सुल्तानपुर में वकील हत्याकांड का मुख्य आरोपी सिराज अहमद STF की मुठभेड़ में ढेर, 1 लाख का था इनाम
UP Encounter News: सुलतानपुर के अधिवक्ता आजाद अहमद हत्याकांड का मुख्य आरोपी सिराज अहमद सहारनपुर के गंगोह क्षेत्र में STF से मुठभेड़ में घायल हुआ. अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

सुलतानपुर के बहुचर्चित दीवानी न्यायालय अधिवक्ता आजाद अहमद हत्याकांड में फरार चल रहा मुख्य आरोपी और एक लाख रुपये का इनामी बदमाश सिराज अहमद आखिरकार मारा गया. उत्तर प्रदेश एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हुआ था. जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. यह मुठभेड़ सहारनपुर के गंगोह में शनिवार (20 दिसंबर) देर रात हुई.
पंजाब-हरियाणा बॉर्डर से मिली थी इनपुट
एसटीएफ को खुफिया सूचना मिली थी कि सुलतानपुर के कोतवाली नगर थाना क्षेत्र के लोलेपुर गांव का रहने वाला सिराज अहमद किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के रास्ते सहारनपुर पहुंचा है. इस इनपुट के आधार पर एसटीएफ टीम ने गंगोह इलाके में घेराबंदी की. खुद को घिरता देख सिराज ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी.
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में सिराज को गोली लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया. मौके से उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ के दौरान टीम ने पूरी सतर्कता बरती और किसी अन्य को नुकसान नहीं पहुंचा.
अधिवक्ता आजाद हत्याकांड का था मुख्य आरोपी
बताया जा रहा है कि 8 अगस्त 2023 की शाम सुलतानपुर दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता आजाद अहमद की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस सनसनीखेज वारदात से जिले में हड़कंप मच गया था.
जांच में सिराज अहमद का नाम मुख्य आरोपी के रूप में सामने आया था. तभी से वह फरार चल रहा था, जिसके बाद उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया.
संपत्ति कुर्क, फिर भी जारी थीं गतिविधियां
फरारी के दौरान मार्च 2025 में न्यायालय के आदेश पर सिराज की करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्तियां कुर्क की गई थीं. इसके बावजूद वह लगातार आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय बना हुआ था, जिस पर एसटीएफ की नजर बनी हुई थी.
मुठभेड़ स्थल से एसटीएफ ने एक मोटरसाइकिल, दो पिस्टल, भारी मात्रा में जिंदा कारतूस, खोखा कारतूस, 4 मोबाइल फोन, दो वाई-फाई डोंगल, एक छोटा बैग और आधार कार्ड समेत अन्य कागजात बरामद किए हैं.
पुलिस के अनुसार सिराज का आपराधिक इतिहास लंबा था और उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और रासुका जैसी गंभीर धाराओं में करीब 30 मुकदमे दर्ज थे.
इस मामले में सुलतानपुर पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह ने बताया कि सहारनपुर में मुठभेड़ के दौरान सिराज के घायल होने और बाद में मौत की पुष्टि हुई है. पुलिस अब उसके नेटवर्क और सहयोगियों की तलाश में जुटी है.
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