वाराणसी के राजातालाब तहसील परिसर में बुजुर्ग ने किया आत्मदाह, इलाज के दौरान मौत
Varanasi News: इस मामले को लेकर वाराणसी प्रशासन का कहना है कि वशिष्ठ नारायण ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया था. वशिष्ठ के खिलाफ धारा 67 के अंतर्गत बेदखली का आदेश 17 मई को पारित किया गया था.

वाराणसी के राजातालाब स्थित तहसील परिसर में उस समय हड़कंप मच गया. जब एक बुजुर्ग ने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर आत्मदाह कर लिया. इसके बाद आनन फ़ानन में वहां मौजूद वकीलों द्वारा उन्हें वाराणसी के ट्रामा सेंटर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. बुजुर्ग के जमीन से जुड़ा मामला राजातालाब तहसील में चल रहा था.
बुरी तरह झुलसने के बाद उन्होंने बयान दिया कि वह प्रशासन द्वारा दिए गए आदेश से असंतुष्ट है. बुजुर्ग के इस कदम से स्थानीय पुलिस-प्रशासन पर सवाल खड़े हो गए हैं.
मिर्जामुराद के रहने वाले थे वशिष्ठ नारायण
जानकारी के अनुसार वाराणसी के राजा तालाब स्थित तहसील में एक बुजुर्ग वशिष्ठ नारायण ने खुद को आग के हवाले कर दिया. बीते वर्षों से उनका मामला वाराणसी के राजातालाब तहसील में चल रहा था. और वह प्रशासन द्वारा दिए गए आदेश से असंतुष्ट थे और इसीलिए उन्होंने तहसील परिसर में ऐसा कदम उठा लिया.
इस मामले को लेकर वाराणसी प्रशासन का कहना है कि वशिष्ठ नारायण ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया था. वशिष्ठ के खिलाफ धारा 67 के अंतर्गत बेदखली का आदेश 17 मई को पारित किया गया था. बेदखली के आदेश की अपील को एडीएम प्रशासन के न्यायालय ने खारिज कर दिया था. वशिष्ठ नारायण की खुद की 19 एयर की जमीन है और वह 36 एयर पर अवैध कब्जा किए हैं.
इलाज के दौरान बुजुर्ग की हुई मौत
बुजुर्ग द्वारा खुद को ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर आग के हवाले कर दिया गया. बुरी तरह झुलसने के बाद प्रशासनिक व्यवस्थाओं को वशिष्ठ नारायण कोसते नजर आए. आनन फानन में वकीलों द्वारा उन्हें काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर भेजा गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हों गई.
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है. वहीं अब इसको लेकर स्थानीय तहसील प्रशासन और वाराणसी प्रशसन सवालों के घेरे में आ गया है.
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Source: IOCL






















