मानवाधिकार आयोग पहुंचा मंगेश यादव एनकाउंटर का मामला, स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग
Sultanpur Encounter: शिकायतकर्ता वकील गजेंद्र सिंह यादव के मुताबिक घटनाक्रम, परिस्थितियों और घटनास्थल को देखने के बाद ऐसा लगता है कि मंगेश यादव को फर्जी एनकाउंटर में मारा गया है.

Sultanpur Encounter: यूपी के सुल्तानपुर में ज्वैलर्स डकैती कांड के आरोपी मंगेश यादव के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने पर मचा सियासी कोहराम थमने का नाम नहीं ले रहा है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने जहां यादव होने के नाते आरोपी मंगेश को पुलिस द्वारा फर्जी एनकाउंटर में मारे जाने का सनसनीखेज आरोप लगाया है, वहीं यह मामला अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक भी पहुंच गया है. इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील डा० गजेंद्र सिंह यादव ने पुलिस एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में केस दर्ज कराया है.
शिकायतकर्ता वकील गजेंद्र सिंह यादव के मुताबिक घटनाक्रम, परिस्थितियों और घटनास्थल को देखने के बाद ऐसा लगता है कि मंगेश यादव को फर्जी एनकाउंटर में मारा गया है. यह भी कहा गया है कि जब डकैती कांड में मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया था तब सह आरोपी मंगेश यादव भी आत्म समर्पण कर देता. इसके अलावा किसी भी सूरत में यह संभावना कतई नहीं बनती कि आरोपी पुलिस पर गोली चलाता. परिस्थितियों को देखने से साफ है कि यह फर्जी मुठभेड़ है.
उन्होंने कहा कि पुलिस आरोपी मंगेश यादव को बड़ा इनामी अपराधी बताकर सहानुभूति लूटना चाहती है. शिकायतकर्ता वकील गजेंद्र यादव ने कहा है कि आरोपी मंगेश यादव पर ईनाम सिर्फ इसी मामले में घोषित किया गया था. इससे पहले उसके ऊपर कोई बड़ा गंभीर आरोप नहीं था और ना ही वह आदतन अपराधी था.
स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग
वकील गजेंद्र सिंह यादव ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भेजी गई शिकायत में इस एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए पूरे मामले की जांच यूपी पुलिस को छोड़कर बाकी किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराए जाने की मांग की है. मंगेश यादव को यूपी एसटीएफ ने आज सुल्तानपुर के कोतवाली देहात थाने के मिश्रपुर पुरैना के पास एनकाउंटर में मार गिराया था. पुलिस की तरफ से जानकारी दी गई थी वह जौनपुर की तरफ भागने की फिराक में था. पुलिस की जवाबी फायरिंग में उसे गोली लगी और उसकी मौत हो गई.
मंगेश यादव पर आरोप था कि उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर सुल्तानपुर जिले में भरत ज्वैलर्स के यहां असलहो की नोक पर 28 अगस्त को डकैती डाली थी. डकैती की वारदात को फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया गया था. इस एनकाउंटर को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने एनकाउंटर को फर्जी बताया है और कहा है कि मंगेश यादव को सिर्फ यादव जाति का होने की वजह से गोली मारी गई.
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