फिल्म सिटी और मेडिकल डिवाइस पार्क को मिलेगा लाभ, सेक्टर-28 से शुरू हुई 24 घंटे बिजली आपूर्ति
Greater Noida News: यूपी के जेवर में औद्योगिक विकास को रफ्तार मिलेगी. सेक्टर-28 से 24 घंटे बिजली आपूर्ति शुरू हो चुकी है, वहीं फिल्म सिटी और मेडिकल डिवाइस पार्क को भी सीधा लाभ मिलेगा

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा व जेवर यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक विकास को मजबूती देने के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. सेक्टर-28 और 32 में तैयार किए गए दो अत्याधुनिक बिजली सबस्टेशनों को यूपी पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) को सौंप दिया गया है. सोमवार को जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने सेक्टर-28 स्थित बिजली घर का स्विच ऑन कर इसका औपचारिक शुभारंभ किया. इलाके के लोगों को सब स्टेशन खुलने से काफी लाभ मिलने वाला है.
करीब 10 करोड़ रुपये की लागत से बने इस 33/11 केवी क्षमता वाले 20 MVA के बिजली सबस्टेशन से क्षेत्र की बड़ी परियोजनाओं को बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. विशेष रूप से फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क, डेटा सेंटर और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. इसके अलावा, सेक्टर-28 से जुड़े ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी.
शुभारंभ के मौके पर बोले विधायक
विधायक धीरेंद्र सिंह ने बताया कि यह बिजली घर तिरथली, नगला हुकम सिंह, नगला भटोना, नगला हांडा, नगला जहानू, तिरथली खेड़ा और कुरैव जैसे गांवों को भी जोड़ेगा, जिससे ग्रामीण विकास को गति मिलेगी. साथ ही उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपना है कि प्रदेश के हर घर में 24 घंटे बिजली पहुंचे, और यह पहल उसी दिशा में एक मजबूत कदम है.
इसके साथ ही, सेक्टर-32 में भी एक अन्य बिजली सबस्टेशन बनकर तैयार हो गया है, जिस पर लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. यह सबस्टेशन जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास विकसित हो रहे औद्योगिक क्षेत्रों को बिजली आपूर्ति करेगा, जिससे एयरपोर्ट के साथ-साथ उससे जुड़े व्यवसायिक हब को भी ऊर्जा सुविधा मिलेगी. योजना के मुताबिक, यह दोनों सबस्टेशन न केवल बढ़ते उद्योगों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेंगे, बल्कि आम नागरिकों को भी निर्बाध बिजली पहुंचाने में मददगार साबित होंगे. यह प्रोजेक्ट यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के समग्र विकास और निवेश के अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में एक बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर बूस्ट माना जा रहा है.
Source: IOCL





















