UP: प्रतापगढ़ में धर्मांतरण का खुलासा! चंगाई सभा से 8 गिरफ्तार, बड़ी साजिश का शक
Pratapgarh News: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में छापे के दौरान धार्मिक पोस्टर, लकड़ी का एक ‘क्रॉस’, धार्मिक साहित्य और ईसा मसीह की तस्वीरें बरामद हुईं. काफी समय से यहां पर सभा हो रही थी.

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में धर्मांतरण का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां ईसाई मिशनरी चंगाई सभा के नाम पर लोगों को बहलाफुसला कर धर्म परिवर्तन के लिए तैयार कर रहे थे. पुलिस ने एक महिला समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. यही नहीं भारी मात्रा में धर्म प्रचार सामग्री भी बरामद हुई है. घटना जेठवारा थाना क्षेत्र की है.
एएसपी (पश्चिम) संजय राय ने बताया कि गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की और चंगाई सभा के नाम पर लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रोत्साहन करने की पुष्टि हुई. मौके से आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इनके खिलाफ समुचित धाराओं में कार्रवाई की जा रही है.
क्या सामान हुए बरामद?
पुलिस को काछा दुबे का पुरवा गांव में छापे के दौरान धार्मिक पोस्टर, लकड़ी का एक ‘क्रॉस’, धार्मिक साहित्य और ईसा मसीह की तस्वीरें बरामद हुईं.ये लोग काफी समय से यहां पर लोगों को बीमारी सही करने के नाम पर सभा कर रहे थे.
ये हुए गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोग प्रलोभन देकर स्थानीय लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे थे. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रामचन्द्र वर्मा (दूधनाथ), राजेंद्र वर्मा (गेहरी), राम सनेही सरोज, अशोक सरोज, सुरेंद्र उर्फ कल्लू सरोज (सभी भग्गूपुरवा), मुकेश कुमार सरोज और सुनील सरोज (संसारीपुर) के रूप में हुई. इसके अलावा, एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया, जिसकी पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है.
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 की धारा 3/5(1) के तहत मामला दर्ज किया है. इस अधिनियम में जबरन या प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन पर रोक का प्रावधान है. पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गतिविधि में और कौन-कौन शामिल हो सकता है.पुलिस सूत्रों के मुताबिक अभी और गिरफ्तारियां हो सकतीं हैं.
धर्मांतरण के खिलाफ अभियान तेज
यह मामला उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा है, जहां सरकार ने ऐसे मामलों पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं. स्थानीय लोगों और हिन्दू संगठनों में इस घटना को लेकर आक्रोश है.
Source: IOCL























