संभल में कब्रिस्तान की नाप-जोख में क्या मिला? डीएम राजेंद्र पेंसिया ने बताई आंखो देखी
उत्तर प्रदेश स्थित संभल में एक शिकायत के बाद कब्रिस्तान के जमीन की नपाई हुई. दावा है कि यह जमीन कब्रिस्तान की है लेकिन आज इस पर दुकानें और घर बन गए हैं.

उत्तर प्रदेश स्थित संभल में कब्रिस्तान की नाप-जोख के बाद जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया की पहली प्रतिक्रिया आई है. DM और SP की देखरेख में दुकानों और घरों का सर्वे किया गया.
नाप-जोख के बाद डीएम राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि कब्रिस्तान की 4,780 स्क्वायर मीटर ज़मीन पर अतिक्रमण की शिकायत मिली थी. सर्वे के दौरान, 1,200-1,500 स्क्वायर मीटर ज़मीन पर घर और दुकानें बनी हुई पाई गईं. हमारी पूरी टीम ने मजिस्ट्रेट और पुलिस की मौजूदगी में मौके पर जाकर नाप-जोख की. रिपोर्ट जमा की जाएगी.'
संभल के कब्रिस्तान में क्या है?
इससे पहले तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा था, 'यह लगभग 4200 वर्ग मीटर जमीन है, जो रेवेन्यू रिकॉर्ड में कब्रिस्तान के तौर पर दर्ज है. यहां कई बड़े घर और कमर्शियल दुकानें बन गई हैं. आज इन स्ट्रक्चर्स की पहचान की जाएगी, और कब्जा करने वालों को नोटिस जारी किए जाएंगे. उनके जवाबों की समीक्षा के बाद, अगर जवाब संतोषजनक या कानूनी नहीं हुए, तो उन्हें हटाने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी.'
तहसलीदार ने कहा कि फिलहाल, 20-25 से ज्यादा स्ट्रक्चर्स दिख रहे हैं, और सर्वे के बाद सही संख्या साफ हो जाएगी. जामा मस्जिद से लगी यह जमीन सिर्फ कब्रिस्तान के तौर पर इस्तेमाल होनी चाहिए, लेकिन जमीन माफियाओं ने इस पर कब्जा करके इसे बेच दिया है. 20 से ज्यादा रेवेन्यू अधिकारियों की एक टीम जांच कर रही है, और SDM भी मौके पर मौजूद हैं.
संभल में सुरक्षा रही सख्त
कब्रिस्तान की नाप-जोख के दौरान सुरक्षा भी सख्त रही. SSP कुलदीप सिंह ने कहा, 'पुलिस की तैनाती पूरी तरह से है. मौके पर 8 से 9 पुलिस स्टेशनों के SHO, इंस्पेक्टर रैंक के 4 से 5 अधिकारी, PAC, RRF और LIU टीमें तैनात हैं. इसके अलावा, पूरी सिविल पुलिस भी एक्टिव है. इलाके की निगरानी ड्रोन कैमरों और I-CCC (इंटेलिजेंट कमांड, कंट्रोल और कम्युनिकेशन) सिस्टम से की जा रही है.'
Source: IOCL






















