Basti News: बस्ती में बुल्डोजर से हो रही थी खुदाई, अजीब अंदाज में किया विरोध, जानें क्या है मामला
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के शपथ ग्रहण से पहले ही बुल्डोजर की अपनी एक अलग तरह की चर्चा हो रही है. लेकिन बस्ती में एक अनोखा मामला सामने आया है.

UP News: वैसे तो उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में योगी सरकार के शपथ ग्रहण से पहले ही बुल्डोजर (Bulldozer) की अपनी एक अलग तरह की चर्चा हो रही है. बाबा के बुल्डोजर को लेकर कहा जा रहा है कि अपराधियों के खिलाफ योगी सरकार के द्वारा कार्रवाई किया जाना अब एक शगल बन गया है. बाबा का बुलडोजर अपराधियों के अवैध आशियानों पर चल रहा है. लेकिन बस्ती (Basti) में बाबा के बुलडोजर पर एक जज साहब कुंडली मार कर बैठ गए. जिसके बाद लाख कोशिश के बावजूद बाबा का बुलडोजर अपना काम नहीं कर पाया.
हरैया थानान्तर्गत छपिया शुक्ल गांव में नहर खुदाई कर रही जेसीबी के सामने जज साहब ने लेट कर विरोध जताया. इसके बाद अब जज साहब बकायदा खटिया डालकर बैठे गए. अपनी जमीन को जबरदस्ती खुदवाने का आरोप लगाते हुए कार्य रुकवा दिया. सूचना पर जिले के तमाम अधिकारी और भारी संख्या में पुलिस पहुंच गई. अधिकारी न्यायिक अधिकारी को समझाने का प्रयास किया.
क्या हो रहा था काम
दरअसल हर्रैया-रजवाहा नहर लगभग 28.5 किमी खुदाई हो रही थी. लगभग पूरी नहर की खुदाई पूरी हो गई. केवल छपिया शुक्ल निवासी जगदीश प्रसाद शुक्ल की जमीन की खुदाई बाकी थी. वे अपनी जमीन नहीं देना चाह रहे हैं. उनके द्वारा जिलाधिकारी समेत अन्य अधिकारियों को पत्र देकर अपनी जमीन में नहर बनाने का विरोध भी जताया. लेकिन नहर विभाग के अधिकारियों ने ठेकेदार जय मंगल सिंह के साथ मौके पर पहुंचकर उनकी जमीन में जेसीबी से खुदाई शुरू करवा दिया. उनके परिजन मयंक और योगेंद्र ने विरोध किया तो उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया. छुट्टी लेकर घर आए जगदीश प्रसाद शुक्ल के पुत्र अपर जिला जज मनोज कुमार शुक्ल मौके पर पहुंच कर खुदाई रोकने लगे तो ठेकेदार नहीं माने.
क्या बोले जज
बाद में अपर जिला जज कोट पैंट और टाई पहने जेसीबी के आगे जमीन पर लेट गए. उन्होंने जिलाधिकारी पर जबरदस्ती नियम के विरुद्ध उनकी जमीन में नहर खुदवाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब तक खोदा गया जमीन पाट कर उन्हें नहर ना खोदने का आश्वासन नहीं मिलेगा जमीन पर ही लेटे रहेंगे. पूरी रात एसडीएम सदर, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अमृत पाल कौर, नहर विभाग के अधिशासी अभियंता जय सिंह, एइ राज कुमार आजाद, जेइ पवन कुमार सहित तमाम अधिकारी और भारी संख्या में पुलिस बल और आस-पास के तमाम लोग मौजूद थे. अधिकारी अपर जिला जज को मनाने का प्रयास कर रहे थे. नहर विभाग के अधिकारी ने बताया कि उनका लगभग 34 लाख मुआवजा बना है.
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