Shahrukh Khan को जिस साल मिला था अवार्ड तब से ही Aamir Khan ने क्यों छोड़ दिया अवार्ड समारोह में जाना
बॉलीवुड के किंग शाहरूख खान और मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान हिंदी फिल्म इंड्सट्री के दो बेहतरीन कलाकार हैं जो सालों से दर्शकों को मनोरंजन करते आ रहे हैं

बॉलीवुड के किंग शाहरूख खान और मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान हिंदी फिल्म इंड्सट्री के दो बेहतरीन कलाकार हैं जो सालों से दर्शकों को मनोरंजन करते आ रहे हैं। शाहरुख और आमिर के फैंस भी इन्हें खूब प्यार देते हैं। वहीं ये तो हम सभी जानते हैं कि मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर कभी किसी अवॉर्ड समारोह में नहीं जाते। आमिर की फिल्में रिलीज होती हैं और बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त प्रदर्शन भी करती हैं मगर आमिर कभी अवार्ड फंक्शन में नहीं जाते, वो सालों से अपने फैसले पर टिके हुए हैं, लेकिन उनका ऐसा करने के पीछे का कारण बहुत कम लोग जानते हैं।

दरअसल, साल 1995 के सितंबर में आमिर खान, उर्मिला मातोंडकर और जैकी श्रॉफ की फिल्म ‘रंगीला’ रिलीज हुई थी और उसी साल अक्टूबर में शाहरुख खान और काजोल की ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ रिलीज हुई, जिसके अगले साल दोनों ही फिल्मों को फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में नॉमिनेट किया गया और शाहरुख खान-आमिर खान को इन फिल्मों के लिए बेस्ट एक्टर की श्रेणी में। इस अवार्ड में आमिर खान पहुंचे। आमिर को उम्मीद थी कि बेस्ट एक्टर का अवार्ड उन्हीं को मिलेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। बेस्ट एक्टर का अवार्ड शाहरुख खान को उनकी फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ के लिए मिल गया। वो दिन था और आज का दिन है आमिर खान किसी भी अवार्ड फंक्शन में हिस्सा नहीं लेते।

खबरों के अनुसार शाहरुख खान उस अवार्ड फंक्शन ऑर्गनाइज करवाने वाली संबंधित मैगजीन के काफी करीबी हैं, जिसकी वजह से ये अवार्ड आमिर को ना मिलकर शाहरुख को मिला।

खबरों की मानें तो बस तभी से आमिर ने किसी भी अवॉर्ड समारोहों में ना जाने का फैसला कर लिया था और आज तक वो अपने फैसले पर कायम हैं। इतना ही नहीं आमिर खान ने अपने एक इंटरव्यू में कहा भी था कि वो अवॉर्ड्स पर यकीन ही नहीं करते। इसके बाद साल 1996 में आमिर खान की फिल्म 'राजा हिंदुस्तानी' के लिए बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड के लिए उनके नाम की घोषणा भी हुई थी लेकिन वो वहां भी नहीं पहुंचे, जिसके बाद उन्हें अब तक फिल्मफेयर के साथ-साथ नेशनल अवॉर्ड भी मिल चुके हैं मगर वो राष्ट्रीय पुरस्कार लेने तो चले जाते हैं पर किसी भी प्राइवेट फंक्शन में वो आज भी नहीं जाते।
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























