से स्मार्टफोन की मेमोरी कम होने की जानकारी मीडिया रिपोर्ट में सामने आई है. वाल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार गूगल ने इस समस्या की खोज की और पड़ताल करने पर पाया कि भारत में करोड़ों लोग पहली बार इंटरनेट का इस्तेमाल करना सीख रहे हैं और अपने शुरुआती संदेशों में वह सबसे ज्यादा ‘गुड मॉर्निंग’ इत्यादि तरह तरह के संदेश भेजते हैं. इन मैसेज के साथ सूरजमुखी के फूल, सूर्योदय, मासूम बच्चे, पक्षियों और सूर्यास्त की तस्वीरें भी शेयर की जाती हैं.
रिपोर्ट के अनुसार पिछले पांच सालों में गूगल पर ‘गुड मॉर्निंग’ से जुड़ी़ तस्वीरें खोजने की संख्या में 10 गुना बढ़ोतरी हुई है. इस समस्या से निजात पाने के लिए फेसबुक और व्हाट्सएप ने भी पिछले साल ‘स्टेटस’ की सुविधा शुरू की थी, ताकि लोग अपने सभी दोस्तों को एक ही बार में ‘गुड मॉर्निंग’ बोल सकें. यह संदेश 24 घंटे बाद अपने आप मिट भी जाता है.
दिलचस्प बात है कि यह दोनों एप इस तरह के संदेशों के लिए सबसे ज्यादा उपयोग की जाती हैं. फेसबुक और व्हाट्सएप का इस्तेमाल करीब 20 करोड़ लोग करते हैं.
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