Redevelopment Of Railway Stations: पूर्वोत्तर रेलवे 12 स्टेशनों की बदलेगी सूरत, PM मोदी कल रखेंगे आधारशिला
Indian Railway Stations: पूर्वोत्तर रेलवे के 12 रेलवे स्टेशनों की सूरत 433 करोड़ रुपये से बदलेगी. इन रेलवे स्टेशनों को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा.
Railway Stations Redevelopment: पूर्वोत्तर रेलवे (North Eastern Railway) के 12 रेलवे स्टेशनों की सूरत 433 करोड़ रुपये से बदलेगी. भारत सरकार के विजन नया भारत को ध्यान में रखकर भारतीय रेल पर अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत रेलवे स्टेशनों पर विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. देश के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) छह अगस्त को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करेंगे. इनमें पूर्वोत्तर रेलवे के 12 रेलवे स्टेशन भी शामिल हैं.
इन रेलवे स्टेशनों को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. इसके साथ फीस के भवन में स्थानीय संस्कृति की झलक भी दिखाई देगी. पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इन स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं और आगामी 50 वर्ष तक यात्रियों की रेलवे स्टेशनों पर आने-जाने वाली भीड़ को देखते हुए डेवलप किया जा रहा है. इन रेलवे स्टेशनों में जरूरत के मुताबिक एक या दो एंट्रेंस रखे जाएंगे.
रेलवे स्टेशनों को दिया जाएगा नया स्वरूप
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि नए भवन में मुख्य द्वार पर ही स्थानीय संस्कृति और प्रसिद्ध स्थलों की झलक यात्रियों को आकर्षित करने के साथ ही उन्हें शहर के प्रसिद्ध स्थलों की जानकारी भी देगी. उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे के 12 रेलवे स्टेशनों को 433 करोड़ रुपये की लागत से नया स्वरूप दिया जाएगा. सभी 12 रेलवे स्टेशनों पर 6 अगस्त को होने वाले कार्यक्रम की तैयारियां पूरी कर ली गई है. सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना में दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ इन स्टेशनों का विकास किया जा रहा है.
ये स्टेशन हैं शामिल
एनीआर के 12 स्टेशनों में पूर्वोत्तर रेलवे पर वाराणसी मंडल के वाराणसी सिटी स्टेशन को 60 करोड़, बनारस रेलवे स्टेशन को 63 करोड़, बलिया रेलवे स्टेशन को 41 करोड़, आजमगढ़ रेलवे स्टेशन को 34 करोड़, देवरिया सदर रेलवे स्टेशन को 63 करोड़, लखनऊ मंडल के बस्ती रेलवे स्टेशन को 18 करोड़, बादशाह नगर रेलवे स्टेशन को 31 करोड़, ऐशबाग रेलवे स्टेशन को 24 करोड़, सीतापुर रेलवे स्टेशन को 31 करोड़, इज्जत नगर मंडल के लाल कुआं स्टेशन को 24 करोड़, कासगंज रेलवे स्टेशन को 33 करोड़ और फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन का 21 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास किया जाएगा.
सुविधाओं के विस्तार की योजना तैयार
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि स्टेशन पर फसाड, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाएं, प्रसाधन, आवश्यकतानुसार लिफ्ट, एस्केलेटर, चौड़े फुट ओवर ब्रिज, पार्किंग और हरित ऊर्जा का उपयोग कर पर्यावरण अनुकूल भवन जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं के विस्तार की योजना तैयार की गई है. चरणबद्ध तरीके से उनका क्रियान्वयन किया जाएगा. यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए सूचना प्रणाली एग्जीक्यूटिव लाउंज और अंतर्राष्ट्रीय मानक के अनुरूप साइनेज का प्रावधान सम्मिलित किया गया है.
उन्होंने बताया कि जरूरत के मुताबिक रेलवे स्टेशन पर एक या दो इंट्रेंस यानी मुख्य द्वार बनाए जाएंगे. इसका टेंडर हो चुका है. साल के भीतर इसे तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है. रेल मंत्रालय और भारत सरकार के सहयोग से इसे तैयार किया जा रहा है. इस योजना में स्टेशन भवन में सुधार एंव विकास और शहर के दोनों हिस्सों के साथ स्टेशन को एकत्रित करने के साथ-साथ ही मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी के प्रावधान किए गए हैं. दिव्यांग जनों के लिए सुविधाएं स्टैंडर्ड चाइनीस पर्यावरण अनुकूल कार्य चरणबद्ध तरीके से किए जाएंगे, जिससे यह इस्टेशन सिटी सेंटर के रूप में उभर कर सामने आ सके. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के लिए सभी 12 रेलवे स्टेशनों पर नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है.