सांसद खेल महोत्सव: पीलीभीत में दौड़ लगाने के दौरान गिरे पूर्व मंत्री, अब वायरल हो रहा वीडियो
Pilibhit News: रेस में मंत्री जितिन प्रसाद आगे निकल गए, और पास में पीछे रह गए सफेद कुर्ते पायजामे में पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा गिर पड़े, आरोप है उन्हें जिला पंचायत प्रतिनिधि ने धक्का दिया.

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में बीते रविवार (21 दिसंबर) को केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने सांसद खेल महोत्सव का उद्घाटन शहर क गांधी स्टेडियम में किया. इस दौरान जितिन प्रसाद समेत कई बीजेपी नेताओं ने दौड़ भी लगाई, लेकिन मामला तब बिगड़ गया जब जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि गुरभाग सिंह ने पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा को धक्का देकर पीछा किया और वह जमीन पर गिर पड़े. उसके बाद उन्हें एक कबड्डी सचिव युवा खिलाड़ी के साथ मझोला चेयरमैन निशांत प्रताप ने सहारा देकर जमीन से उठाया.
पूर्व मंत्री को इस दौरान हल्की चोट भी आई है, पूर्व मंत्री का नेताओ की रेस में गिरने का वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी में चली आ रही गुटबाजी को लेकर सुगबुगाहट तेज हो चली है. विपक्ष के नेताओं ने इसको लेकर जनपद में बीजेपी पर तंज कसना शुरू कर दिया है. आरोप हैं कि नेता आपस में एक दूसरे को गिराने में मस्त हैं, जनता की किसे फिक्र है. इस मामले में अभी किसी बीजेपी पदाधिकारी का बयान नहीं आया है.
क्या है पूरा घटनाक्रम ?
सोशल मीडिया पर वायरल वीडीयो के मुताबिक, नेताओं की रेस में नेतृत्व कर रहे केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के साथ बीजेपी के दर्जनों नेताओ ने दौड़ में हिस्सा लिया. रेस में मंत्री जितिन प्रसाद आगे निकल गए, और पास में पीछे रह गए सफेद कुर्ते पायजामे में पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा के पड़ोस में पीली जैकेट पहने जिला पंचायत अध्यक्ष पति गुरभाग सिंह ने पुर्व मंत्री से आगे निकलने की होड़ में उन्हें धक्का देकर पीछे किया और पूर्व राज्यमंत्री हेमराज बर्मा जमीन पर एक के बाद एक दो बार गिर पड़े. फिर मंत्री को गिरता देख मौके पर मौजूद कबड्डी कोच के साथ मझोला चेयरमैन निशांत प्रताप सिंह ने उन्हें सहारा देकर उठाया. पूर्व मंत्री के हल्की चोट भी आई है.
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो को लेकर जिले में चल रही बीजेपी नेताओं के बीच गुटबाजी को लेकर विपक्ष सोशल मीडिया पर पार्टी पर तंज कस रहा है. आरोप है कि जनता से दूर सत्ताधारी नेता एक दूसरे को गिराने में व्यस्त हैं.
बीजेपी नेताओं की ख़ामोशी पर उठे सवाल
इस मामले में अभी तक बीजेपी के किसी नेता या पदाधिकारी का बयान नहीं आया है. जबकि माना यही जा रहा है कि पार्टी में गुटबाजी जिले में शीर्ष पर है. उस पर अभी तक पीठ पीछे एक दूसरे को गिराने की साजिश में आखिरकार आज रेस में ही गिरा दिया जैसा कहा जा रहा है.
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Source: IOCL























