![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
शॉपिंग वेबसाइट पर अब AI मॉडल करेंगे आपकी सामान खरीदने में मदद, जानें कैसा रहेगा एक्सपीरिएंस?
अभी तक लगता था कि केवल राइटर्स और कोडर्स की नौकरी एआई की वजह से जा सकती है लेकिन अब मॉडल्स का करियर भी खतरे में है. जानिए कैसे?
![शॉपिंग वेबसाइट पर अब AI मॉडल करेंगे आपकी सामान खरीदने में मदद, जानें कैसा रहेगा एक्सपीरिएंस? AI Model on Shopping Websites Levi Strauss will now use AI models to display clothes online शॉपिंग वेबसाइट पर अब AI मॉडल करेंगे आपकी सामान खरीदने में मदद, जानें कैसा रहेगा एक्सपीरिएंस?](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/03/28/897d1237791dfa1012e1940d33c441f81679989957533601_original.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
AI Will Replace Models: ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से जब आप अपने लिए क्लॉथिंग से जुड़ा कोई भी आइटम खरीदते हैं तो आपने देखा होगा कि पेज पर मॉडल्स की तस्वीर लगी होती है ताकि आप कपड़े की फिटिंग और लुक आईडेंटिफाई कर पाए. अभी तक फेमस ब्रांड मॉडल के जरिए कपड़ों का प्रमोशन या वेबसाइट पर लिस्टिंग करते थे. लेकिन अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल्स की भी नौकरी खा सकता है. दरअसल, हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एक फेमस क्लॉथिंग ब्रांड Levi Strauss ने Lalaland.ai नाम की एक कंपनी के साथ पार्टनरशिप की है जो डिजिटल कस्टम AI मॉडल्स बनाती है. क्लॉथिंग ब्रांड ने कहा है कि वह फिलहाल छोटे स्तर पर इन AI मॉडल की टेस्टिंग करेगी, यदि ये सफल रहता है तो फिर इसे और डिटेल में अडॉप्ट किया जाएगा.
अपनी बॉडी के हिसाब से चुन पाएंगे AI मॉडल
फिलहाल लेवि ऐप पर यदि कोई ग्राहक शॉपिंग करता है तो उन्हें केवल एक ही मॉडल की तस्वीर दिखाई देती है और उसी हिसाब से वह ड्रेस को ऑर्डर या जज कर पाते हैं. लेकिन Lalaland.ai के साथ पार्टनरशिप करने के बाद इसमें ग्राहकों को कई ऑप्शन मिलेंगे और वे अलग-अलग बॉडी टाइप, कलर, स्किन, ऐज आदि के हिसाब से अपने लिए बेस्ट आउटफिट सेलेक्ट कर पाएंगे. यानी Lalaland.ai कई तरह के मॉडल तैयार करेगी और ग्राहक अपने बॉडी टाइप के हिसाब से बेस्ट आउटफिट चुन पाएंगे.
AI का मतलब ह्यूमन रिप्लेसमेंट नहीं- लेवि
क्लोथिंग ब्रांड ने कहा कि AI मॉडल का मतलब ये कतई नहीं है कि कंपनी ह्यूमन मॉडल को किनारा कर रही है, बल्कि ये कदम मॉडल्स को डायवर्सिफाई करने का एक तरीका है. एक तरह कंपनी जहां ऐसे बयान दे रही है वहीं दूसरी तरफ पिछले 2 सालों से कंपनी कॉस्ट कटिंग के नाम पर कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी है. 2022 में लेवि ने 800 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था तो वहीं 2020 में 700 एम्प्लाइज को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी थी.
ये कंपनी ने भी नए तरीके से बेच रही सामान
लेवि ही एकमात्र ऐसी कंपनी नहीं है जिसने नई टेक्नोलॉजी को अडॉप्ट किया हो. इससे पहले वॉलमार्ट ऑग्मेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी (Augmented reality) को अपना चुका है जिससे ग्राहक अपनी बॉडी टाइप के हिसाब से कपड़े चुन सकते हैं. इसके लिए ग्राहकों को बस अपनी एक तस्वीर खींचनी है और इसके बाद फौरन ड्रेस उनके शरीर के हिसाब से स्क्रीन पर दिखने लगेगी. इससे ग्राहक ये तय कर पाएंगे कि उन्हें ड्रेस लेनी चाहिए या नहीं.
यह भी पढ़ें: IOS 17 में मिलेंगे कई बढ़िया फीचर्स, बदल जाएगा आपका एक्सपीरियंस
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![उमेश चतुर्वेदी, वरिष्ठ पत्रकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/68e69cdeb2a9e8e5e54aacd0d8833e7f.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)