कानपुर धमाके में बड़ा खुलासा, 2 साल पहले चोरी हुई थी ब्लास्ट वाली स्कूटी, जांच एजेंसियां सतर्क
Kanpur News: कानपुर में हुए धमाके के बाद पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये पटाखे कहां से लाए गए और इनका स्रोत क्या है. हिरासत में लिए गए लोग अपनी संलिप्तता से इनकार कर रहे हैं.

कानपुर में जिस स्कूटी में धमाका हुआ है, वह व्यापारी बृजेंद्र प्रकाश रस्तोगी की है. यह स्कूटी दो साल पहले हमराज कॉम्प्लेक्स में अग्निकांड वाली रात को वहीं से चोरी हुई थी. चोरी की गाड़ी में धमाका होने से पुलिस से लेकर जांच एजेंसियां तक सतर्क हो गई हैं. गोविंद नगर 11 ब्लॉक निवासी 65 वर्षीय बृजेंद्र प्रकाश रस्तोगी गारमेंटस व्यापारी हैं. उनकी हमराज कांप्लेक्स में कई दुकानें थीं.
30 मार्च 2023 को हमराज कॉम्प्लेक्स में लगी आग में उनकी दुकानें जल गई थीं. आग की सूचना पर पहुंचे बृजेंद्र जब आग की लपटों से अपना सामान तलाश रहे थे तभी किसी शातिर ने मौका पाकर उनकी स्कूटी चोरी कर ली थी. बृजेंद्र ने बताया कि उस रात जब उन्हें स्कूटी चोरी होने की जानकारी हुई तो वह रिपोर्ट दर्ज कराने थाने गए थे. थाने का पूरा स्टाफ आगजनी के चलते व्यस्त था. इस कारण से उनकी एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी थी. इसके चलते उन्होंने 31 मार्च को ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज करा दी थी. हालांकि बाद में 13 जून को अनवरगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
कानपुर में स्कूटी में हुए धमाके को लेकर जॉइंट पुलिस कमिश्नर आशुतोष कुमार ने बड़ा खुलासा किया है. शुरुआत में इसे बम ब्लास्ट माना गया, लेकिन जांच में पता चला कि यह अवैध पटाखों की वजह से हुआ धमाका था. इस मामले में पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है और कई दुकानों से भारी मात्रा में अवैध पटाखे बरामद किए हैं.
जॉइंट कमिश्नर आशुतोष कुमार ने पत्रकारों को बताया कि शुरुआती सूचना के आधार पर पुलिस को लगा कि स्कूटी में विस्फोटक रखकर धमाका किया गया है. इसकी गंभीरता को देखते हुए एटीएस सहित अन्य एजेंसियों को सूचित किया गया. मौके पर पहुंचकर जांच की गई तो पता चला कि स्कूटी के पास अवैध पटाखों की मंडी लगती थी. जांच में सामने आया कि धमाका कम तीव्रता वाले विस्फोटक (लो एक्सप्लोसिव) की वजह से हुआ, जो आमतौर पर पटाखों में इस्तेमाल होता है.
पुलिस ने करीब छह लोगों को हिरासत में लिया
पुलिस ने तुरंत इलाके में सघन तलाशी अभियान शुरू किया. इस दौरान कई दुकानों से अवैध पटाखों का जखीरा बरामद हुआ. आशुतोष कुमार ने बताया कि इस मामले में करीब छह लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये पटाखे कहां से लाए गए और इनका स्रोत क्या है. हिरासत में लिए गए लोग अपनी संलिप्तता से इनकार कर रहे हैं, लेकिन जिन दुकानों से पटाखे बरामद हुए हैं, उनके मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है- जॉइंट कमिश्नर
पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है. जॉइंट कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि इस घटना से शहर की कानून-व्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ा है और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. पुलिस अवैध पटाखा कारोबार पर नकेल कसने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.
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