हरिद्वार: शिवालिक नगर में अतिक्रमण पर चला प्रशासन का बुलडोजर, मुख्य मार्ग हुआ खाली
Haridwar News:शिवालिक नगर के निवासी और व्यापार मंडल शिकायत कर रहे थे कि दुकानदार और अन्य लोग मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण कर यातायात में बाधा डाल रहे हैं. लोगों को भारी परेशानी हो रही थी.

उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई शुरू की है. शिवालिक नगर के मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण को हटाने के लिए आज जिला प्रशासन, शिवालिक नगर पालिका, और भेल प्रशासन की संयुक्त टीम ने बुलडोजर अभियान चलाया. इस कार्रवाई से मुख्य मार्ग को अतिक्रमण मुक्त कर यातायात को सुगम बनाने का प्रयास किया गया. स्थानीय व्यापार मंडल और लोगों की शिकायतों के बाद यह अभियान शुरू हुआ, जिसमें सरकारी जमीन पर अवैध कब्जों को तोड़ा गया.
बता दें कि लंबे समय से शिवालिक नगर के निवासी और व्यापार मंडल शिकायत कर रहे थे कि दुकानदार और अन्य लोग मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण कर यातायात में बाधा डाल रहे हैं. इससे पैदल चलने वालों और वाहन चालकों को भारी परेशानी हो रही थी. शिकायतों के बाद उप जिला अधिकारी जितेंद्र कुमार की अगुवाई में प्रशासन ने पहले व्यापार मंडल के साथ बैठक की और अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी कर स्वेच्छा से कब्जा हटाने की चेतावनी दी. कुछ लोगों ने नोटिस के बाद अतिक्रमण हटा लिया, लेकिन चेतावनी न मानने वालों पर सख्त कार्रवाई की गई.
सबसे ज्यादा शिकायतें थीं
एसडीएम जितेंद्र कुमार ने बताया कि शिवालिक नगर से सबसे ज्यादा अतिक्रमण की शिकायतें मिल रही थीं. पहले व्यापार मंडल की बैठक हुई और अनाउंसमेंट के जरिए लोगों को अवगत कराया गया. कुछ ने स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाया, लेकिन बाकी के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की गई. मुख्य मार्ग को अतिक्रमण मुक्त करने का अभियान आगे भी जारी रहेगा.
गंगा और गंग नहर के किनारे भी कार्रवाई
इसके साथ ही हरिद्वार प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ व्यापक अभियान शुरू किया है. गंगा नदी और गंग नहर के किनारे भी अवैध निर्माणों को हटाने की कार्रवाई चल रही है. इस अभियान का उद्देश्य न केवल यातायात सुधारना, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और जनता की सुविधा को भी सुनिश्चित करना है.
उधर इस अभियान को लेकर स्थानीय लोगों ने कार्रवाई का स्वागत किया है. व्यापार मंडल के एक सदस्य ने कहा कि लंबे समय से अतिक्रमण की वजह से परेशानी हो रही थी. प्रशासन की यह पहल राहत देने वाली है. जबकि कुछ दुकानदारों ने कार्रवाई को जल्दबाजी में लिया गया कदम बताया है.
Source: IOCL






















