उत्तराखंड: थ्री नॉट थ्री की विदाई का खाका तैयार, इतिहास में दर्ज होंगी 140 साल पुरानी रायफल
उत्तराखंड में अब पुलिसवालों को आधुनिक हथियारों से लैस किया जाएगा। थ्री नॉट थ्री रायफलें अब पुलिसवालों के कंधे पर नहीं दिखेंगी। हालांकि इस पूरी प्रक्रिया में अभी कुछ वक्त लग सकता है।

देहरादून, एबीपी गंगा। करीब 140 सालों से पुलिस का साथ दे रही थ्री नॉट थ्री राइफल का उत्तराखंड से विदाई का समय आ गया है। सरकार ने इसके लिये तैयारी करनी शुरू कर दी है। पुलिस विभाग ने पांच पुलिस अधिकारियों की कमेटी तैयार की है, जो इस राइफल के रिटायरमेंट का खाका तैयार कर रही है। इसकी जगह पुलिस कर्मियों को इंसास रायफल दी जाएगी। जो हल्की होने के साथ कई मायनों में खास है।
इतिहास थ्री नॉट थ्री का गौरतलब है कि थ्री नॉट थ्री साल 1880 में ब्रिटिश आर्मी के पास थी और इस रायफल के जरिये ही अंग्रेजों ने कई देशों पर अपना दबदबा बनाया था। यह रायफल अंग्रेजी हुकूमत में ही द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान भारतीय सेना के जवानों के कंधों पर आ गयी थी। वर्ष 1962 में भारत ने इसी रायफल से चीन से युद्ध भी लड़ा था। वहीं जब हाईटेक हथियार जब आर्मी के पास आये तो इस राइफल को सेमी ऑटोमेटिक बनाया गया, तब से यह पुलिस महकमे की शान बन गई थी लेकिन अब हाईटेक हथियारों के चलते ये पुलिस के कंधों से भी रिटायरमेंट लेने को तैयार है। वहीं पुलिस मानती है कि अब हाईटेक हथियार आ गये हैं उनके सामने थ्री नॉट थ्री राइफल फीकी हो गयी है।

पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार का कहना है कि थ्री नॉट थ्री रायफल को चलन से बाहर करने की दिशा में कार्य आरंभ कर दिया गया है। इसकी जगह सभी पुलिस कर्मियों को आवश्यकतानुसार इंसास रायफल, पिस्टल या फिर रिवॉल्वर दी जाएगी।
क्रमवार तरीके से होगी विदाई
उत्तराखंड से थ्री नॉट थ्री की विदाई चरणबद्ध तरीके से होगी। पहले शहरों की पुलिस से इसे वापस लिया जाएगा, उसके बाद देहात क्षेत्र के थानों से। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो इसमें कुछ महीने का वक्त लग सकता है।
वक्त के साथ बदलाव होना जरूरी है। आये दिन अपराधियों के पास हाईटेक हथियार मिलते हैं और पुलिस आज भी थ्री नॉट थ्री राइफल से ही काम चला रही थी लेकिन अब पुलिस भी हाईटेक होने जा रही है, जिसके लिए पुलिस के कंधों से थ्री नॉट थ्री का लंबा सफरनामा भी खत्म हो जायेगा।
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























