फतेहपुर: शादी से एक दिन पहले लेखपाल ने किया सुसाइड, राजस्व अधिकारी पर मुकदमा
Lekhpal Suicide Case: लेखपाल सुधीर ने अपनी शादी से एक दिन पहले आत्महत्या कर ली. मंगेतर काजल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से सुधीर गुमसुम रहते थे. मामले में राजस्व अधिकारी पर केस दर्ज हुआ.

कानपुर से सटे फतेहपुर जिले में एक लेखपाल ने अपनी शादी से महज एक दिन पहले कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. मृतक के परिजनों के आरोपों के बाद संबंधित राजस्व अधिकारी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी.
इस घटना के विरोध में उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के सदस्यों ने धरना-प्रदर्शन किया. साथ ही अधिकारियों पर अत्यधिक कार्यभार थोपने तथा छुट्टी न देने का आरोप लगाते हुए करीब नौ घंटे तक लेखपाल के शव का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया.
आत्महत्या के मामले में पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस ने बताया कि फतेहपुर के बिंदकी तहसील के खजुआ ब्लॉक में लेखपाल के पद पर तैनात 28 साल के सुधीर कुमार का शव मिला. मंगलवार (25 नवंबर) की सुबह उनके घर के कमरे में वह फंदे से लटके पाए गए.
पुलिस ने आगे बताया कि कुमार की शादी बुधवार (26 नवंबर) को तय थी और वह सोमवार (24 नवंबर) को हल्दी व मेहंदी की रस्म के लिए छुट्टी पर थे. पुलिस के अनुसार सुधीर को हाल ही में जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में चुनाव आयोग की मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य के लिए पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
मृतक सुधीर की बहन ने राजस्व अधिकारी पर लगाया आरोप
सुधीर की बहन अमृता सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि राजस्व अधिकारी शिवराम मंगलवार (25 नवंबर) की सुबह करीब साढ़े छह बजे वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर उनके घर पहुंचे. सुधीर को ड्यूटी से ‘अनुपस्थित’ रहने के लिए सभी के सामने डांटा तथा निलंबन और नौकरी से बर्खास्तगी की धमकी दी.
अमृता के अनुसार, शिवराम ने यह भी कहा कि पैसा देकर किसी बाहरी व्यक्ति से चुनाव ड्यूटी करवा लो, जिससे सुधीर और अधिक परेशान हो गए. उन्होंने दावा किया कि इसके बाद सुधीर अपने कमरे में चले गए, जब उन्हें आवाज दी गई तो कोई जवाब नहीं मिला. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा तो सुधीर फंदे पर लटके मिले.
सुधीर की मंगेतर काजल ने किया ये खुलासा
घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची सुधीर की मंगेतर काजल ने संवाददाताओं से कहा कि पिछले कुछ दिनों से सुधीर गुमसुम रहते थे और बार-बार यही कहते थे कि काम का दबाव बहुत ज्यादा है. इस घटना से क्षुब्ध उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के सदस्यों ने सुधीर के घर के बाहर धरना दिया और करीब नौ घंटे तक शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जाने दिया.
उन्होंने राजस्व अधिकारी के साथ-साथ सहायक पीठासीन अधिकारी और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की. लेखपालों के प्रदर्शन के बाद राजस्व अधिकारी शिवराम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, हालांकि अभी उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
लेखपाल संघ ने की ये मांग
लेखपाल संघ ने इसे मामूली कार्रवाई बताते हुए मुकदमे में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धाराएं भी जोड़ने की मांग की है. फतेहपुर के अपर जिलाधिकारी अवनीश त्रिपाठी ने कहा कि सुधीर ने रविवार को तीन दिन की छुट्टी के लिए आवेदन किया था, लेकिन उन्हें दस दिन की छुट्टी स्वीकृत की गई थी.
उन्होंने दावा किया कि राजस्व अधिकारी शिवराम केवल एसआईआर फॉर्म लेने सुधीर के घर गए थे. अपर जिलाधिकारी ने बताया कि मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है.
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Source: IOCL























