उत्तरकाशी आपदा में हेलिकॉप्टर बना देवदूत, 260 से अधिक चक्कर लगाए
Uttarkashi Disaster: हेली सेवा इस आपदा में वरदान साबित हो रही है. मातली हेलीपैड से हर्षिल तक खाद्य और राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है, वहीं प्रभावित क्षेत्रों से जरूरतमंदों को मातली लाया जा रहा है.

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद में धराली और हर्षिल में आई भीषण आपदा में राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है. हेलीकॉप्टरों ने अब तक 260 से अधिक चक्कर लगाए, जिसमें 12 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया. मौसम खराब होने के कारण सुबह 9:45 बजे के बाद हेली ऑपरेशन फिर शुरू हुआ, जिससे राहत कार्य में तेजी आई.
हेली सेवा इस आपदा में वरदान साबित हो रही है. मातली हेलीपैड से हर्षिल तक खाद्य और राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है, वहीं प्रभावित क्षेत्रों से जरूरतमंदों को मातली लाया जा रहा है.
रेस्क्यू और राहत तेज
राज्य सरकार के निर्देश पर मातली हेलीपैड से 8 हेलीकॉप्टर और चिन्यालीसौड़ से सेना के चिनूक, एमआई, एएलएच व चीता हेलीकॉप्टर तैनात हैं. इनके 260+ फेरे धराली क्षेत्र में लग चुके हैं और कार्य जारी है. खाद्य सामग्री और राहत किट प्रभावितों तक पहुंचाई जा रही हैं. जबकि कई लोग अभी भी फंसे हैं, और लापता लोगों की खोजबीन चल रही है.
नुकसान और आकलन
इस आपदा के बाद गंगोत्री धाम सूना पड़ा है, जहां यात्री नदारद हैं. हर्षिल में सेना के कैंप को भारी नुकसान हुआ, कई जवान लापता हैं. धराली गांव में भी व्यापक क्षति हुई है, जिसका आकलन के लिए राज्य सरकार ने 3 सदस्यीय कमेटी गठित की है. कमेटी जल्द ही रिपोर्ट शासन को सौंपेगी.
केंद्र और राज्य का सहयोग
उत्तराखंड में आई इस आपदा पर केंद्र सरकार भी चिंतित है. पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से लगातार संपर्क साधा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से भी चर्चा की. सीएम धामी हर पल मौके पर हैं, राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं. शनिवार को दौरे के बाद उन्होंने सभी आपदा पीड़ितों को पांच-पांच लाख मुआवजे का ऐलान किया है. इसके अलावा अधिकारियों को जल्द से जल्द स्थिति सामान्य करने के निर्देश हैं.
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Source: IOCL






















